Jeremiah 6:10 in Hindi

Hindi Hindi Bible Jeremiah Jeremiah 6 Jeremiah 6:10

Jeremiah 6:10
मैं किस से बोलूं और किस को चिता कर कहूं कि वे मानें? देख, ये ऊंचा सुनते हैं, वे ध्यान भी नहीं दे सकते; देख, यहोवा के वचन की वे निन्दा करते और उसे नहीं चाहते हैं।

Jeremiah 6:9Jeremiah 6Jeremiah 6:11

Jeremiah 6:10 in Other Translations

King James Version (KJV)
To whom shall I speak, and give warning, that they may hear? behold, their ear is uncircumcised, and they cannot hearken: behold, the word of the LORD is unto them a reproach; they have no delight in it.

American Standard Version (ASV)
To whom shall I speak and testify, that they may hear? behold, their ear is uncircumcised, and they cannot hearken: behold, the word of Jehovah is become unto them a reproach; they have no delight in it.

Bible in Basic English (BBE)
To whom am I to give word, witnessing so that they may take note? see, their ears are stopped, and they are not able to give attention: see, the word of the Lord has been a cause of shame to them, they have no delight in it.

Darby English Bible (DBY)
To whom shall I speak and testify, that they may hear? Behold, their ear is uncircumcised, and they cannot hearken: behold, the word of Jehovah is unto them a reproach; they have no delight in it.

World English Bible (WEB)
To whom shall I speak and testify, that they may hear? behold, their ear is uncircumcised, and they can't listen: behold, the word of Yahweh is become to them a reproach; they have no delight in it.

Young's Literal Translation (YLT)
To whom do I speak, and testify, and they hear? Lo, their ear `is' uncircumcised, And they are not able to attend. Lo, a word of Jehovah hath been to them for a reproach, They delight not in it.

To
עַלʿalal
whom
מִ֨יmee
shall
I
speak,
אֲדַבְּרָ֤הʾădabbĕrâuh-da-beh-RA
warning,
give
and
וְאָעִ֙ידָה֙wĕʾāʿîdāhveh-ah-EE-DA
hear?
may
they
that
וְיִשְׁמָ֔עוּwĕyišmāʿûveh-yeesh-MA-oo
behold,
הִנֵּה֙hinnēhhee-NAY
their
ear
עֲרֵלָ֣הʿărēlâuh-ray-LA
is
uncircumcised,
אָזְנָ֔םʾoznāmoze-NAHM
cannot
they
and
וְלֹ֥אwĕlōʾveh-LOH

יוּכְל֖וּyûkĕlûyoo-heh-LOO
hearken:
לְהַקְשִׁ֑יבlĕhaqšîbleh-hahk-SHEEV
behold,
הִנֵּ֣הhinnēhee-NAY
the
word
דְבַרdĕbardeh-VAHR
Lord
the
of
יְהוָ֗הyĕhwâyeh-VA
is
הָיָ֥הhāyâha-YA
reproach;
a
them
unto
לָהֶ֛םlāhemla-HEM
they
have
no
לְחֶרְפָּ֖הlĕḥerpâleh-her-PA
delight
לֹ֥אlōʾloh
in
it.
יַחְפְּצוּyaḥpĕṣûyahk-peh-TSOO
בֽוֹ׃voh

Cross Reference

Acts 7:51
जैसा तुम्हारे बाप दादे करते थे, वैसे ही तुम भी करते हो।

Jeremiah 7:26
परन्तु उन्होंने मेरी नहीं सुनी, न अपना कान लगाया; उन्होंने हठ किया, और अपने पुरखाओं से बढ़कर बुराइयां की हैं।

Isaiah 53:1
जो समाचार हमें दिया गया, उसका किस ने विश्वास किया? और यहोवा का भुजबल किस पर प्रगट हुआ?

Exodus 6:12
और मूसा ने यहोवा से कहा, देख, इस्राएलियों ने मेरी नहीं सुनी; फिर फिरौन मुझ भद्दे बोलने वाले की क्योंकर सुनेगा?

Luke 20:19
उसी घड़ी शास्त्रियों और महायाजकों ने उसे पकड़ना चाहा, क्योंकि समझ गए, कि उस ने हम पर यह दृष्टान्त कहा, परन्तु वे लोगों से डरे।

Luke 11:45
तब एक व्यवस्थापक ने उस को उत्तर दिया, कि हे गुरू, इन बातों के कहने से तू हमारी निन्दा करता है।

Matthew 3:7
जब उस ने बहुतेरे फरीसियों और सदूकियों को बपतिस्मा के लिये अपने पास आते देखा, तो उन से कहा, कि हे सांप के बच्चों तुम्हें किस ने जता दिया, कि आने वाले क्रोध से भागो?

