2 इतिहास 30:22
और जितने लेवीय यहोवा का भजन बुद्धिमानी के साथ करते थे, उन को हिजकिय्याह ने शान्ति के वचन कहे। इस प्रकार वे मेलबलि चढ़ा कर और अपने पुर्वजों के परमेश्वर यहोवा के सम्मुख पापांगीकार करते रहे और उस नियत पर्व्व के सातों दिन तक खाते रहे।
And Hezekiah | וַיְדַבֵּ֣ר | waydabbēr | vai-da-BARE |
spake | יְחִזְקִיָּ֗הוּ | yĕḥizqiyyāhû | yeh-heez-kee-YA-hoo |
comfortably | עַל | ʿal | al |
לֵב֙ | lēb | lave | |
all unto | כָּל | kāl | kahl |
the Levites | הַלְוִיִּ֔ם | halwiyyim | hahl-vee-YEEM |
taught that | הַמַּשְׂכִּילִ֥ים | hammaśkîlîm | ha-mahs-kee-LEEM |
the good | שֵֽׂכֶל | śēkel | SAY-hel |
knowledge | ט֖וֹב | ṭôb | tove |
of the Lord: | לַֽיהוָ֑ה | layhwâ | lai-VA |
eat did they and | וַיֹּֽאכְל֤וּ | wayyōʾkĕlû | va-yoh-heh-LOO |
throughout | אֶת | ʾet | et |
the feast | הַמּוֹעֵד֙ | hammôʿēd | ha-moh-ADE |
seven | שִׁבְעַ֣ת | šibʿat | sheev-AT |
days, | הַיָּמִ֔ים | hayyāmîm | ha-ya-MEEM |
offering | מְזַבְּחִים֙ | mĕzabbĕḥîm | meh-za-beh-HEEM |
peace | זִבְחֵ֣י | zibḥê | zeev-HAY |
offerings, | שְׁלָמִ֔ים | šĕlāmîm | sheh-la-MEEM |
confession making and | וּמִ֨תְוַדִּ֔ים | ûmitwaddîm | oo-MEET-va-DEEM |
to the Lord | לַֽיהוָ֖ה | layhwâ | lai-VA |
God | אֱלֹהֵ֥י | ʾĕlōhê | ay-loh-HAY |
of their fathers. | אֲבֽוֹתֵיהֶֽם׃ | ʾăbôtêhem | uh-VOH-tay-HEM |