Luke 14:21
उस दास ने आकर अपने स्वामी को ये बातें कह सुनाईं, तब घर के स्वामी ने क्रोध में आकर अपने दास से कहा, नगर के बाजारों और गलियों में तुरन्त जाकर कंगालों, टुण्डों, लंगड़ों और अन्धों को यहां ले आओ।
Luke 14:21 in Other Translations
King James Version (KJV)
So that servant came, and shewed his lord these things. Then the master of the house being angry said to his servant, Go out quickly into the streets and lanes of the city, and bring in hither the poor, and the maimed, and the halt, and the blind.
American Standard Version (ASV)
And the servant came, and told his lord these things. Then the master of the house being angry said to his servant, Go out quickly into the streets and lanes of the city, and bring in hither the poor and maimed and blind and lame.
Bible in Basic English (BBE)
And the servant came back and gave his master an account of these things. Then the master of the house was angry and said to the servant, Go out quickly into the streets of the town and get the poor, the blind, and those who are broken in body.
Darby English Bible (DBY)
And the bondman came up and brought back word of these things to his lord. Then the master of the house, in anger, said to his bondman, Go out quickly into the streets and lanes of the city, and bring here the poor and crippled and lame and blind.
World English Bible (WEB)
"That servant came, and told his lord these things. Then the master of the house, being angry, said to his servant, 'Go out quickly into the streets and lanes of the city, and bring in the poor, maimed, blind, and lame.'
Young's Literal Translation (YLT)
`And that servant having come, told to his lord these things, then the master of the house, having been angry, said to his servant, Go forth quickly to the broad places and lanes of the city, and the poor, and maimed, and lame, and blind, bring in hither.
| So that | καὶ | kai | kay |
| παραγενόμενος | paragenomenos | pa-ra-gay-NOH-may-nose | |
| servant | ὁ | ho | oh |
| came, | δοῦλος | doulos | THOO-lose |
| shewed and | ἐκεῖνος | ekeinos | ake-EE-nose |
| his | ἀπήγγειλεν | apēngeilen | ah-PAYNG-gee-lane |
| τῷ | tō | toh | |
| lord | κυρίῳ | kyriō | kyoo-REE-oh |
| these things. | αὐτοῦ | autou | af-TOO |
| Then | ταῦτα | tauta | TAF-ta |
| the | τότε | tote | TOH-tay |
| master of the house | ὀργισθεὶς | orgistheis | ore-gee-STHEES |
| being angry | ὁ | ho | oh |
| said | οἰκοδεσπότης | oikodespotēs | oo-koh-thay-SPOH-tase |
| to his | εἶπεν | eipen | EE-pane |
| τῷ | tō | toh | |
| servant, | δούλῳ | doulō | THOO-loh |
| out Go | αὐτοῦ | autou | af-TOO |
| quickly | Ἔξελθε | exelthe | AYKS-ale-thay |
| into | ταχέως | tacheōs | ta-HAY-ose |
| the | εἰς | eis | ees |
| streets | τὰς | tas | tahs |
