Jeremiah 7:24 in Hindi

Hindi Hindi Bible Jeremiah Jeremiah 7 Jeremiah 7:24

Jeremiah 7:24
पर उन्होंने मेरी न सुनी और न मेरी बातों पर कान लगाया; वे अपनी ही युक्तियों और अपने बुरे मन के हठ पर चलते रहे और पीछे हट गए पर आगे न बढ़े।

Jeremiah 7:23Jeremiah 7Jeremiah 7:25

Jeremiah 7:24 in Other Translations

King James Version (KJV)
But they hearkened not, nor inclined their ear, but walked in the counsels and in the imagination of their evil heart, and went backward, and not forward.

American Standard Version (ASV)
But they hearkened not, nor inclined their ear, but walked in `their own' counsels `and' in the stubbornness of their evil heart, and went backward, and not forward.

Bible in Basic English (BBE)
But they took no note and did not give ear, but were guided by the thoughts and the pride of their evil hearts, going back and not forward.

Darby English Bible (DBY)
But they hearkened not, nor inclined their ear, but walked in the counsels, in the stubbornness of their evil heart, and went backward and not forward.

World English Bible (WEB)
But they didn't listen nor turn their ear, but walked in [their own] counsels [and] in the stubbornness of their evil heart, and went backward, and not forward.

Young's Literal Translation (YLT)
And they have not hearkened, nor inclined their ear, And they walk in the counsels, In the stubbornness, of their evil heart, And are for backward, and not for forward.

But
they
hearkened
וְלֹ֤אwĕlōʾveh-LOH
not,
שָֽׁמְעוּ֙šāmĕʿûsha-meh-OO
nor
וְלֹֽאwĕlōʾveh-LOH
inclined
הִטּ֣וּhiṭṭûHEE-too

אֶתʾetet
ear,
their
אָזְנָ֔םʾoznāmoze-NAHM
but
walked
וַיֵּֽלְכוּ֙wayyēlĕkûva-yay-leh-HOO
in
the
counsels
בְּמֹ֣עֵצ֔וֹתbĕmōʿēṣôtbeh-MOH-ay-TSOTE
imagination
the
in
and
בִּשְׁרִר֖וּתbišrirûtbeesh-ree-ROOT
of
their
evil
לִבָּ֣םlibbāmlee-BAHM
heart,
הָרָ֑עhārāʿha-RA
went
and
וַיִּהְי֥וּwayyihyûva-yee-YOO
backward,
לְאָח֖וֹרlĕʾāḥôrleh-ah-HORE
and
not
וְלֹ֥אwĕlōʾveh-LOH
forward.
לְפָנִֽים׃lĕpānîmleh-fa-NEEM

Cross Reference

Deuteronomy 29:19
और ऐसा मनुष्य इस शाप के वचन सुनकर अपने को आशीर्वाद के योग्य माने, और यह सोचे कि चाहे मैं अपने मन के हठ पर चलूं, और तृप्त हो कर प्यास को मिटा डालूं, तौभी मेरा कुशल होगा।

Ezekiel 20:13
तौभी इस्राएल के घराने ने जंगल में मुझ से बलवा किया; वे मेरी विधियों पर न चले, और मेरे नियमों को तुच्छ जाना, जिन्हें यदि मनुष्य माने तो वह उनके कारण जीवित रहेगा; और उन्होंने मेरे विश्रामदिनों को अति अपवित्र किया। तब मैं ने कहा, मैं जंगल में इन पर अपनी जलजलाहट भड़का कर इनका अन्त कर डालूंगा।

Jeremiah 8:5
जब कोई भटक जाता है तो क्या वह लौट नहीं आता? फिर क्या कारण है कि ये यरूशलेमी सदा दूर ही दूर भटकते जाते हैं? ये छल नहीं छोड़ते, और फिर लौटने से इनकार करते हैं।

Jeremiah 7:26
परन्तु उन्होंने मेरी नहीं सुनी, न अपना कान लगाया; उन्होंने हठ किया, और अपने पुरखाओं से बढ़कर बुराइयां की हैं।

Psalm 81:11
परन्तु मेरी प्रजा ने मेरी न सुनी; इस्त्राएल ने मुझ को न चाहा।

Hosea 4:16
क्योंकि इस्राएल ने हठीली कलोर की नाईं हठ किया है, क्या अब यहोवा उन्हें भेड़ के बच्चे की नाईं लम्बे चौड़े मैदान में चराएगा?

