Leviticus 7:18
और उसके मेलबलि के मांस में से यदि कुछ भी तीसरे दिन खाया जाए, तो वह ग्रहण न किया जाएगा, और न पुन में गिना जाएगा; वह घृणित कर्म समझा जाएगा, और जो कोई उस में से खाए उसका अधर्म उसी के सिर पर पड़ेगा।
Leviticus 7:18 in Other Translations
King James Version (KJV)
And if any of the flesh of the sacrifice of his peace offerings be eaten at all on the third day, it shall not be accepted, neither shall it be imputed unto him that offereth it: it shall be an abomination, and the soul that eateth of it shall bear his iniquity.
American Standard Version (ASV)
And if any of the flesh of the sacrifice of his peace-offerings be eaten on the third day, it shall not be accepted, neither shall it be imputed unto him that offereth it: it shall be an abomination, and the soul that eateth of it shall bear his iniquity.
Bible in Basic English (BBE)
And if any of the flesh of the peace-offering is taken as food on the third day, it will not be pleasing to God and will not be put to the account of him who gives it; it will be unclean and a cause of sin to him who takes it as food.
Darby English Bible (DBY)
And if [any] of the flesh of the sacrifice of his peace-offering be eaten at all on the third day, it shall not be accepted, it shall not be reckoned to him that hath presented it; it shall be an unclean thing, and the soul that eateth of it shall bear his iniquity.
Webster's Bible (WBT)
And if any of the flesh of the sacrifice of his peace-offerings shall be eaten at all on the third day, it shall not be accepted, neither shall it be imputed to him that offereth it; it shall be an abomination, and the soul that eateth of it shall bear his iniquity.
World English Bible (WEB)
If any of the flesh of the sacrifice of his peace offerings is eaten on the third day, it will not be accepted, neither shall it be imputed to him who offers it. It will be an abomination, and the soul who eats any of it will bear his iniquity.
Young's Literal Translation (YLT)
and if any of the flesh of the sacrifice of his peace-offerings be really eaten on the third day, it is not pleasing; for him who is bringing it near it is not reckoned; it is an abominable thing, and the person who is eating of it his iniquity doth bear.
| And if | וְאִ֣ם | wĕʾim | veh-EEM |
| any of the flesh | הֵֽאָכֹ֣ל | hēʾākōl | hay-ah-HOLE |
| sacrifice the of | יֵֽ֠אָכֵל | yēʾākēl | YAY-ah-hale |
| of his peace offerings | מִבְּשַׂר | mibbĕśar | mee-beh-SAHR |
| eaten be | זֶ֨בַח | zebaḥ | ZEH-vahk |
| at all | שְׁלָמָ֜יו | šĕlāmāyw | sheh-la-MAV |
| on the third | בַּיּ֣וֹם | bayyôm | BA-yome |
| day, | הַשְּׁלִישִׁי֮ | haššĕlîšiy | ha-sheh-lee-SHEE |
| it shall not | לֹ֣א | lōʾ | loh |
| be accepted, | יֵֽרָצֶה֒ | yērāṣeh | yay-ra-TSEH |
| neither | הַמַּקְרִ֣יב | hammaqrîb | ha-mahk-REEV |
| shall it be imputed | אֹת֗וֹ | ʾōtô | oh-TOH |
| offereth that him unto | לֹ֧א | lōʾ | loh |
| it: it shall be | יֵֽחָשֵׁ֛ב | yēḥāšēb | yay-ha-SHAVE |
| abomination, an | ל֖וֹ | lô | loh |
| and the soul | פִּגּ֣וּל | piggûl | PEE-ɡool |
| that eateth | יִֽהְיֶ֑ה | yihĕye | yee-heh-YEH |
| of | וְהַנֶּ֛פֶשׁ | wĕhannepeš | veh-ha-NEH-fesh |