| and | πλατείας | plateias | pla-TEE-as |
| lanes | καὶ | kai | kay |
| of the | ῥύμας | rhymas | RYOO-mahs |
| city, | τῆς | tēs | tase |
| and | πόλεως | poleōs | POH-lay-ose |
| in bring | καὶ | kai | kay |
| hither | τοὺς | tous | toos |
| the | πτωχοὺς | ptōchous | ptoh-HOOS |
| poor, | καὶ | kai | kay |
| and | ἀναπήρους | anapērous | ah-na-PAY-roos |
| maimed, the | καὶ | kai | kay |
| and | χωλοὺς | chōlous | hoh-LOOS |
| the halt, | καὶ | kai | kay |
| and | τυφλοὺς | typhlous | tyoo-FLOOS |
| the blind. | εἰσάγαγε | eisagage | ees-AH-ga-gay |
| ὧδε | hōde | OH-thay |
Cross Reference
Luke 14:13
परन्तु जब तू भोज करे, तो कंगालों, टुण्डों, लंगड़ों और अन्धों को बुला।
John 9:39
तब यीशु ने कहा, मैं इस जगत में न्याय के लिये आया हूं, ताकि जो नहीं देखते वे देखें, और जो देखते हैं वे अन्धे हो जाएं।
Luke 7:22
और उस ने उन से कहा; जो कुछ तुम ने देखा और सुना है, जाकर यूहन्ना से कह दो; कि अन्धे देखते हैं, लंगड़े चलते फिरते हैं, कोढ़ी शुद्ध किए जाते हैं, बहिरे सुनते हैं, मुरदे जिलाये जाते हैं; और कंगालों को सुसमाचार सुनाया जाता है।
Luke 9:10
फिर प्रेरितों ने लौटकर जो कुछ उन्होंने किया था, उस को बता दिया, और वह उन्हें अलग करके बैतसैदा नाम एक नगर को ले गया।
Luke 14:24
क्योंकि मैं तुम से कहता हूं, कि उन नेवते हुओं में से कोई मेरी जेवनार को न चखेगा।
Luke 24:47
और यरूशलेम से लेकर सब जातियों में मन फिराव का और पापों की क्षमा का प्रचार, उसी के नाम से किया जाएगा।
John 4:39
और उस नगर के बहुत सामरियों ने उस स्त्री के कहने से, जिस ने यह गवाही दी थी, कि उस ने सब कुछ जो मैं ने किया है, मुझे बता दिया, विश्वास किया।
John 7:47
फरीसियों ने उन को उत्तर दिया, क्या तुम भी भरमाए गए हो?
Acts 8:4
जो तित्तर बित्तर हुए थे, वे सुसमाचार सुनाते हुए फिरे।
Hebrews 2:3
तो हम लोग ऐसे बड़े उद्धार से निश्चिन्त रह कर क्योंकर बच सकते हैं? जिस की चर्चा पहिले पहिल प्रभु के द्वारा हुई, और सुनने वालों के द्वारा हमें निश्चय हुआ।
Hebrews 12:25
सावधान रहो, और उस कहने वाले से मुंह न फेरो, क्योंकि वे लोग जब पृथ्वी पर के चितावनी देने वाले से मुंह मोड़ कर न बच सके, तो हम स्वर्ग पर से चितावनी करने वाले से मुंह मोड़ कर क्योंकर बच सकेंगे?
Hebrews 13:17
अपने अगुवों की मानो; और उनके आधीन रहो, क्योंकि वे उन की नाईं तुम्हारे प्राणों के लिये जागते रहते, जिन्हें लेखा देना पड़ेगा, कि वे यह काम आनन्द से करें, न कि ठंडी सांस ले लेकर, क्योंकि इस दशा में तुम्हें कुछ लाभ नहीं।
James 2:5
हे मेरे प्रिय भाइयों सुनो; क्या परमेश्वर ने इस जगत के कंगालों को नहीं चुना कि विश्वास में धनी, और उस राज्य के अधिकारी हों, जिस की प्रतिज्ञा उस ने उन से की है जो उस से प्रेम रखते हैं
Revelation 15:1
फिर मैं ने स्वर्ग में एक और बड़ा और अद्भुत चिन्ह देखा, अर्थात सात स्वर्गदूत जिन के पास सातों पिछली विपत्तियां थीं, क्योंकि उन के हो जाने पर परमेश्वर के प्रकोप का अन्त है॥
Revelation 19:15