Ezekiel 20:21
परन्तु उनकी सन्तान ने भी मुझ से बलवा किया; वे मेरी विधियों पर न चले, न मेरे नियमों के मानने में चौकसी की; जिन्हें यदि मनुष्य माने तो वह उनके कारण जीवित रहेगा; मेरे विश्रामदिनों को उन्होंने अपवित्र किया। तब मैं ने कहा, मैं जंगल में उन पर अपनी जलजलाहट भड़का कर अपना कोप दिखलाऊंगा।

Ezekiel 20:8
परन्तु वे मुझ से बिगड़ गए और मेरी सुननी न चाही; जिन घिनौनी वस्तुओं पर उनकी आंखें लगी थीं, उनकी किसी ने फेंका नहीं, और न मिस्र की मूरतों को छोड़ा। तब मैं ने कहा, मैं यहीं, मिस्र देश के बीच मुम पर अपनी जलजलाहट भड़काऊंगा। और पूरा कोप दिखाऊंगा।

Jeremiah 32:33
उन्होंने मेरी ओर मुंह नहीं वरन पीठ ही फेर दी है; यद्यपि मैं उन्हें बड़े यत्न से सिखाता आया हूँ, तौभी उन्होंने मेरी शिक्षा को नहीं माना।

Jeremiah 23:17
जो लोग मेरा तिरस्कार करते हैं उन में ये भविष्यद्वक्ता सदा कहते रहते हैं कि यहोवा कहता है, तुम्हारा कल्याण होगा; और जितने लोग अपने हठ ही पर चलते हैं, उन से ये कहते हैं, तुम पर कोई विपत्ति न पड़ेगी।

Jeremiah 15:6
यहोवा की यह वाणी है कि तू मुझ को त्यागकर पीछे हट गई है, इसलिये मैं तुझ पर हाथ बढ़ाकर तेरा नाश करूंगा; क्योंकि, मैं तरस खाते खाते उकता गया हूँ।

Jeremiah 11:7
क्योंकि जिस समय से मैं तुम्हारे पुरखाओं को मिस्र देश से छुड़ा ले आया तब से आज के दिन तक उन को दृढ़ता से चिताता आया हूँ, मेरी बात सुनो।

Jeremiah 3:17
उस समय सरूशलेम यहोवा का सिंहासन कहलाएगा, और सब जातियां उसी यरूशलेम में मेरे नाम के निमित्त इकट्ठी हुआ करेंगी, और, वे फिर अपने बुरे मन के हठ पर न चलेंगी।

Jeremiah 2:27
वे काठ से कहते हैं, तू मेरा बाप है, और पत्थर से कहते हैं, तू ने मुझे जन्म दिया है। इस प्रकार उन्होंने मेरी ओर मुंह नहीं पीठ ही फेरी है; परन्तु विपत्ति के समय वे कहते हैं, उठ कर हमें बचा!

Nehemiah 9:29
और उन को चिताता था कि उन को फिर अपनी व्यवस्था के आधीन कर दे। परन्तु वे अभिमान करते रहे और तेरी आज्ञाएं नहीं मानते थे, और तेरे नियम, जिन को यदि मनुष्य माने, तो उनके कारण जीवित रहे, उनके विरुद्ध पाप करते, और हठ कर के अपना कन्धा हटाते और न सुनते थे।

Exodus 32:7
तब यहोवा ने मूसा से कहा, नीचे उतर जा, क्योंकि तेरी प्रजा के लोग, जिन्हें तू मिस्र देश से निकाल ले आया है, सो बिगड़ गए हैं;

Ezekiel 20:16
क्योंकि उन्होंने मेरे नियम तुच्छ जाने और मेरी विधियों पर न चले, और मेरे विश्रामदिन अपवित्र किए थे; इसलिये कि उनका मन उनकी मूरतों की ओर लगा रहा।

Psalm 106:7
मिस्त्र में हमारे पुरखाओं ने तेरे आश्चर्यकर्मों पर मन नहीं लगाया, न तेरी अपार करूणा को स्मरण रखा; उन्होंने समुद्र के तीर पर, अर्थात लाल समुद्र के तीर पर बलवा किया।

Nehemiah 9:16
परन्तु उन्होंने और हमारे पुरखाओं ने अभिमान किया, और हठीले बने और तेरी आज्ञाएं न मानी;