2 इतिहास 29:31
तब हिजकिय्याह कहने लगा, अब तुम ने यहोवा के निमित्त अपना अर्पण किया है; इसलिये समीप आ कर यहोवा के भवन में मेलबलि और धन्यवादबलि पहुंचाओ। तब मण्डली के लोगों ने मेलबलि और धन्यवादबलि पहुंचा दिए, और जितने अपनी इच्छा से देना चाहते थे उन्होंने भी होमबलि पहुंचाए।
Then Hezekiah | וַיַּ֨עַן | wayyaʿan | va-YA-an |
answered | יְחִזְקִיָּ֜הוּ | yĕḥizqiyyāhû | yeh-heez-kee-YA-hoo |
and said, | וַיֹּ֗אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
Now | עַתָּ֨ה | ʿattâ | ah-TA |
consecrated have ye | מִלֵּאתֶ֤ם | millēʾtem | mee-lay-TEM |
יֶדְכֶם֙ | yedkem | yed-HEM | |
Lord, the unto yourselves | לַֽיהוָ֔ה | layhwâ | lai-VA |
come near | גֹּ֧שׁוּ | gōšû | ɡOH-shoo |
bring and | וְהָבִ֛יאוּ | wĕhābîʾû | veh-ha-VEE-oo |
sacrifices | זְבָחִ֥ים | zĕbāḥîm | zeh-va-HEEM |
and thank offerings | וְתוֹד֖וֹת | wĕtôdôt | veh-toh-DOTE |
house the into | לְבֵ֣ית | lĕbêt | leh-VATE |
of the Lord. | יְהוָ֑ה | yĕhwâ | yeh-VA |
congregation the And | וַיָּבִ֤יאוּ | wayyābîʾû | va-ya-VEE-oo |
brought in | הַקָּהָל֙ | haqqāhāl | ha-ka-HAHL |
sacrifices | זְבָחִ֣ים | zĕbāḥîm | zeh-va-HEEM |
offerings; thank and | וְתוֹד֔וֹת | wĕtôdôt | veh-toh-DOTE |
and as many as | וְכָל | wĕkāl | veh-HAHL |
free a of were | נְדִ֥יב | nĕdîb | neh-DEEV |
heart | לֵ֖ב | lēb | lave |
burnt offerings. | עֹלֽוֹת׃ | ʿōlôt | oh-LOTE |