2 इतिहास 2:6
परन्तु किस की इतनी शक्ति है, कि उसके लिये भवन बनाए, वह तो स्वर्ग में वरन सब से ऊंचे स्वर्ग में भी नहीं समाता? मैं क्या हूँ कि उसके साम्हने धूप जलाने को छोड़ और किसी मनसा से उसका भवन बनाऊं?
But who | וּמִ֤י | ûmî | oo-MEE |
is able | יַֽעֲצָר | yaʿăṣor | YA-uh-tsore |
כֹּ֙חַ֙ | kōḥa | KOH-HA | |
build to | לִבְנֽוֹת | libnôt | leev-NOTE |
him an house, | ל֣וֹ | lô | loh |
seeing | בַ֔יִת | bayit | VA-yeet |
the heaven | כִּ֧י | kî | kee |
and heaven | הַשָּׁמַ֛יִם | haššāmayim | ha-sha-MA-yeem |
of heavens | וּשְׁמֵ֥י | ûšĕmê | oo-sheh-MAY |
cannot | הַשָּׁמַ֖יִם | haššāmayim | ha-sha-MA-yeem |
contain | לֹ֣א | lōʾ | loh |
who him? | יְכַלְכְּלֻ֑הוּ | yĕkalkĕluhû | yeh-hahl-keh-LOO-hoo |
am I | וּמִ֤י | ûmî | oo-MEE |
then, that | אֲנִי֙ | ʾăniy | uh-NEE |
I should build | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
house, an him | אֶבְנֶה | ʾebne | ev-NEH |
save only | לּ֣וֹ | lô | loh |
בַ֔יִת | bayit | VA-yeet | |
to burn sacrifice | כִּ֖י | kî | kee |
before | אִם | ʾim | eem |
him? | לְהַקְטִ֥יר | lĕhaqṭîr | leh-hahk-TEER |
לְפָנָֽיו׃ | lĕpānāyw | leh-fa-NAIV |