दानिय्येल 5:10
राजा और प्रधानों के वचनों को सुन कर, रानी जेवनार के घर में आई और कहने लगी, हे राजा, तू युगयुग जीवित रहे, अपने मन में न घबरा और न उदास हो।
Now the queen, | מַלְכְּתָ֕א | malkĕtāʾ | mahl-keh-TA |
by reason of | לָקֳבֵ֨ל | lāqŏbēl | la-koh-VALE |
the words | מִלֵּ֤י | millê | mee-LAY |
king the of | מַלְכָּא֙ | malkāʾ | mahl-KA |
and his lords, | וְרַבְרְבָנ֔וֹהִי | wĕrabrĕbānôhî | veh-rahv-reh-va-NOH-hee |
came | לְבֵ֥ית | lĕbêt | leh-VATE |
banquet the into | מִשְׁתְּיָ֖א | mištĕyāʾ | meesh-teh-YA |
house: | עַלַּ֑לת | ʿallalt | ah-LAHL-t |
queen the and | עֲנָ֨ת | ʿănāt | uh-NAHT |
spake | מַלְכְּתָ֜א | malkĕtāʾ | mahl-keh-TA |
and said, | וַאֲמֶ֗רֶת | waʾămeret | va-uh-MEH-ret |
king, O | מַלְכָּא֙ | malkāʾ | mahl-KA |
live | לְעָלְמִ֣ין | lĕʿolmîn | leh-ole-MEEN |
for ever: | חֱיִ֔י | ḥĕyî | hay-YEE |
not let | אַֽל | ʾal | al |
thy thoughts | יְבַהֲלוּךְ֙ | yĕbahălûk | yeh-va-huh-look |
trouble | רַעְיוֹנָ֔ךְ | raʿyônāk | ra-yoh-NAHK |
nor thee, | וְזִיוָ֖יךְ | wĕzîwāyk | veh-zeeoo-AIK |
let thy countenance | אַל | ʾal | al |
be changed: | יִשְׁתַּנּֽוֹ׃ | yištannô | yeesh-ta-noh |