Luke 9:22
और उस ने कहा, मनुष्य के पुत्र के लिये अवश्य है, कि वह बहुत दुख उठाए, और पुरिनए और महायाजक और शास्त्री उसे तुच्छ समझकर मार डालें, और वह तीसरे दिन जी उठे।
Luke 9:22 in Other Translations
King James Version (KJV)
Saying, The Son of man must suffer many things, and be rejected of the elders and chief priests and scribes, and be slain, and be raised the third day.
American Standard Version (ASV)
saying, The Son of man must suffer many things, and be rejected of the elders and chief priests and scribes, and be killed, and the third day be raised up.
Bible in Basic English (BBE)
Saying, The Son of man will undergo much and be put on one side by the rulers and the chief priests and the teachers of the law, and be put to death, and on the third day he will come back to life.
Darby English Bible (DBY)
saying, The Son of man must suffer many things, and be rejected of the elders and chief priests and scribes, and be killed, and the third day be raised up.
World English Bible (WEB)
saying, "The Son of Man must suffer many things, and be rejected by the elders, chief priests, and scribes, and be killed, and the third day be raised up."
Young's Literal Translation (YLT)
saying -- `It behoveth the Son of Man to suffer many things, and to be rejected by the elders, and chief priests, and scribes, and to be killed, and the third day to be raised.'
| Saying, | εἰπὼν | eipōn | ee-PONE |
| The | ὅτι | hoti | OH-tee |
| Son | Δεῖ | dei | thee |
| of | τὸν | ton | tone |
| man | υἱὸν | huion | yoo-ONE |
| must | τοῦ | tou | too |
| suffer | ἀνθρώπου | anthrōpou | an-THROH-poo |
| many things, | πολλὰ | polla | pole-LA |
| and | παθεῖν | pathein | pa-THEEN |
| be rejected | καὶ | kai | kay |
| of | ἀποδοκιμασθῆναι | apodokimasthēnai | ah-poh-thoh-kee-ma-STHAY-nay |
| the | ἀπὸ | apo | ah-POH |
| elders | τῶν | tōn | tone |
| and | πρεσβυτέρων | presbyterōn | prase-vyoo-TAY-rone |
| chief priests | καὶ | kai | kay |
| and | ἀρχιερέων | archiereōn | ar-hee-ay-RAY-one |
| scribes, | καὶ | kai | kay |
| and | γραμματέων | grammateōn | grahm-ma-TAY-one |
| slain, be | καὶ | kai | kay |
| and | ἀποκτανθῆναι | apoktanthēnai | ah-poke-tahn-THAY-nay |
| be raised | καὶ | kai | kay |
| the | τῇ | tē | tay |
| third | τρίτῃ | tritē | TREE-tay |
| day. | ἡμέρᾳ | hēmera | ay-MAY-ra |
| ἐγερθῆναι | egerthēnai | ay-gare-THAY-nay |
Cross Reference
Luke 24:7
कि अवश्य है, कि मनुष्य का पुत्र पापियों के हाथ में पकड़वाया जाए, और क्रूस पर चढ़ाया जाए; और तीसरे दिन जी उठे।
Genesis 3:15
और मैं तेरे और इस स्त्री के बीच में, और तेरे वंश और इसके वंश के बीच में बैर उत्पन्न करुंगा, वह तेरे सिर को कुचल डालेगा, और तू उसकी एड़ी को डसेगा।
Isaiah 53:1
जो समाचार हमें दिया गया, उसका किस ने विश्वास किया? और यहोवा का भुजबल किस पर प्रगट हुआ?
