Ezekiel 18:7
और न किसी पर अन्धेर किया हो वरन ऋणी को उसकी बन्धक फेर दी हो, न किसी को लूटा हो, वरन भूखे को अपनी रोटी दी हो और नंगे को कपड़ा ओढ़ाया हो,
And hath not | וְאִישׁ֙ | wĕʾîš | veh-EESH |
oppressed | לֹ֣א | lōʾ | loh |
any, | יוֹנֶ֔ה | yône | yoh-NEH |
but hath restored | חֲבֹלָת֥וֹ | ḥăbōlātô | huh-voh-la-TOH |
debtor the to | חוֹב֙ | ḥôb | hove |
his pledge, | יָשִׁ֔יב | yāšîb | ya-SHEEV |
hath spoiled | גְּזֵלָ֖ה | gĕzēlâ | ɡeh-zay-LA |
none | לֹ֣א | lōʾ | loh |
violence, by | יִגְזֹ֑ל | yigzōl | yeeɡ-ZOLE |
hath given | לַחְמוֹ֙ | laḥmô | lahk-MOH |
his bread | לְרָעֵ֣ב | lĕrāʿēb | leh-ra-AVE |
to the hungry, | יִתֵּ֔ן | yittēn | yee-TANE |
covered hath and | וְעֵירֹ֖ם | wĕʿêrōm | veh-ay-ROME |
the naked | יְכַסֶּה | yĕkasse | yeh-ha-SEH |
with a garment; | בָּֽגֶד׃ | bāged | BA-ɡed |