Psalm 119:134
मुझे मनुष्यों के अन्धेर से छुड़ा ले, तब मैं तेरे उपदेशों को मानूंगा।
Psalm 119:134 in Other Translations
King James Version (KJV)
Deliver me from the oppression of man: so will I keep thy precepts.
American Standard Version (ASV)
Redeem me from the oppression of man: So will I observe thy precepts.
Bible in Basic English (BBE)
Make me free from the cruel rule of man; then I will keep your orders.
Darby English Bible (DBY)
Deliver me from the oppression of man; and I will keep thy precepts.
World English Bible (WEB)
Redeem me from the oppression of man, So I will observe your precepts.
Young's Literal Translation (YLT)
Ransom me from the oppression of man, And I observe Thy precepts,
| Deliver | פְּ֭דֵנִי | pĕdēnî | PEH-day-nee |
| me from the oppression | מֵעֹ֣שֶׁק | mēʿōšeq | may-OH-shek |
| man: of | אָדָ֑ם | ʾādām | ah-DAHM |
| so will I keep | וְ֝אֶשְׁמְרָ֗ה | wĕʾešmĕrâ | VEH-esh-meh-RA |
| thy precepts. | פִּקּוּדֶֽיךָ׃ | piqqûdêkā | pee-koo-DAY-ha |
Cross Reference
Psalm 56:1
हे परमेश्वर, मुझ पर अनुग्रह कर, क्योंकि मनुष्य मुझे निगलना चाहते हैं। वे दिन भर लड़कर मुझे सताते हैं।
Psalm 119:122
अपने दास की भलाई के लिये जामिन हो, ताकि अभिमानी मुझ पर अन्धेर न करने पांए।
Ezekiel 11:17
इसलिये, उन से कह, प्रभु यहोवा यों कहता है, कि मैं तुम को जाति जाति के लोगों के बीच से बटोरूंगा, और जिन देशों में तुम तितर-बितर किए गए हो, उन में से तुम को इकट्ठा करूंगा, और तुम्हें इस्राएल की भूमि दूंगा।
Luke 1:74
कि वह हमें यह देगा, कि हम अपने शत्रुओं के हाथ से छुटकर।
Psalm 56:13
क्योंकि तू ने मुझ को मृत्यु से बचाया है; तू ने मेरे पैरों को भी फिसलने से बचाया है, ताकि मैं ईश्वर के साम्हने जीवतों के उजियाले में चलूं फिरूं?
Psalm 105:43
वह अपनी प्रजा को हर्षित करके और अपने चुने हुओं से जयजयकार कराके निकाल लाया।
Psalm 142:6
मेरी चिल्लाहट को ध्यान देकर सुन, क्योंकि मेरी बड़ी दुर्दशा हो गई है! जो मेरे पीछे पड़े हैं, उन से मुझे बचा ले; क्योंकि वे मुझ से अधिक सामर्थी हैं।
Ezekiel 36:24
मैं तुम को जातियों में से ले लूंगा, और देशों में से इकट्ठा करूंगा; और तुम को तुम्हारे निज देश में पहुंचा दूंगा।
Acts 9:31
सो सारे यहूदिया, और गलील, और समरिया में कलीसिया को चैन मिला, और उसकी उन्नति होती गई; और वह प्रभु के भय और पवित्र आत्मा की शान्ति में चलती और बढ़ती जाती थी॥