2 इतिहास 6:32
फिर परदेशी भी जो तेरी प्रजा इस्राएल का न हो, जब वह तेरे बड़े नाम और बलवन्त हाथ और बढ़ाई हुई भुजा के कारण दूर देश से आए, और आकर इस भवन की ओर मुंह किए हुए प्रार्थना करे,
Moreover | וְגַ֣ם | wĕgam | veh-ɡAHM |
concerning | אֶל | ʾel | el |
the stranger, | הַנָּכְרִ֗י | hannokrî | ha-noke-REE |
which | אֲ֠שֶׁר | ʾăšer | UH-sher |
is not | לֹ֥א | lōʾ | loh |
people thy of | מֵֽעַמְּךָ֣ | mēʿammĕkā | may-ah-meh-HA |
Israel, | יִשְׂרָאֵל֮ | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
but is come | הוּא֒ | hûʾ | hoo |
far a from | וּבָ֣א׀ | ûbāʾ | oo-VA |
country | מֵאֶ֣רֶץ | mēʾereṣ | may-EH-rets |
great thy for | רְחוֹקָ֗ה | rĕḥôqâ | reh-hoh-KA |
name's | לְמַ֨עַן | lĕmaʿan | leh-MA-an |
sake, | שִׁמְךָ֤ | šimkā | sheem-HA |
and thy mighty | הַגָּדוֹל֙ | haggādôl | ha-ɡa-DOLE |
hand, | וְיָֽדְךָ֣ | wĕyādĕkā | veh-ya-deh-HA |
out stretched thy and | הַֽחֲזָקָ֔ה | haḥăzāqâ | ha-huh-za-KA |
arm; | וּֽזְרוֹעֲךָ֖ | ûzĕrôʿăkā | oo-zeh-roh-uh-HA |
come they if | הַנְּטוּיָ֑ה | hannĕṭûyâ | ha-neh-too-YA |
and pray | וּבָ֥אוּ | ûbāʾû | oo-VA-oo |
in | וְהִֽתְפַּֽלְל֖וּ | wĕhitĕppallû | veh-hee-teh-pahl-LOO |
this | אֶל | ʾel | el |
house; | הַבַּ֥יִת | habbayit | ha-BA-yeet |
הַזֶּֽה׃ | hazze | ha-ZEH |