निर्गमन 30:1
फिर धूप जलाने के लिये बबूल की लकड़ी की वेदी बनाना।
And thou shalt make | וְעָשִׂ֥יתָ | wĕʿāśîtā | veh-ah-SEE-ta |
an altar | מִזְבֵּ֖חַ | mizbēaḥ | meez-BAY-ak |
to burn | מִקְטַ֣ר | miqṭar | meek-TAHR |
incense | קְטֹ֑רֶת | qĕṭōret | keh-TOH-ret |
upon: of shittim | עֲצֵ֥י | ʿăṣê | uh-TSAY |
wood | שִׁטִּ֖ים | šiṭṭîm | shee-TEEM |
shalt thou make | תַּֽעֲשֶׂ֥ה | taʿăśe | ta-uh-SEH |
it. | אֹתֽוֹ׃ | ʾōtô | oh-TOH |