Matthew 16:21
उस समय से यीशु अपने चेलों को बताने लगा, कि मुझे अवश्य है, कि यरूशलेम को जाऊं, और पुरनियों और महायाजकों और शास्त्रियों के हाथ से बहुत दुख उठाऊं; और मार डाला जाऊं; और तीसरे दिन जी उठूं।
Mark 8:31
और वह उन्हें सिखाने लगा, कि मनुष्य के पुत्र के लिये अवश्य है, कि वह बहुत दुख उठाए, और पुरिनए और महायाजक और शास्त्री उसे तुच्छ समझकर मार डालें और वह तीन दिन के बाद जी उठे।
Mark 9:31
क्योंकि वह अपने चेलों को उपदेश देता और उन से कहता था, कि मनुष्य का पुत्र मनुष्यों के हाथ में पकड़वाया जाएगा, और वे उसे मार डालेंगे, और वह मरने के तीन दिन बाद जी उठेगा।
Mark 10:33
कि देखो, हम यरूशलेम को जाते हैं, और मनुष्य का पुत्र महायाजकों और शास्त्रियों के हाथ पकड़वाया जाएगा, और वे उस को घात के योग्य ठहराएंगे, और अन्यजातियों के हाथ में सौंपेंगे।
Luke 18:31
फिर उस ने बारहों को साथ लेकर उन से कहा; देखो, हम यरूशलेम को जाते हैं, और जितनी बातें मनुष्य के पुत्र के लिये भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा लिखी गई हैं वे सब पूरी होंगी।
1 Peter 1:11
उन्होंने इस बात की खोज की कि मसीह का आत्मा जो उन में था, और पहिले ही से मसीह के दुखों की और उन के बाद होने वाली महिमा की गवाही देता था, वह कौन से और कैसे समय की ओर संकेत करता था।
1 Corinthians 15:4
ओर गाड़ा गया; और पवित्र शास्त्र के अनुसार तीसरे दिन जी भी उठा।
Acts 13:27
क्योंकि यरूशलेम के रहने वालों और उन के सरदारों ने, न उसे पहचाना, और न भविष्यद्वक्ताओं की बातें समझी; जो हर सब्त के दिन पढ़ी जाती हैं, इसलिये उसे दोषी ठहराकर उन को पूरा किया।
Psalm 69:1
हे परमेश्वर, मेरा उद्धार कर, मैं जल में डूबा जाता हूं।
Daniel 9:26
और उन बासठ सप्ताहों के बीतने पर अभिषिक्त पुरूष काटा जाएगा: और उसके हाथ कुछ न लगेगा; और आने वाले प्रधान की प्रजा नगर और पवित्रस्थान को नाश तो करेगी। परन्तु उस प्रधान का अन्त ऐसा होगा जैसा बाढ़ से होता है; तौभी उसके अन्त तक लड़ाई होती रहेगी; क्योंकि उसका उजड़ जाना निश्चय ठाना गया है।
Zechariah 13:7
सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है, हे तलवार, मेरे ठहराए हुए चरवाहे के विरुद्ध अर्थात जो पुरूष मेरा स्वजाति है, उसके विरुद्ध चल। तू उस चरवाहे को काट, तब भेड़-बकरियां तितर-बितर हो जाएंगी; और बच्चों पर मैं अपने हाथ बढ़ाऊंगा।
Matthew 17:12
परन्तु मैं तुम से कहता हूं, कि एलिय्याह आ चुका; और उन्होंने उसे नहीं पहचाना; परन्तु जैसा चाहा वैसा ही उसके साथ किया: इसी रीति से मनुष्य का पुत्र भी उन के हाथ से दुख उठाएगा।
Matthew 17:22
और वे उसे मार डालेंगे, और वह तीसरे दिन जी उठेगा।
Luke 9:44
परन्तु जब सब लोग उन सब कामों से जो वह करता था, अचम्भा कर रहे थे, तो उस ने अपने चेलों से कहा; ये बातें तुम्हारे कानों में पड़ी रहें, क्योंकि मनुष्य का पुत्र मनुष्यों के हाथ में पकड़वाया जाने को है।
Luke 24:26
क्या अवश्य न था, कि मसीह ये दुख उठाकर अपनी महिमा में प्रवेश करे?
Acts 4:25
तू ने पवित्र आत्मा के द्वारा अपने सेवक हमारे पिता दाऊद के मुख से कहा, कि अन्य जातियों ने हुल्लड़ क्यों मचाया और देश के लोगों ने क्यों व्यर्थ बातें सोचीं?
Psalm 22:1
हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तू ने मुझे क्यों छोड़ दिया? तू मेरी पुकार से और मेरी सहायता करने से क्यों दूर रहता है? मेरा उद्धार कहां है?