Psalm 73:8
वे ठट्ठा मारते हैं, और दुष्टता से अन्धेर की बात बोलते हैं;
Psalm 73:8 in Other Translations
King James Version (KJV)
They are corrupt, and speak wickedly concerning oppression: they speak loftily.
American Standard Version (ASV)
They scoff, and in wickedness utter oppression: They speak loftily.
Bible in Basic English (BBE)
Their thoughts are deep with evil designs; their talk from their seats of power is of cruel acts.
Darby English Bible (DBY)
They mock and speak wickedly of oppression, they speak loftily:
Webster's Bible (WBT)
They are corrupt, and speak wickedly concerning oppression: they speak loftily.
World English Bible (WEB)
They scoff and speak with malice. In arrogance, they threaten oppression.
Young's Literal Translation (YLT)
They do corruptly, And they speak in the wickedness of oppression, From on high they speak.
| They are corrupt, | יָמִ֤יקוּ׀ | yāmîqû | ya-MEE-koo |
| and speak | וִידַבְּר֣וּ | wîdabbĕrû | vee-da-beh-ROO |
| wickedly | בְרָ֣ע | bĕrāʿ | veh-RA |
| concerning oppression: | עֹ֑שֶׁק | ʿōšeq | OH-shek |
| they speak | מִמָּר֥וֹם | mimmārôm | mee-ma-ROME |
| loftily. | יְדַבֵּֽרוּ׃ | yĕdabbērû | yeh-da-bay-ROO |
Cross Reference
Jude 1:16
ये तो असंतुष्ट, कुड़कुड़ाने वाले, और अपने अभिलाषाओं के अनुसार चलने वाले हैं; और अपने मुंह से घमण्ड की बातें बोलते हैं; और वे लाभ के लिये मुंह देखी बड़ाई किया करते हैं॥
2 Peter 2:18
वे व्यर्थ घमण्ड की बातें कर करके लुचपन के कामों के द्वारा, उन लोगों को शारीरिक अभिलाषाओं में फंसा लेते हैं, जो भटके हुओं में से अभी निकल ही रहे हैं।
2 Peter 2:10
निज करके उन्हें जो अशुद्ध अभिलाषाओं के पीछे शरीर के अनुसार चलते, और प्रभुता को तुच्छ जानते हैं: वे ढीठ, और हठी हैं, और ऊंचे पद वालों को बुरा भला कहने से नहीं डरते।
Hosea 7:16
वे फिरते तो हैं, परन्तु परमप्रधान की ओर नहीं; वे धोखा देने वाले धनुष के समान हैं; इसलिये उनके हाकिम अपनी क्रोधभरी बातों के कारण तलवार से मारे जाएंगे। मिस्र देश में उनके ठट्ठों में उड़ाए जाने का यही कारण होगा॥
Jeremiah 7:9
तुम जो चोरी, हत्या और व्यभिचार करते, झूठी शपथ खाते, बाल देवता के लिये धूप जलाते, और दूसरे देवताओं के पीछे जिन्हें तुम पहिले नहीं जानते थे चलते हो,
Proverbs 30:13
एक पीढ़ी के लोग ऐसे हैं उनकी दृष्टि क्या ही घमण्ड से भरी रहती है, और उनकी आंखें कैसी चढ़ी हुई रहती हैं।
Psalm 53:1
मूढ़ ने अपने मन में कहा है, कि कोई परमेश्वर है ही नहीं। वे बिगड़ गए, उन्होंने कुटिलता के घिनौने काम किए हैं; कोई सुकर्मी नहीं॥
Psalm 17:10
उन्होंने अपने हृदयों को कठोर किया है; उनके मुंह से घमंड की बातें निकलती हैं।
Psalm 12:4
वे कहते हैं कि हम अपनी जीभ ही से जीतेंगे, हमारे ओंठ हमारे ही वश में हैं; हमारा प्रभु कौन है?
Psalm 10:10
वह झुक जाता है और वह दुबक कर बैठता है; और लाचार लोग उसके महाबली हाथों से पटके जाते हैं।
1 Kings 21:7
उसकी पत्नी ईज़ेबेल ने उस से कहा, क्या तू इस्राएल पर राज्य करता है कि नहीं? उठ कर भोजन कर; और तेरा मन आनन्दित हो; यिज्रेली नाबोत की दाख की बारी मैं तुझे दिलवा दूंगी।
1 Samuel 13:19
और इस्राएल के पूरे देश में लोहार कहीं नहीं मिलता था, क्योंकि पलिश्तियों ने कहा था, कि इब्री तलवार वा भाला बनाने न पांए;
Exodus 1:9
और उसने अपनी प्रजा से कहा, देखो, इस्राएली हम से गिनती और सामर्थ्य में अधिक बढ़ गए हैं।
Psalm 10:2
दुष्टों के अहंकार के कारण दीन मनुष्य खदेड़े जाते हैं; वे अपनी ही निकाली हुई युक्तियों में फंस जाएं॥