दानिय्येल 4:34
उन दिनों के बीतने पर, मुझ नबूकदनेस्सर ने अपनी आंखें स्वर्ग की ओर उठाईं, और मेरी बुद्धि फिर ज्यों की त्यों हो गई; तब मैं ने परमप्रधान को धन्य कहा, और जो सदा जीवित है उसकी स्तुति और महिमा यह कह कर करने लगा: उसकी प्रभुता सदा की है और उसका राज्य पीढ़ी से पीढ़ी तब बना रहने वाला है।
And at the end | וְלִקְצָ֣ת | wĕliqṣāt | veh-leek-TSAHT |
days the of | יֽוֹמַיָּא֩ | yômayyāʾ | yoh-ma-YA |
I | אֲנָ֨ה | ʾănâ | uh-NA |
Nebuchadnezzar | נְבוּכַדְנֶצַּ֜ר | nĕbûkadneṣṣar | neh-voo-hahd-neh-TSAHR |
lifted up | עַיְנַ֣י׀ | ʿaynay | ai-NAI |
eyes mine | לִשְׁמַיָּ֣א | lišmayyāʾ | leesh-ma-YA |
unto heaven, | נִטְלֵ֗ת | niṭlēt | neet-LATE |
and mine understanding | וּמַנְדְּעִי֙ | ûmandĕʿiy | oo-mahn-deh-EE |
returned | עֲלַ֣י | ʿălay | uh-LAI |
unto me, | יְת֔וּב | yĕtûb | yeh-TOOV |
and I blessed | וּלְעִלָּיָא֙ | ûlĕʿillāyāʾ | oo-leh-ee-la-YA |
High, most the | בָּרְכֵ֔ת | borkēt | bore-HATE |
and I praised | וּלְחַ֥י | ûlĕḥay | oo-leh-HAI |
and honoured | עָלְמָ֖א | ʿolmāʾ | ole-MA |
liveth that him | שַׁבְּחֵ֣ת | šabbĕḥēt | sha-beh-HATE |
for ever, | וְהַדְּרֵ֑ת | wĕhaddĕrēt | veh-ha-deh-RATE |
whose | דִּ֤י | dî | dee |
dominion | שָׁלְטָנֵהּ֙ | šolṭānēh | shole-ta-NAY |
is an everlasting | שָׁלְטָ֣ן | šolṭān | shole-TAHN |
dominion, | עָלַ֔ם | ʿālam | ah-LAHM |
kingdom his and | וּמַלְכוּתֵ֖הּ | ûmalkûtēh | oo-mahl-hoo-TAY |
is from | עִם | ʿim | eem |
generation | דָּ֥ר | dār | dahr |
to generation: | וְדָֽר׃ | wĕdār | veh-DAHR |