Nehemiah 9:30 in Hindi

Hindi Hindi Bible Nehemiah Nehemiah 9 Nehemiah 9:30

Nehemiah 9:30
तू तो बहुत वर्ष तक उनकी सहता रहा, और अपने आत्मा से नबियों के द्वारा उन्हें चिताता रहा, परन्तु वे कान नहीं लगाते थे, इसलिये तू ने उन्हें देश देश के लोगों के हाथ में कर दिया।

Nehemiah 9:29Nehemiah 9Nehemiah 9:31

Nehemiah 9:30 in Other Translations

King James Version (KJV)
Yet many years didst thou forbear them, and testifiedst against them by thy spirit in thy prophets: yet would they not give ear: therefore gavest thou them into the hand of the people of the lands.

American Standard Version (ASV)
Yet many years didst thou bear with them, and testifiedst against them by thy Spirit through thy prophets: yet would they not give ear: therefore gavest thou them into the hand of the peoples of the lands.

Bible in Basic English (BBE)
Year after year you put up with them, and gave witness against them by your spirit through your prophets: still they did not give ear: and so you gave them up into the hands of the peoples of the lands.

Darby English Bible (DBY)
And many years didst thou forbear with them, and testifiedst against them by thy Spirit through thy prophets; but they would not give ear: and thou gavest them into the hand of the peoples of the lands.

Webster's Bible (WBT)
Yet many years didst thou forbear over them, and testifiedst against them by thy spirit in thy prophets: yet would they not give ear: therefore thou gavest them into the hand of the people of the lands.

World English Bible (WEB)
Yet many years did you bear with them, and testified against them by your Spirit through your prophets: yet would they not give ear: therefore gave you them into the hand of the peoples of the lands.

Young's Literal Translation (YLT)
`And Thou drawest over them many years, and testifiest against them by Thy Spirit, by the hand of Thy prophets, and they have not given ear, and Thou dost give them into the hand of peoples of the lands,

Yet
many
וַתִּמְשֹׁ֤ךְwattimšōkva-teem-SHOKE
years
עֲלֵיהֶם֙ʿălêhemuh-lay-HEM
didst
thou
forbear
שָׁנִ֣יםšānîmsha-NEEM

רַבּ֔וֹתrabbôtRA-bote
them,
and
testifiedst
וַתָּ֨עַדwattāʿadva-TA-ad
spirit
thy
by
them
against
בָּ֧םbāmbahm
in
בְּרֽוּחֲךָ֛bĕrûḥăkābeh-roo-huh-HA
thy
prophets:
בְּיַדbĕyadbeh-YAHD
not
they
would
yet
נְבִיאֶ֖יךָnĕbîʾêkāneh-vee-A-ha
give
ear:
וְלֹ֣אwĕlōʾveh-LOH
therefore
gavest
הֶֽאֱזִ֑ינוּheʾĕzînûheh-ay-ZEE-noo
hand
the
into
them
thou
וַֽתִּתְּנֵ֔םwattittĕnēmva-tee-teh-NAME
of
the
people
בְּיַ֖דbĕyadbeh-YAHD
of
the
lands.
עַמֵּ֥יʿammêah-MAY
הָֽאֲרָצֹֽת׃hāʾărāṣōtHA-uh-ra-TSOTE

Cross Reference

Acts 7:51
जैसा तुम्हारे बाप दादे करते थे, वैसे ही तुम भी करते हो।

Isaiah 42:24
किस ने याकूब को लुटवाया और इस्राएल को लुटेरों के वश में कर दिया? क्या यहोवा ने यह नहीं किया जिसके विरुद्ध हम ने पाप किया, जिसके मार्गों पर उन्होंने चलना न चाहा और न उसकी व्यवस्था को माना?

Nehemiah 9:26
परन्तु वे तुझ से फिरकर बलवा करने वाले बन गए और तेरी व्यवस्था को त्याग दिया, और तेरे जो नबी तेरी ओर उन्हें फेरने के लिये उन को चिताते रहे उन को उन्होंने घात किया, और तेरा बहुत तिरस्कार किया।

Nehemiah 9:29
और उन को चिताता था कि उन को फिर अपनी व्यवस्था के आधीन कर दे। परन्तु वे अभिमान करते रहे और तेरी आज्ञाएं नहीं मानते थे, और तेरे नियम, जिन को यदि मनुष्य माने, तो उनके कारण जीवित रहे, उनके विरुद्ध पाप करते, और हठ कर के अपना कन्धा हटाते और न सुनते थे।

Isaiah 5:5
अब मैं तुम को जताता हूं कि अपनी दाख की बारी से क्या करूंगा। मैं उसके कांटे वाले बाड़े को उखाड़ दूंगा कि वह चट की जाए, और उसकी भीत को ढा दूंगा कि वह रौंदी जाए।

