Mark 6:20 in Hindi

Hindi Hindi Bible Mark Mark 6 Mark 6:20

Mark 6:20
क्योंकि हेरोदेस यूहन्ना को धर्मी और पवित्र पुरूष जानकर उस से डरता था, और उसे बचाए रखता था, और उस की सुनकर बहुत घबराता था, पर आनन्द से सुनता था।

Mark 6:19Mark 6Mark 6:21

Mark 6:20 in Other Translations

King James Version (KJV)
For Herod feared John, knowing that he was a just man and an holy, and observed him; and when he heard him, he did many things, and heard him gladly.

American Standard Version (ASV)
for Herod feared John, knowing that he was a righteous and holy man, and kept him safe. And when he heard him, he was much perplexed; and he heard him gladly.

Bible in Basic English (BBE)
For Herod was in fear of John, being conscious that he was an upright and holy man, and kept him safe. And hearing him, he was much troubled; and he gave ear to him gladly.

Darby English Bible (DBY)
for Herod feared John knowing that he was a just and holy man, and kept him safe; and having heard him, did many things, and heard him gladly.

World English Bible (WEB)
for Herod feared John, knowing that he was a righteous and holy man, and kept him safe. When he heard him, he did many things, and he heard him gladly.

Young's Literal Translation (YLT)
for Herod was fearing John, knowing him a man righteous and holy, and was keeping watch over him, and having heard him, was doing many things, and hearing him gladly.


hooh
For
γὰρgargahr
Herod
Ἡρῴδηςhērōdēsay-ROH-thase
feared
ἐφοβεῖτοephobeitoay-foh-VEE-toh

τὸνtontone
John,
Ἰωάννηνiōannēnee-oh-AN-nane
knowing
εἰδὼςeidōsee-THOSE
he
that
αὐτὸνautonaf-TONE
was
a
just
ἄνδραandraAN-thra
man
δίκαιονdikaionTHEE-kay-one
and
καὶkaikay
an
holy,
ἅγιονhagionA-gee-one
and
καὶkaikay
observed
συνετήρειsynetēreisyoon-ay-TAY-ree
him;
αὐτόνautonaf-TONE
and
καὶkaikay
when
he
heard
ἀκούσαςakousasah-KOO-sahs
him,
αὐτοῦautouaf-TOO
did
he
πολλὰpollapole-LA
many
things,
ἐποίει,epoieiay-POO-ee
and
καὶkaikay
heard
ἡδέωςhēdeōsay-THAY-ose
him
αὐτοῦautouaf-TOO
gladly.
ἤκουενēkouenA-koo-ane

Cross Reference

Matthew 21:26
और यदि कहें मनुष्यों की ओर से तो हमें भीड़ का डर है; क्योंकि वे सब युहन्ना को भविष्यद्वक्ता जानते हैं।

Mark 4:16
और वैसे ही जो पत्थरीली भूमि पर बोए जाते हैं, ये वे हैं, कि जो वचन को सुनकर तुरन्त आनन्द से ग्रहण कर लेते हैं।

Matthew 14:5
और वह उसे मार डालना चाहता था, पर लोगों से डरता था, क्योंकि वे उसे भविष्यद्वक्ता जानते थे।

John 5:35
वह तो जलता और चमकता हुआ दीपक था; और तुम्हें कुछ देर तक उस की ज्योति में, मगन होना अच्छा लगा।

Mark 11:18
यह सुनकर महायाजक और शास्त्री उसके नाश करने का अवसर ढूंढ़ने लगे; क्योंकि उस से डरते थे, इसलिये कि सब लोग उसके उपदेश से चकित होते थे॥

Daniel 5:17
दानिय्येल ने राजा से कहा, अपने दान अपने ही पास रख; और जो बदला तू देना चाहता है, वह दूसरे को दे; वह लिखी हुई बात मैं राजा को पढ़ सुनाऊंगा, और उसका अर्थ भी तुझे समझाऊंगा।

Daniel 4:27
इस कारण, हे राजा, मेरी यह सम्मति स्वीकार कर, कि यदि तू पाप छोड़ कर धर्म करने लगे, और अधर्म छोड़ कर दीन-हीनों पर दया करने लगे, तो सम्भव है कि ऐसा करने से तेरा चैन बना रहे॥

Daniel 4:18
मुझ नबूकदनेस्सर राजा ने यही स्वपन देखा। सो हे बेलतशस्सर, तू इसका फल बता, क्योंकि मेरे राज्य में और कोई पण्डित इसका फल मुझे समझा नहीं सकता, परन्तु तुझ में तो पवित्र ईश्वरों की आत्मा रहती है, इस कारण तू उसे समझा सकता है॥

Ezekiel 33:32
और तू उनकी दृष्टि में प्रेम के मधुर गीत गाने वाले और अच्छे बजाने वाले का सा ठहरा है, क्योंकि वे तेरे वचन सुनते तो है, परन्तु उन पर चलते नहीं।

Ezekiel 2:5
और तू उन से कहना, प्रभु यहोवा यों कहता हे, इस से वे, जो बलवा करने वाले घराने के हैं, चाहे वे सुनें व न सुनें, तौभी वे इतना जान लेंगे कि हमारे बीच एक भविष्यद्वक्ता प्रगट हुआ है।

Psalm 106:12
तब उन्हों ने उसके वचनों का विश्वास किया; और उसकी स्तुति गाने लगे॥

2 Chronicles 26:5
और जकर्याह के दिनों में जो परमेश्वर के दर्शन के विषय समझ रखता था, वह परमेश्वर की खोज में लगा रहता था; और जब तक वह यहोवा की खोज में लगा रहा, तब तक परमेश्वर उसको भाग्यवान किए रहा।

2 Chronicles 24:15
परन्तु यहोयादा बूढ़ा हो गया और दीर्घायु हो कर मर गया। जब वह मर गया तब एक सौ तीस वर्ष का था।

2 Chronicles 24:2
और जब तक यहोयादा याजक जीवित रहा, तब तक योआश वह काम करता रहा जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है।

2 Kings 13:14
और एलीशा को वह रोग लग गया जिस से वह मरने पर था, तब इस्राएल का राजा योआश उसके पास गया, और उस के ऊपर रोकर कहने लगा, हाय मेरे पिता! हाय मेरे पिता! हाय इस्राएल के रथ और सवारो! एलीश ने उस से कहा, धनुष और तीर ले आ।

2 Kings 6:21
उन को देखकर इस्राएल के राजा ने एलीशा से कहा, हे मेरे पिता, क्या मैं इन को मार लूं? मैं उन को मार लूं?

2 Kings 3:12
तब यहोशापात ने कहा, उसके पास यहोवा का वचन पहुंचा करता है। तब इस्राएल का राजा और यहोशापात और एदोम का राजा उसके पास गए।

1 Kings 21:20
एलिय्याह को देख कर अहाब ने कहा, हे मेरे शत्रु! क्या तू ने मेरा पता लगाया है? उसने कहा हां, लगाया तो है; और इसका कारण यह है, कि जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है, उसे करने के लिये तू ने अपने को बेच डाला है।

Exodus 11:3
तब यहोवा ने मिस्रियों को अपनी प्रजा पर दयालु किया। और इससे अधिक वह पुरूष मूसा मिस्र देश में फिरौन के कर्मचारियों और साधारण लोगों की दृष्टि में अति महान था॥