निर्गमन 34:2
और बिहान को तैयार रहना, और भोर को सीनै पर्वत पर चढ़कर उसकी चोटी पर मेरे साम्हने खड़ा होना।
And be | וֶֽהְיֵ֥ה | wehĕyē | veh-heh-YAY |
ready | נָכ֖וֹן | nākôn | na-HONE |
in the morning, | לַבֹּ֑קֶר | labbōqer | la-BOH-ker |
up come and | וְעָלִ֤יתָ | wĕʿālîtā | veh-ah-LEE-ta |
in the morning | בַבֹּ֙קֶר֙ | babbōqer | va-BOH-KER |
unto | אֶל | ʾel | el |
mount | הַ֣ר | har | hahr |
Sinai, | סִינַ֔י | sînay | see-NAI |
and present thyself | וְנִצַּבְתָּ֥ | wĕniṣṣabtā | veh-nee-tsahv-TA |
there | לִ֛י | lî | lee |
in me to | שָׁ֖ם | šām | shahm |
the top | עַל | ʿal | al |
of the mount. | רֹ֥אשׁ | rōš | rohsh |
הָהָֽר׃ | hāhār | ha-HAHR |