Genesis 41:31
और सुकाल (बहुतायत की उपज) देश में फिर स्मरण न रहेगा क्योंकि अकाल अत्यन्त भयंकर होगा।
And the plenty | וְלֹֽא | wĕlōʾ | veh-LOH |
shall not | יִוָּדַ֤ע | yiwwādaʿ | yee-wa-DA |
known be | הַשָּׂבָע֙ | haśśābāʿ | ha-sa-VA |
in the land | בָּאָ֔רֶץ | bāʾāreṣ | ba-AH-rets |
of reason by | מִפְּנֵ֛י | mippĕnê | mee-peh-NAY |
that | הָֽרָעָ֥ב | hārāʿāb | ha-ra-AV |
famine | הַה֖וּא | hahûʾ | ha-HOO |
following; | אַֽחֲרֵי | ʾaḥărê | AH-huh-ray |
כֵ֑ן | kēn | hane | |
for | כִּֽי | kî | kee |
it | כָבֵ֥ד | kābēd | ha-VADE |
shall be very | ה֖וּא | hûʾ | hoo |
grievous. | מְאֹֽד׃ | mĕʾōd | meh-ODE |