Romans 9:11
और अभी तक न तो बालक जन्मे थे, और न उन्होंने कुछ भला या बुरा किया था कि उस ने कहा, कि जेठा छुटके का दास होगा।
Romans 9:11 in Other Translations
King James Version (KJV)
(For the children being not yet born, neither having done any good or evil, that the purpose of God according to election might stand, not of works, but of him that calleth;)
American Standard Version (ASV)
for `the children' being not yet born, neither having done anything good or bad, that the purpose of God according to election might stand, not of works, but of him that calleth,
Bible in Basic English (BBE)
Before the children had come into existence, or had done anything good or bad, in order that God's purpose and his selection might be effected, not by works, but by him whose purpose it is,
Darby English Bible (DBY)
[the children] indeed being not yet born, or having done anything good or worthless (that the purpose of God according to election might abide, not of works, but of him that calls),
World English Bible (WEB)
For being not yet born, neither having done anything good or bad, that the purpose of God according to election might stand, not of works, but of him who calls,
Young's Literal Translation (YLT)
(for they being not yet born, neither having done anything good or evil, that the purpose of God, according to choice, might remain; not of works, but of Him who is calling,) it was said to her --
| (For | μήπω | mēpō | MAY-poh |
| the children being not yet | γὰρ | gar | gahr |
| born, | γεννηθέντων | gennēthentōn | gane-nay-THANE-tone |
| neither | μηδὲ | mēde | may-THAY |
| done having | πραξάντων | praxantōn | pra-KSAHN-tone |
| any | τι | ti | tee |
| good | ἀγαθὸν | agathon | ah-ga-THONE |
| or | ἢ | ē | ay |
| evil, | κακόν, | kakon | ka-KONE |
| that | ἵνα | hina | EE-na |
| the | ἡ | hē | ay |
| purpose | κατ' | kat | kaht |
| of to | ἐκλογὴν | eklogēn | ake-loh-GANE |
| God | τοῦ | tou | too |
| according | θεοῦ | theou | thay-OO |
| election | πρόθεσις | prothesis | PROH-thay-sees |
| might stand, | μένῃ | menē | MAY-nay |
| not | οὐκ | ouk | ook |
| of | ἐξ | ex | ayks |
| works, | ἔργων | ergōn | ARE-gone |
| but | ἀλλ' | all | al |
| of | ἐκ | ek | ake |
| him | τοῦ | tou | too |
| that calleth;) | καλοῦντος | kalountos | ka-LOON-tose |
Cross Reference
Romans 4:17
जैसा लिखा है, कि मैं ने तुझे बहुत सी जातियों का पिता ठहराया है उस परमेश्वर के साम्हने जिस पर उस ने विश्वास किया और जो मरे हुओं को जिलाता है, और जो बातें हैं ही नहीं, उन का नाम ऐसा लेता है, कि मानो वे हैं।
Ephesians 1:4
जैसा उस ने हमें जगत की उत्पति से पहिले उस में चुन लिया, कि हम उसके निकट प्रेम में पवित्र और निर्दोष हों।
Ephesians 1:9
कि उस ने अपनी इच्छा का भेद उस सुमति के अनुसार हमें बताया जिसे उस ने अपने आप में ठान लिया था।
