Psalm 112:1
याह की स्तुति करो। क्या ही धन्य है वह पुरूष जो यहोवा का भय मानता है, और उसकी आज्ञाओं से अति प्रसन्न रहता है!
Psalm 112:1 in Other Translations
King James Version (KJV)
Praise ye the LORD. Blessed is the man that feareth the LORD, that delighteth greatly in his commandments.
American Standard Version (ASV)
Praise ye Jehovah. Blessed is the man that feareth Jehovah, That delighteth greatly in his commandments.
Bible in Basic English (BBE)
Let the Lord be praised. Happy is the man who gives honour to the Lord, and has great delight in his laws.
Darby English Bible (DBY)
Hallelujah! Blessed is the man that feareth Jehovah, that delighteth greatly in his commandments.
World English Bible (WEB)
Praise Yah! Blessed is the man who fears Yahweh, Who delights greatly in his commandments.
Young's Literal Translation (YLT)
Praise ye Jah! O the happiness of one fearing Jehovah, In His commands he hath delighted greatly.
| Praise | הַ֥לְלוּ | hallû | HAHL-loo |
| ye the Lord. | יָ֨הּ׀ | yāh | ya |
| Blessed | אַשְׁרֵי | ʾašrê | ash-RAY |
| is the man | אִ֭ישׁ | ʾîš | eesh |
| feareth that | יָרֵ֣א | yārēʾ | ya-RAY |
| אֶת | ʾet | et | |
| the Lord, | יְהוָ֑ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| delighteth that | בְּ֝מִצְוֹתָ֗יו | bĕmiṣwōtāyw | BEH-mee-ts-oh-TAV |
| greatly | חָפֵ֥ץ | ḥāpēṣ | ha-FAYTS |
| in his commandments. | מְאֹֽד׃ | mĕʾōd | meh-ODE |
Cross Reference
Psalm 128:1
क्या ही धन्य है हर एक जो यहोवा का भय मानता है, और उसके मार्गों पर चलता है!
Psalm 119:16
मैं तेरी विधियों से सुख पाऊंगा; और तेरे वचन को न भूलूंगा॥
Psalm 111:10
बुद्धि का मूल यहोवा का भय है; जितने उसकी आज्ञाओं को मानते हैं, उनकी बुद्धि अच्छी होती है। उसकी स्तुति सदा बनी रहेगी॥
Psalm 148:11
हे पृथ्वी के राजाओं, और राज्य राज्य के सब लोगों, हे हाकिमों और पृथ्वी के सब न्यायियों!
Psalm 150:1
याह की स्तुति करो! ईश्वर के पवित्रस्थान में उसकी स्तुति करो; उसकी सामर्थ्य से भरे हुए आकाशमण्डल में उसी की स्तुति करो!
Isaiah 50:10
तुम में से कौन है जो यहोवा का भय मानता और उसके दास की बातें सुनता है, जो अन्धियारे में चलता हो और उसके पास ज्योति न हो? वह यहोवा के नाम का भरोसा रखे, और अपने परमेश्वर पर आशा लगाए रहे।
Luke 1:50
और उस की दया उन पर, जो उस से डरते हैं, पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहती है।
Romans 7:22
क्योंकि मैं भीतरी मनुष्यत्व से तो परमेश्वर की व्यवस्था से बहुत प्रसन्न रहता हूं।
Romans 8:6
शरीर पर मन लगाना तो मृत्यु है, परन्तु आत्मा पर मन लगाना जीवन और शान्ति है।
Psalm 147:1
याह की स्तुति करो! क्योंकि अपने परमेश्वर का भजन गाना अच्छा है; क्योंकि वह मन भावना है, उसकी स्तुति करनी मन भावनी है।
Psalm 145:19
वह अपने डरवैयों की इच्छा पूरी करता है, ओर उनकी दोहाई सुन कर उनका उद्धार करता है।
Psalm 119:143
मैं संकट और सकेती में फंसा हूं, परन्तु मैं तेरी आज्ञाओं से सुखी हूं।
Psalm 1:1
क्या ही धन्य है वह पुरूष जो दुष्टों की युक्ति पर नहीं चलता, और न पापियों के मार्ग में खड़ा होता; और न ठट्ठा करने वालों की मण्डली में बैठता है!
Psalm 40:8
हे मेरे परमेश्वर मैं तेरी इच्छा पूरी करने से प्रसन्न हूं; और तेरी व्यवस्था मेरे अन्त:करण में बनी है॥
Psalm 115:7
उनके हाथ तो रहते हैं, परन्तु वे स्पर्श नहीं कर सकतीं; उनके पांव तो रहते हैं, परन्तु वे चल नहीं सकतीं; और अपने कण्ठ से कुछ भी शब्द नहीं निकाल सकतीं।
Psalm 119:14
मैं तेरी चितौनियों के मार्ग से, मानों सब प्रकार के धन से हर्षित हुआ हूं।
Psalm 119:35
अपनी आज्ञाओं के पथ में मुझ को चला, क्योंकि मैं उसी से प्रसन्न हूं।
Psalm 119:47
क्योंकि मैं तेरी आज्ञाओं के कारण सुखी हूं, और मैं उन से प्रीति रखता हूं।
Psalm 119:70
उनका मन मोटा हो गया है, परन्तु मैं तेरी व्यवस्था के कारण सुखी हूं।
Psalm 119:97
अहा! मैं तेरी व्यवस्था में कैसी प्रीति रखता हूं! दिन भर मेरा ध्यान उसी पर लगा रहता है।
Psalm 111:1
याह की स्तुति करो। मैं सीधे लोगों की गोष्ठी में और मण्डली में भी सम्पूर्ण मन से यहोवा का धन्यवाद करूंगा।