| it shall bear | הָֽאֹכֶ֥לֶת | hāʾōkelet | ha-oh-HEH-let |
| his iniquity. | מִמֶּ֖נּוּ | mimmennû | mee-MEH-noo |
| עֲוֹנָ֥הּ | ʿăwōnāh | uh-oh-NA | |
| תִּשָּֽׂא׃ | tiśśāʾ | tee-SA |
Cross Reference
लैव्यवस्था 19:7
और यदि उस में से कुछ भी तीसरे दिन खाया जाए, तो यह घृणित ठहरेगा, और ग्रहण न किया जाएगा।
गिनती 18:27
और तुम्हारी उठाई हुई भेंट तुम्हारे हित के लिये ऐसी गिनी जाएगी जैसा खलिहान में का अन्न, वा रसकुण्ड में का दाखरस गिना जाता है।
लैव्यवस्था 22:25
फिर इन में से किसी को तुम अपने परमेश्वर का भोजन जानकर किसी परदेशी से ले कर न चढ़ाओ; क्योंकि उन में उनका बिगाड़ वर्तमान है, उन में दोष है, इसलिये वे तुम्हारे निमित्त ग्रहण न होंगे॥
लैव्यवस्था 11:41
और सब प्रकार के पृथ्वी पर रेंगने वाले जन्तु घिनौने हैं; वे खाए न जाएं।
यहेजकेल 18:20
जो प्राणी पाप करे वही मरेगा, न तो पुत्र पिता के अधर्म का भार उठाएगा और न पिता पुत्र का; धमीं को अपने ही धर्म का फल, और दुष्ट को अपनी ही दुष्टता का फल मिलेगा।
होशे 8:13
वे मेरे लिये बलिदान तो करते हैं, और पशु बलि भी करते हैं, परन्तु उसका फल मांस ही है; वे आप ही उसे खाते हैं; परन्तु यहोवा उन से प्रसन्न नहीं होता। अब वह उनके अधर्म की सुधि ले कर उनके पाप का दण्ड देगा; वे मिस्र में लौट जाएंगे।
आमोस 5:22
चाहे तुम मेरे लिये होमबलि और अन्नबलि चढ़ाओ, तौभी मैं प्रसन्न न हूंगा, और तुम्हारे पाले हुए पशुओं के मेलबलियों की ओर न ताकूंगा।
मलाकी 1:10
भला होता कि तुम में से कोई मन्दिर के किवाड़ों को बन्द करता कि तुम मेरी वेदी पर व्यर्थ आग जलाने न पाते! सेनाओं के यहोवा का यह वचन है, मैं तुम से कदापि प्रसन्न नहीं हूं, और न तुम्हारे हाथ से भेंट ग्रहण करूंगा।
मलाकी 1:13
फिर तुम यह भी कहते हो, कि यह कैसा बड़ा उपद्रव है! सेनाओं के यहोवा का यह वचन है। तुम ने उस भोजनवस्तु के प्रति नाक भौं सिकोड़ी, और अत्याचार से प्राप्त किए हुए और लंगड़े और रोगी पशु की भेंट ले आते हो! क्या मैं ऐसी भेंट तुम्हारे हाथ से ग्रहण करूं? यहोवा का यही वचन है।
लूका 16:15
उस ने उन से कहा; तुम तो मनुष्यों के साम्हने अपने आप को धर्मी ठहराते हो: परन्तु परमेश्वर तुम्हारे मन को जानता है, क्योंकि जो वस्तु मनुष्यों की दृष्टि में महान है, वह परमेश्वर के निकट घृणित है।
रोमियो 4:11
और उस ने खतने का चिन्ह पाया, कि उस विश्वास की धामिर्कता पर छाप हो जाए, जो उस ने बिना खतने की दशा में रखा था: जिस से वह उन सब का पिता ठहरे, जो बिना खतने की दशा में विश्वास करते हैं, और कि वे भी धर्मी ठहरें।
इब्रानियों 9:28
वैसे ही मसीह भी बहुतों के पापों को उठा लेने के लिये एक बार बलिदान हुआ और जो लोग उस की बाट जोहते हैं, उन के उद्धार के लिये दूसरी बार बिना पाप के दिखाई देगा॥
1 पतरस 2:24
वह आप ही हमारे पापों को अपनी देह पर लिए हुए क्रूस पर चढ़ गया जिस से हम पापों के लिये मर कर के धामिर्कता के लिये जीवन बिताएं: उसी के मार खाने से तुम चंगे हुए।
यिर्मयाह 14:12
चाहे वे उपवास भी करें, तौभी मैं इनकी दुहाई न सुनूंगा, और चाहे वे होमबलि और अन्नबलि चढ़ाएं, तौभी मैं उन से प्रसन्न न होऊंगा; मैं तलवार, महंगी और मरी के द्वारा इनका अन्त कर डालूंगा।
यिर्मयाह 14:10
यहोवा ने इन लोगों के विषय यों कहा: इन को ऐसा भटकना अच्छा लगता है; ये कुकर्म में चलने से नहीं रुके; इसलिये यहोवा इन से प्रसन्न नहीं है, वह इनका अधर्म स्मरण करेगा और उनके पाप का दण्ड देगा।
लैव्यवस्था 10:17
कि पापबलि जो परमपवित्र है और जिसे यहोवा ने तुम्हे इसलिये दिया है कि तुम मण्डली के अधर्म का भार अपने पर उठा कर उनके लिये यहोवा के साम्हने प्रायश्चित्त करो, तुम ने उसका मांस पवित्रस्थान में क्यों नहीं खाया?
