2 इतिहास 26:16
परन्तु जब वह सामथीं हो गया, तब उसका मन फूल उठा; और उसने बिगड़ कर अपने परमेश्वर यहोवा का विश्वासघात किया, अर्थात वह धूप की वेदी पर धूप जलाने को यहोवा के मन्दिर में घुस गया।
But when he was strong, | וּכְחֶזְקָת֗וֹ | ûkĕḥezqātô | oo-heh-hez-ka-TOH |
his heart | גָּבַ֤הּ | gābah | ɡa-VA |
up lifted was | לִבּוֹ֙ | libbô | lee-BOH |
to | עַד | ʿad | ad |
his destruction: | לְהַשְׁחִ֔ית | lĕhašḥît | leh-hahsh-HEET |
for he transgressed | וַיִּמְעַ֖ל | wayyimʿal | va-yeem-AL |
Lord the against | בַּֽיהוָ֣ה | bayhwâ | bai-VA |
his God, | אֱלֹהָ֑יו | ʾĕlōhāyw | ay-loh-HAV |
and went | וַיָּבֹא֙ | wayyābōʾ | va-ya-VOH |
into | אֶל | ʾel | el |
the temple | הֵיכַ֣ל | hêkal | hay-HAHL |
Lord the of | יְהוָ֔ה | yĕhwâ | yeh-VA |
to burn incense | לְהַקְטִ֖יר | lĕhaqṭîr | leh-hahk-TEER |
upon | עַל | ʿal | al |
the altar | מִזְבַּ֥ח | mizbaḥ | meez-BAHK |
of incense. | הַקְּטֹֽרֶת׃ | haqqĕṭōret | ha-keh-TOH-ret |