1 इतिहास 17:5
क्योंकि जिस दिन से मैं इस्राएलियों को मिस्र से ले आया, आज के दिन तक मैं कभी घर में नहीं रहा; परन्तु एक तम्बू से दूसरे तम्बू को ओर एक निवास से दूसरे निवास को आया जाया करता हूँ।
For | כִּ֣י | kî | kee |
I have not | לֹ֤א | lōʾ | loh |
dwelt in | יָשַׁ֙בְתִּי֙ | yāšabtiy | ya-SHAHV-TEE |
an house | בְּבַ֔יִת | bĕbayit | beh-VA-yeet |
since | מִן | min | meen |
the day | הַיּ֗וֹם | hayyôm | HA-yome |
that | אֲשֶׁ֤ר | ʾăšer | uh-SHER |
I brought up | הֶֽעֱלֵ֙יתִי֙ | heʿĕlêtiy | heh-ay-LAY-TEE |
אֶת | ʾet | et | |
Israel | יִשְׂרָאֵ֔ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
unto | עַ֖ד | ʿad | ad |
this | הַיּ֣וֹם | hayyôm | HA-yome |
day; | הַזֶּ֑ה | hazze | ha-ZEH |
but have gone | וָאֶֽהְיֶ֛ה | wāʾehĕye | va-eh-heh-YEH |
from tent | מֵאֹ֥הֶל | mēʾōhel | may-OH-hel |
to | אֶל | ʾel | el |
tent, | אֹ֖הֶל | ʾōhel | OH-hel |
and from one tabernacle | וּמִמִּשְׁכָּֽן׃ | ûmimmiškān | oo-mee-meesh-KAHN |