लैव्यवस्था 10:19
इसका उत्तर हारून ने मूसा को इस प्रकार दिया, कि देख, आज ही उन्होंने अपने पापबलि और होमबलि को यहोवा के साम्हने चढ़ाया; फिर मुझ पर ऐसी विपत्तियां आ पड़ी हैं! इसलिये यदि मैं आज पापबलि का मांस खाता तो क्या यह बात यहोवा के सम्मुख भली होती?
लैव्यवस्था 11:10
और जलचरी प्राणियों में से जितने जीवधारी बिना पंख और चोंयेटे के समुद्र वा नदियों में रहते हैं वे सब तुम्हारे लिये घृणित हैं।
लैव्यवस्था 17:16
और यदि वह उन को न धोए और न स्नान करे, तो उसको अपने अधर्म का भार स्वयं उठाना पड़ेगा॥
लैव्यवस्था 20:17
और यदि कोई अपनी बहिन का, चाहे उसकी संगी बहिन हो चाहे सौतेली, उसका नग्न तन देखे, तो वह निन्दित बात है, वे दोनों अपने जाति भाइयों की आंखों के साम्हने नाश किए जाएं; क्योंकि जो अपनी बहिन का तन उघाड़ने वाला ठहरेगा उसे अपने अधर्म का भार स्वयं उठाना पड़ेगा।
लैव्यवस्था 20:19
और अपनी मौसी वा फूफी का तन न उघाड़ना, क्योंकि जो उसे उघाड़े वह अपनी निकट कुटुम्बिन को नंगा करता है; इसलिये इन दोनों को अपने अधर्म का भार उठाना पड़ेगा।
लैव्यवस्था 22:16
वे उन को अपनी पवित्र वस्तुओं में से खिलाकर उन से अपराध का दोष न उठवाएं; मैं उनका पवित्र करने वाला यहोवा हूं॥
लैव्यवस्था 22:23
जिस किसी बैल वा भेड़ वा बकरे का कोई अंग अधिक वा कम हो उसको स्वेच्छाबलि के लिये चढ़ा सकते हो, परन्तु मन्नत पूरी करने के लिये वह ग्रहण न होगा।
यशायाह 1:11
यहोवा यह कहता है, तुम्हारे बहुत से मेलबलि मेरे किस काम के हैं? मैं तो मेढ़ों के होमबलियों से और पाले हुए पशुओं की चर्बी से अघा गया हूं;
यशायाह 53:11
वह अपने प्राणों का दु:ख उठा कर उसे देखेगा और तृप्त होगा; अपने ज्ञान के द्वारा मेरा धर्मी दास बहुतेरों को धर्मी ठहराएगा; और उनके अधर्म के कामों का बोझ आप उठा लेगा।
यशायाह 65:4
ये कब्र के बीच बैठते और छिपे हुए स्थानों में रात बिताते; जो सूअर का मांस खाते, और घृणित वस्तुओं का रस अपने बर्तनों में रखते;
यशायाह 66:3
बैल का बलि करने वाला मनुष्य के मार डालने वाले के समान है; जो भेड़ के चढ़ाने वाला है वह उसके समान है जो कुत्ते का गला काटता है; जो अन्नबलि चढ़ाता है वह मानो सूअर का लोहू चढ़ाने वाले के समान है; और, जो लोबान जलाता है, वह उसके समान है जो मूरत को धन्य कहता है। इन सभों ने अपना अपना मार्ग चुन लिया है, और घिनौनी वस्तुओं से उनके मन प्रसन्न हाते हैं।
लैव्यवस्था 5:17
और यदि कोई ऐसा पाप करे, कि उन कामों में से जिन्हें यहोवा ने मना किया है किसी काम को करे, तो चाहे वह उसके अनजाने में हुआ हो, तौभी वह दोषी ठहरेगा, और उसको अपने अधर्म का भार उठाना पड़ेगा।