1 इतिहास 17:27
और अब तू ने प्रसन्न हो कर, अपने दास के घराने पर ऐसी आशीष दी है, कि वह तेरे सम्मुख सदैव बना रहे, क्योंकि हे यहोवा, तू आशीष दे चुका है, इसलिये वह सदैव आशीषित बना रहे।
Now | וְעַתָּ֗ה | wĕʿattâ | veh-ah-TA |
therefore let it please | הוֹאַ֙לְתָּ֙ | hôʾaltā | hoh-AL-TA |
thee to bless | לְבָרֵךְ֙ | lĕbārēk | leh-va-rake |
אֶת | ʾet | et | |
the house | בֵּ֣ית | bêt | bate |
of thy servant, | עַבְדְּךָ֔ | ʿabdĕkā | av-deh-HA |
be may it that | לִֽהְי֥וֹת | lihĕyôt | lee-heh-YOTE |
before | לְעוֹלָ֖ם | lĕʿôlām | leh-oh-LAHM |
ever: for thee | לְפָנֶ֑יךָ | lĕpānêkā | leh-fa-NAY-ha |
for | כִּֽי | kî | kee |
thou | אַתָּ֤ה | ʾattâ | ah-TA |
blessest, | יְהוָה֙ | yĕhwāh | yeh-VA |
Lord, O | בֵּרַ֔כְתָּ | bēraktā | bay-RAHK-ta |
and it shall be blessed | וּמְבֹרָ֖ךְ | ûmĕbōrāk | oo-meh-voh-RAHK |
for ever. | לְעוֹלָֽם׃ | lĕʿôlām | leh-oh-LAHM |