व्यवस्थाविवरण 31:30
तब मूसा ने इस्राएल की सारी सभा को इस गीत के वचन आदि से अन्त तक कह सुनाए:
And Moses | וַיְדַבֵּ֣ר | waydabbēr | vai-da-BARE |
spake | מֹשֶׁ֗ה | mōše | moh-SHEH |
ears the in | בְּאָזְנֵי֙ | bĕʾoznēy | beh-oze-NAY |
of all | כָּל | kāl | kahl |
the congregation | קְהַ֣ל | qĕhal | keh-HAHL |
Israel of | יִשְׂרָאֵ֔ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
אֶת | ʾet | et | |
the words | דִּבְרֵ֥י | dibrê | deev-RAY |
this of | הַשִּׁירָ֖ה | haššîrâ | ha-shee-RA |
song, | הַזֹּ֑את | hazzōt | ha-ZOTE |
until | עַ֖ד | ʿad | ad |
they were ended. | תֻּמָּֽם׃ | tummām | too-MAHM |