और जाति जाति को मारने के लिये उसके मुंह से एक चोखी तलवार निकलती है, और वह लोहे का राजदण्ड लिए हुए उन पर राज्य करेगा, और वह सर्वशक्तिमान परमेश्वर के भयानक प्रकोप की जलजलाहट की मदिरा के कुंड में दाख रौंदेगा।
Revelation 22:17
और आत्मा, और दुल्हिन दोनों कहती हैं, आ; और सुनने वाला भी कहे, कि आ; और जो प्यासा हो, वह आए और जो कोई चाहे वह जीवन का जल सेंतमेंत ले॥
Matthew 22:7
राजा ने क्रोध किया, और अपनी सेना भेजकर उन हत्यारों को नाश किया, और उन के नगर को फूंक दिया।
Matthew 21:28
तुम क्या समझते हो? किसी मनुष्य के दो पुत्र थे; उस ने पहिले के पास जाकर कहा; हे पुत्र आज दाख की बारी में काम कर।
Matthew 18:31
उसके संगी दास यह जो हुआ था देखकर बहुत उदास हुए, और जाकर अपने स्वामी को पूरा हाल बता दिया।
1 Samuel 2:8
वह कंगाल को धूलि में से उठाता; और दरिद्र को घूरे में से निकाल खड़ा करता है, ताकि उन को अधिपतियों के संग बिठाए, और महिमायुक्त सिंहासन के अधिकारी बनाए। क्योंकि पृथ्वी के खम्भे यहोवा के हैं, और उसने उन पर जगत को धरा है।
1 Samuel 25:12
तब दाऊद के जवानों ने लौटकर अपना मार्ग लिया, और लौटकर उसको ये सब बातें ज्यों की त्यों सुना दीं।
Psalm 113:7
वह कंगाल को मिट्टी पर से, और दरिद्र को घूरे पर से उठा कर ऊंचा करता है,
Proverbs 1:20
बुद्धि सड़क में ऊंचे स्वर से बोलती है; और चौकों में प्रचार करती है;
Proverbs 8:2
वह तो ऊंचे स्थानों पर मार्ग की एक ओर, और तिर्मुहानियों में खड़ी होती है;
Proverbs 9:3
उस ने अपनी सहेलियां, सब को बुलाने के लिये भेजी है; वह नगर के ऊंचे स्थानों की चोटी पर पुकारती है,
Isaiah 33:23
तेरी रस्सियां ढीली हो गईं, वे मस्तूल की जड़ को दृढ़ न रख सकीं, और न पाल को तान सकीं॥ तब बड़ी लूट छीनकर बांटी गई, लंगड़े लोग भी लूट के भागी हुए।
Isaiah 35:6
तब लंगड़ा हरिण की सी चौकडिय़ां भरेगा और गूंगे अपनी जीभ से जयजयकार करेंगे। क्योंकि जंगल में जल के सोते फूट निकलेंगे और मरूभूमि में नदियां बहने लगेंगी
Jeremiah 5:1
यरूशलेम की सड़कों में इधर उधर दौड़कर देखो! उसके चौकों में ढूंढ़ो यदि कोई ऐसा मिल सके जो न्याय से काम करे और सच्चाई का खोजी हो; तो मैं उसका पाप क्षमा करूंगा।
Zechariah 11:7
सो मैं घात होने वाली भेड़-बकरियों को और विशेष कर के उन में से जो दीन थीं उन को चराने लगा। और मैं ने दो लाठियां लीं; एक का नाम मैं ने अनुग्रह रखा, और दूसरी का नाम एकता। इन को लिये हुए मैं उन भेड़-बकरियों को चराने लगा।
Zechariah 11:11
वह उसी दिन तोड़ी गई, और इस से दीन भेड़-बकरियां जो मुझे ताकती थीं, उन्होंने जान लिया कि यह यहोवा का वचन है।
Matthew 11:5
कि अन्धे देखते हैं और लंगड़े चलते फिरते हैं; कोढ़ी शुद्ध किए जाते हैं और बहिरे सुनते हैं, मुर्दे जिलाए जाते हैं; और कंगालों को सुसमाचार सुनाया जाता है।
Matthew 11:28
हे सब परिश्रम करने वालों और बोझ से दबे लोगों, मेरे पास आओ; मैं तुम्हें विश्राम दूंगा।
Matthew 15:12
तब चेलों ने आकर उस से कहा, क्या तू जानता है कि फरीसियों ने यह वचन सुनकर ठोकर खाई?
Psalm 38:7
क्योंकि मेरी कमर में जलन है, और मेरे शरीर में आरोग्यता नहीं।
Psalm 2:12
पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ; क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है॥ धन्य हैं वे जिनका भरोसा उस पर है॥