Psalm 114:4 in Hindi

Hindi Hindi Bible Psalm Psalm 114 Psalm 114:4

Psalm 114:4
पहाड़ मेढ़ों की नाईं उछलने लगे, और पहाड़ियां भेड़- बकरियों के बच्चों की नाईं उछलने लगीं॥

Psalm 114:3Psalm 114Psalm 114:5

Psalm 114:4 in Other Translations

King James Version (KJV)
The mountains skipped like rams, and the little hills like lambs.

American Standard Version (ASV)
The mountains skipped like rams, The little hills like lambs.

Bible in Basic English (BBE)
The mountains were jumping like goats, and the little hills like lambs.

Darby English Bible (DBY)
The mountains skipped like rams, the hills like lambs.

World English Bible (WEB)
The mountains skipped like rams, The little hills like lambs.

Young's Literal Translation (YLT)
The mountains have skipped as rams, Heights as sons of a flock.

The
mountains
הֶֽ֭הָרִיםhehārîmHEH-ha-reem
skipped
רָקְד֣וּroqdûroke-DOO
like
rams,
כְאֵילִ֑יםkĕʾêlîmheh-ay-LEEM
hills
little
the
and
גְּ֝בָע֗וֹתgĕbāʿôtɡEH-va-OTE
like
lambs.
כִּבְנֵיkibnêkeev-NAY

צֹֽאן׃ṣōntsone

Cross Reference

Exodus 19:18
और यहोवा जो आग में हो कर सीनै पर्वत पर उतरा था, इस कारण समस्त पर्वत धुएं से भर गया; और उसका धुआं भट्टे का सा उठ रहा था, और समस्त पर्वत बहुत कांप रहा था

Habakkuk 3:6
वह खड़ा हो कर पृथ्वी को नाप रहा था; उसने देखा और जाति जाति के लोग घबरा गए; तब सनातन पर्वत चकनाचूर हो गए, और सनातन की पहाडिय़ां झुक गईं उसकी गति अनन्त काल से एक सी है।

Judges 5:4
हे यहोवा, जब तू सेईर से निकल चला, जब तू ने एदोम के देश से प्रस्थान किया, तब पृथ्वी डोल उठी, और आकाश टूट पड़ा, बादल से भी जल बरसने लगा॥

Revelation 20:11
फिर मैं ने एक बड़ा श्वेत सिंहासन और उस को जो उस पर बैठा हुआ है, देखा, जिस के साम्हने से पृथ्वी और आकाश भाग गए, और उन के लिये जगह न मिली।

2 Peter 3:7
पर वर्तमान काल के आकाश और पृथ्वी उसी वचन के द्वारा इसलिये रखे हैं, कि जलाए जाएं; और वह भक्तिहीन मनुष्यों के न्याय और नाश होने के दिन तक ऐसे ही रखे रहेंगे॥

Habakkuk 3:8
हे यहोवा, क्या तू नदियों पर रिसियाया था? क्या तेरा क्रोध नदियों पर भड़का था, अथवा क्या तेरी जलजलाहट समुद्र पर भड़की थी, जब तू अपने घोड़ों पर और उद्धार करने वाले विजयी रथों पर चढ़कर आ रहा था?

Nahum 1:5
उसके स्पर्श से पहाड़ कांप उठते हैं और पहाडिय़ां गल जाती हैं; उसके प्रताप से पृथ्वी वरन सारा संसार अपने सब रहने वालों समेत थरथरा उठता है॥

Micah 1:3
क्योंकि देख, यहोवा अपने पवित्र स्थान से बाहर निकल रहा है, और वह उतर कर पृथ्वी के ऊंचे स्थानों पर चलेगा।

Jeremiah 4:23
मैं ने पृथ्वी पर देखा, वह सूनी और सुनसान पड़ी थी; और आकाश को, और उस में कोई ज्योति नहीं थी।

Psalm 68:16
परन्तु हे शिखर वाले पहाड़ों, तुम क्यों उस पर्वत को घूरते हो, जिसे परमेश्वर ने अपने वास के लिये चाहा है, और जहां यहोवा सदा वास किए रहेगा?

Psalm 39:6
सचमुच मनुष्य छाया सा चलता फिरता है; सचमुच वे व्यर्थ घबराते हैं; वह धन का संचय तो करता है परन्तु नहीं जानता कि उसे कौन लेगा!

Psalm 29:6
वह उन्हें बछड़े की नाईं और लबानोन और शिर्योन को जंगली बछड़े के समान उछालता है॥

Psalm 18:7
तब पृथ्वी हिल गई, और कांप उठी और पहाड़ों की नेवे कंपित होकर हिल गई क्योंकि वह अति क्रोधित हुआ था।

Exodus 20:18
और सब लोग गरजने और बिजली और नरसिंगे के शब्द सुनते, और धुआं उठते हुए पर्वत को देखते रहे, और देख के, कांपकर दूर खड़े हो गए;