Isaiah 63:10
तौभी उन्होंने बलवा किया और उसके पवित्र आत्मा को खेदित किया; इस कारण वह पलट कर उनका शत्रु हो गया, और स्वयं उन से लड़ने लगा।

Lamentations 2:17
यहोवा ने जो कुछ ठाना था वही किया भी है, जो वचन वह प्राचीनकाल से कहता आया है वही उसने पूरा भी किया है; उसने निठुरता से तुझे ढा दिया है, उसने शत्रुओं को तुझ पर आनन्दित किया, और तेरे द्रोहियों के सींग को ऊंचा किया हे।

Zechariah 7:13
और सेनाओं के यहोवा का यह वचन हुआ, कि जैसे मेरे पुकारने पर उन्होंने नहीं सुना, वैसे ही उसके पुकारने पर मैं भी न सुनूंगा;

1 Peter 1:11
उन्होंने इस बात की खोज की कि मसीह का आत्मा जो उन में था, और पहिले ही से मसीह के दुखों की और उन के बाद होने वाली महिमा की गवाही देता था, वह कौन से और कैसे समय की ओर संकेत करता था।

2 Peter 1:21
क्योंकि कोई भी भविष्यद्वाणी मनुष्य की इच्छा से कभी नहीं हुई पर भक्त जन पवित्र आत्मा के द्वारा उभारे जाकर परमेश्वर की ओर से बोलते थे॥

2 Chronicles 36:15
और उनके पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा ने बड़ा यत्न कर के अपने दूतों से उन के पास कहला भेजा, क्योंकि वह अपनी प्रजा और अपने धाम पर तरस खाता था;

2 Kings 17:13
तौभी यहोवा ने सब भविष्यद्वक्ताओं और सब दशिर्यों के द्वारा इस्राएल और यहूदा को यह कह कर चिताया था, कि अपनी बुरी चाल छोड़ कर उस सारी व्यवस्था के अनुसार जो मैं ने तुम्हारे पुरखाओं को दी थी, और अपने दास भविष्यद्वक्ताओं के हाथ तुम्हारे पास पहुंचाई है, मेरी आज्ञाओं और विधियों को माना करो।

Nehemiah 9:20
वरन तू ने उन्हें समझाने के लिये अपने आत्मा को जो भला है दिया, और अपना मन्ना उन्हें खिलाना न छोड़ा, और उनकी प्यास बुझाने को पानी देता रहा।

Psalm 86:15
परन्तु प्रभु तू दयालु और अनुग्रहकारी ईश्वर है, तू विलम्ब से कोप करने वाला और अति करूणामय है।

Jeremiah 7:25
जिस दिन तुम्हारे पुरखा मिस्र देश से निकले, उस दिन से आज तक मैं तो अपने सारे दासों, भविष्यद्वक्ताओं को, तुम्हारे पास बड़े यत्न से लगातार भेजता रहा;

Jeremiah 25:4
और यद्यपि यहोवा तुम्हारे पास अपने सारे दासों अथवा भविष्यद्वक्ताओं को भी यह कहने के लिये बड़े यत्न से भेजता आया है

Jeremiah 40:2
जल्लादों के प्रधान नबूजरदान ने यिर्मयाह को उस समय अपने पास बुला लिया, और कहा, इस स्थान पर यह जो विपत्ति पड़ी है वह तेरे परमेश्वर यहोवा की कही हुई थी।

Jeremiah 44:22
क्या उसने उसको स्मरण न किया? सो जब यहोवा तुम्हारे बुरे और सब घृणित कामों को और अधिक न सह सका, तब तुम्हारा देश उजड़ कर निर्जन और सुनसान हो गया, यहां तक कि लोग उसकी उपमा देकर शाप दिया करते हैं, जैसे कि आज होता है।

Acts 13:18
और वह कोई चालीस वर्ष तक जंगल में उन की सहता रहा।

Acts 28:25
जब आपस में एक मत न हुए, तो पौलुस के इस एक बात के कहने पर चले गए, कि पवित्र आत्मा ने यशायाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा तुम्हारे बाप दादों से अच्छा कहा, कि जाकर इन लोगों से कह।

Romans 2:4
क्या तू उस की कृपा, और सहनशीलता, और धीरज रूपी धन को तुच्छ जानता है और कया यह नहीं समझता, कि परमेश्वर की कृपा तुझे मन फिराव को सिखाती है?

2 Peter 3:9
प्रभु अपनी प्रतिज्ञा के विषय में देर नहीं करता, जैसी देर कितने लोग समझते हैं; पर तुम्हारे विषय में धीरज धरता है, और नहीं चाहता, कि कोई नाश हो; वरन यह कि सब को मन फिराव का अवसर मिले।