उत्पत्ति 1:30
और जितने पृथ्वी के पशु, और आकाश के पक्षी, और पृथ्वी पर रेंगने वाले जन्तु हैं, जिन में जीवन के प्राण हैं, उन सब के खाने के लिये मैं ने सब हरे हरे छोटे पेड़ दिए हैं; और वैसा ही हो गया।
And to every | וּֽלְכָל | ûlĕkol | OO-leh-hole |
beast | חַיַּ֣ת | ḥayyat | ha-YAHT |
earth, the of | הָ֠אָרֶץ | hāʾāreṣ | HA-ah-rets |
and to every | וּלְכָל | ûlĕkāl | oo-leh-HAHL |
fowl | ע֨וֹף | ʿôp | ofe |
of the air, | הַשָּׁמַ֜יִם | haššāmayim | ha-sha-MA-yeem |
and to every thing | וּלְכֹ֣ל׀ | ûlĕkōl | oo-leh-HOLE |
that creepeth | רוֹמֵ֣שׂ | rômēś | roh-MASE |
upon | עַל | ʿal | al |
the earth, | הָאָ֗רֶץ | hāʾāreṣ | ha-AH-rets |
wherein | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
there is life, | בּוֹ֙ | bô | boh |
נֶ֣פֶשׁ | nepeš | NEH-fesh | |
given have I | חַיָּ֔ה | ḥayyâ | ha-YA |
every | אֶת | ʾet | et |
green | כָּל | kāl | kahl |
herb | יֶ֥רֶק | yereq | YEH-rek |
meat: for | עֵ֖שֶׂב | ʿēśeb | A-sev |
and it was | לְאָכְלָ֑ה | lĕʾoklâ | leh-oke-LA |
so. | וַֽיְהִי | wayhî | VA-hee |
כֵֽן׃ | kēn | hane |