यशायाह 26:20
हे मेरे लोगों, आओ, अपनी अपनी कोठरी में प्रवेश कर के किवाड़ों को बन्द करो; थोड़ी देर तक जब तक क्रोध शान्त न हो तब तक अपने को छिपा रखो।
Come, | לֵ֤ךְ | lēk | lake |
my people, | עַמִּי֙ | ʿammiy | ah-MEE |
enter | בֹּ֣א | bōʾ | boh |
chambers, thy into thou | בַחֲדָרֶ֔יךָ | baḥădārêkā | va-huh-da-RAY-ha |
and shut | וּֽסְגֹ֥ר | ûsĕgōr | oo-seh-ɡORE |
thy doors | דְּלָתְיךָ֖ | dĕlotykā | deh-lote-y-HA |
about | בַּעֲדֶ֑ךָ | baʿădekā | ba-uh-DEH-ha |
hide thee: | חֲבִ֥י | ḥăbî | huh-VEE |
little a for were it as thyself | כִמְעַט | kimʿaṭ | heem-AT |
moment, | רֶ֖גַע | regaʿ | REH-ɡa |
until | עַד | ʿad | ad |
the indignation | יַעֲבָור | yaʿăbāwr | ya-uh-VAHV-R |
be overpast. | זָֽעַם׃ | zāʿam | ZA-am |