यशायाह 29:8
और जैसा कोई भूखा स्वपन में तो देखता है कि वह खा रहा है, परन्तु जाग कर देखता है कि उसका पेट भूखा ही है, वा कोई प्यासा स्वपन में देखें की वह पी रहा है, परन्तु जाग कर देखता है कि उसका गला सूखा जाता है और वह प्यासा मर रहा है; वैसी ही उन सब जातियों की भीड़ की दशा होगी जो सिय्योन पर्वत से युद्ध करेंगी॥
It shall even be | וְהָיָ֡ה | wĕhāyâ | veh-ha-YA |
as when | כַּאֲשֶׁר֩ | kaʾăšer | ka-uh-SHER |
hungry an | יַחֲלֹ֨ם | yaḥălōm | ya-huh-LOME |
man dreameth, | הָרָעֵ֜ב | hārāʿēb | ha-ra-AVE |
and, behold, | וְהִנֵּ֣ה | wĕhinnē | veh-hee-NAY |
he eateth; | אוֹכֵ֗ל | ʾôkēl | oh-HALE |
awaketh, he but | וְהֵקִיץ֮ | wĕhēqîṣ | veh-hay-KEETS |
and his soul | וְרֵיקָ֣ה | wĕrêqâ | veh-ray-KA |
is empty: | נַפְשׁוֹ֒ | napšô | nahf-SHOH |
when as or | וְכַאֲשֶׁ֨ר | wĕkaʾăšer | veh-ha-uh-SHER |
a thirsty man | יַחֲלֹ֤ם | yaḥălōm | ya-huh-LOME |
dreameth, | הַצָּמֵא֙ | haṣṣāmēʾ | ha-tsa-MAY |
behold, and, | וְהִנֵּ֣ה | wĕhinnē | veh-hee-NAY |
he drinketh; | שֹׁתֶ֔ה | šōte | shoh-TEH |
but he awaketh, | וְהֵקִיץ֙ | wĕhēqîṣ | veh-hay-KEETS |
behold, and, | וְהִנֵּ֣ה | wĕhinnē | veh-hee-NAY |
he is faint, | עָיֵ֔ף | ʿāyēp | ah-YAFE |
and his soul | וְנַפְשׁ֖וֹ | wĕnapšô | veh-nahf-SHOH |
appetite: hath | שׁוֹקֵקָ֑ה | šôqēqâ | shoh-kay-KA |
so | כֵּ֣ן | kēn | kane |
shall the multitude | יִֽהְיֶ֗ה | yihĕye | yee-heh-YEH |
of all | הֲמוֹן֙ | hămôn | huh-MONE |
nations the | כָּל | kāl | kahl |
be, | הַגּוֹיִ֔ם | haggôyim | ha-ɡoh-YEEM |
that fight | הַצֹּבְאִ֖ים | haṣṣōbĕʾîm | ha-tsoh-veh-EEM |
against | עַל | ʿal | al |
mount | הַ֥ר | har | hahr |
Zion. | צִיּֽוֹן׃ | ṣiyyôn | tsee-yone |