2 इतिहास 31:15
और उसके अधिकार में एदेन, मिन्यामीन, येशू, शमायाह, अमर्याह और शकन्याह याजकों के नगरों में रहते थे, कि वे क्या बड़े, क्या छोटे, अपने भाइयों को उनके दलों के अनुसार सच्चाई से दिया करें,
And next | וְעַל | wĕʿal | veh-AL |
him were Eden, | יָד֡וֹ | yādô | ya-DOH |
Miniamin, and | עֵ֣דֶן | ʿēden | A-den |
and Jeshua, | וּ֠מִנְיָמִן | ûminyāmin | OO-meen-ya-meen |
and Shemaiah, | וְיֵשׁ֨וּעַ | wĕyēšûaʿ | veh-yay-SHOO-ah |
Amariah, | וּֽשְׁמַעְיָ֜הוּ | ûšĕmaʿyāhû | oo-sheh-ma-YA-hoo |
and Shecaniah, | אֲמַרְיָ֧הוּ | ʾămaryāhû | uh-mahr-YA-hoo |
in the cities | וּשְׁכַנְיָ֛הוּ | ûšĕkanyāhû | oo-sheh-hahn-YA-hoo |
priests, the of | בְּעָרֵ֥י | bĕʿārê | beh-ah-RAY |
office, set their in | הַכֹּֽהֲנִ֖ים | hakkōhănîm | ha-koh-huh-NEEM |
to give | בֶּֽאֱמוּנָ֑ה | beʾĕmûnâ | beh-ay-moo-NA |
brethren their to | לָתֵ֤ת | lātēt | la-TATE |
by | לַֽאֲחֵיהֶם֙ | laʾăḥêhem | la-uh-hay-HEM |
courses, | בְּמַחְלְק֔וֹת | bĕmaḥlĕqôt | beh-mahk-leh-KOTE |
great the to well as | כַּגָּד֖וֹל | kaggādôl | ka-ɡa-DOLE |
as to the small: | כַּקָּטָֽן׃ | kaqqāṭān | ka-ka-TAHN |