2 Thessalonians 2:13
पर हे भाइयो, और प्रभु के प्रिय लोगो चाहिये कि हम तुम्हारे विषय में सदा परमेश्वर का धन्यवाद करते रहें, कि परमेश्वर ने आदि से तुम्हें चुन लिया; कि आत्मा के द्वारा पवित्र बन कर, और सत्य की प्रतीति करके उद्धार पाओ।
1 Peter 5:10
अब परमेश्वर जो सारे अनुग्रह का दाता है, जिस ने तुम्हें मसीह में अपनी अनन्त महिमा के लिये बुलाया, तुम्हारे थोड़ी देर तक दुख उठाने के बाद आप ही तुम्हें सिद्ध और स्थिर और बलवन्त करेगा।
2 Peter 1:10
इस कारण हे भाइयों, अपने बुलाए जाने, और चुन लिये जाने को सिद्ध करने का भली भांति यत्न करते जाओ, क्योंकि यदि ऐसा करोगे, तो कभी भी ठोकर न खाओगे।
Revelation 17:14
ये मेम्ने से लड़ेंगे, और मेम्ना उन पर जय पाएगा; क्योंकि वह प्रभुओं का प्रभु, और राजाओं का राजा है: और जो बुलाए हुए, और चुने हुए, ओर विश्वासी उसके साथ हैं, वे भी जय पाएंगे।
Titus 3:5
तो उस ने हमारा उद्धार किया: और यह धर्म के कामों के कारण नहीं, जो हम ने आप किए, पर अपनी दया के अनुसार, नए जन्म के स्नान, और पवित्र आत्मा के हमें नया बनाने के द्वारा हुआ।
2 Timothy 1:9
जिस ने हमारा उद्धार किया, और पवित्र बुलाहट से बुलाया, और यह हमारे कामों के अनुसार नहीं; पर अपनी मनसा और उस अनुग्रह के अनुसार है जो मसीह यीशु में सनातन से हम पर हुआ है।
1 Thessalonians 2:12
कि तुम्हारा चाल चलन परमेश्वर के योग्य हो, जो तुम्हें अपने राज्य और महिमा में बुलाता है॥
1 Thessalonians 1:4
और हे भाइयो, परमेश्वर के प्रिय लोगों हम जानतें हैं, कि तुम चुने हुए हो।
Ephesians 3:11
उस सनातन मनसा के अनुसार, जो उस ने हमारे प्रभु मसीह यीशु में की थी।
Psalm 51:5
देख, मैं अधर्म के साथ उत्पन्न हुआ, और पाप के साथ अपनी माता के गर्भ में पड़ा॥
Isaiah 14:24
सेनाओं के यहोवा ने यह शपथ खाई है, नि:सन्देह जैसा मैं ने ठाना है, वैसा ही हो जाएगा, और जैसी मैं ने युक्ति की है, वैसी ही पूरी होगी,
Isaiah 14:26
यही युक्ति सारी पृथ्वी के लिये ठहराई गई है; और यह वही हाथ है जो सब जातियों पर बढ़ा हुआ है।
Isaiah 23:9
सेनाओं के यहोवा ही ने ऐसी युक्ति की है कि समस्त गौरव के घमण्ड को तुच्छ कर दे और पृथ्वी के प्रतिष्ठितों का अपमान करवाए।
Jeremiah 51:29
यहोवा ने विचारा है कि वह बाबुल के देश को ऐसा उजाड़ करे कि उस में कोई भी न रहे; इसलिये पृथ्वी कांपती है और दु:खित होती है
Romans 8:28
और हम जानते हैं, कि जो लोग परमेश्वर से प्रेम रखते हैं, उन के लिये सब बातें मिलकर भलाई ही को उत्पन्न करती है; अर्थात उन्हीं के लिये जो उस की इच्छा के अनुसार बुलाए हुए हैं।
Romans 11:5
सो इसी रीति से इस समय भी, अनुग्रह से चुने हुए कितने लोग बाकी हैं।
Ephesians 2:3
इन में हम भी सब के सब पहिले अपने शरीर की लालसाओं में दिन बिताते थे, और शरीर, और मन की मनसाएं पूरी करते थे, और और लोगों के समान स्वभाव ही से क्रोध की सन्तान थे।
Ephesians 2:9
और न कर्मों के कारण, ऐसा न हो कि कोई घमण्ड करे।
Isaiah 46:10
मैं तो अन्त की बात आदि से और प्राचीनकाल से उस बात को बताता आया हूं जो अब तक नहीं हुई। मैं कहता हूं, मेरी युक्ति स्थिर रहेगी और मैं अपनी इच्छा को पूरी करूंगा।