सभोपदेशक 5:19
वरन हर एक मनुष्य जिसे परमेश्वर ने धन सम्पत्ति दी हो, और उन से आनन्द भोगने और उस में से अपना भाग लेने और परिश्रम करते हुए आनन्द करने को शक्ति भी दी हो- यह परमेश्वर का वरदान है।
Every | גַּ֣ם | gam | ɡahm |
man | כָּֽל | kāl | kahl |
also | הָאָדָ֡ם | hāʾādām | ha-ah-DAHM |
to whom | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
God | נָֽתַן | nātan | NA-tahn |
hath given | ל֣וֹ | lô | loh |
riches | הָאֱלֹהִים֩ | hāʾĕlōhîm | ha-ay-loh-HEEM |
wealth, and | עֹ֨שֶׁר | ʿōšer | OH-sher |
and hath given him power | וּנְכָסִ֜ים | ûnĕkāsîm | oo-neh-ha-SEEM |
to eat | וְהִשְׁלִיט֨וֹ | wĕhišlîṭô | veh-heesh-lee-TOH |
thereof, | לֶאֱכֹ֤ל | leʾĕkōl | leh-ay-HOLE |
and to take | מִמֶּ֙נּוּ֙ | mimmennû | mee-MEH-NOO |
וְלָשֵׂ֣את | wĕlāśēt | veh-la-SATE | |
portion, his | אֶת | ʾet | et |
and to rejoice | חֶלְק֔וֹ | ḥelqô | hel-KOH |
labour; his in | וְלִשְׂמֹ֖חַ | wĕliśmōaḥ | veh-lees-MOH-ak |
this | בַּעֲמָל֑וֹ | baʿămālô | ba-uh-ma-LOH |
is the gift | זֹ֕ה | zō | zoh |
of God. | מַתַּ֥ת | mattat | ma-TAHT |
אֱלֹהִ֖ים | ʾĕlōhîm | ay-loh-HEEM | |
הִֽיא׃ | hîʾ | hee |