Amos 7:10
तब बेतेल के याजक अमस्याह ने इस्राएल के राजा यारोबाम के पास कहला भेजा, कि, आमोस ने इस्राएल के घराने के बीच में तुझ से राजद्रोह की गोष्ठी की है; उसके सारे वचनों को देश नहीं सह सकता।

Ezekiel 33:9
परन्तु यदि तू दुष्ट को उसके मार्ग के विषय चिताए कि वह अपने मार्ग से फिरे और वह अपने मार्ग से न फिरे, तो वह तो अपने अधर्म में फंसा हुआ मरेगा, परन्तु तू अपना प्राण बचा लेगा।

John 7:7
जगत तुम से बैर नहीं कर सकता, परन्तु वह मुझ से बैर करता है, क्योंकि मैं उसके विरोध में यह गवाही देता हूं, कि उसके काम बुरे हैं।

John 9:40
जो फरीसी उसके साथ थे, उन्होंने ये बातें सुन कर उस से कहा, क्या हम भी अन्धे हैं?

Acts 7:60
फिर घुटने टेककर ऊंचे शब्द से पुकारा, हे प्रभु, यह पाप उन पर मत लगा, और यह कहकर सो गया: और शाऊल उसके बध में सहमत था॥

Romans 7:22
क्योंकि मैं भीतरी मनुष्यत्व से तो परमेश्वर की व्यवस्था से बहुत प्रसन्न रहता हूं।

Colossians 1:28
जिस का प्रचार करके हम हर एक मनुष्य को जता देते हैं और सारे ज्ञान से हर एक मनुष्य को सिखाते हैं, कि हम हर एक व्यक्ति को मसीह में सिद्ध करके उपस्थित करें।

2 Timothy 4:3
क्योंकि ऐसा समय आएगा, कि लोग खरा उपदेश न सह सकेंगे पर कानों की खुजली के कारण अपनी अभिलाषाओं के अनुसार अपने लिये बहुतेरे उपदेशक बटोर लेंगे।

Hebrews 11:7
विश्वास ही से नूह ने उन बातों के विषय में जो उस समय दिखाई न पड़ती थीं, चितौनी पाकर भक्ति के साथ अपने घराने के बचाव के लिये जहाज बनाया, और उसके द्वारा उस ने संसार को दोषी ठहराया; और उस धर्म का वारिस हुआ, जो विश्वास से होता है।

Ezekiel 33:3
तब यदि वह यह देख कर कि इस देश पर तलवार चला चाहती है, नरसिंगा फूंक कर लोगों को चिता दे,

Ezekiel 3:18
जब मैं दुष्ट से कहूं कि तू निश्चय मरेगा, और यदि तू उसको न चिताए, और न दुष्ट से ऐसी बात कहे जिस से कि वह सचेत हो और अपना दुष्ट मार्ग छोड़ कर जीवित रहे, तो वह दुष्ट अपने अधर्म में फंसा हुआ मरेगा, परन्तु उसके खून का लेखा मैं तुझी से लूंगा।

2 Chronicles 36:15
और उनके पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा ने बड़ा यत्न कर के अपने दूतों से उन के पास कहला भेजा, क्योंकि वह अपनी प्रजा और अपने धाम पर तरस खाता था;

Psalm 1:2
परन्तु वह तो यहोवा की व्यवस्था से प्रसन्न रहता; और उसकी व्यवस्था पर रात दिन ध्यान करता रहता है।

Psalm 40:8
हे मेरे परमेश्वर मैं तेरी इच्छा पूरी करने से प्रसन्न हूं; और तेरी व्यवस्था मेरे अन्त:करण में बनी है॥

Psalm 119:16
मैं तेरी विधियों से सुख पाऊंगा; और तेरे वचन को न भूलूंगा॥

Psalm 119:24
तेरी चितौनियां मेरा सुखमूल और मेरे मन्त्री हैं॥

Psalm 119:35
अपनी आज्ञाओं के पथ में मुझ को चला, क्योंकि मैं उसी से प्रसन्न हूं।

Psalm 119:70
उनका मन मोटा हो गया है, परन्तु मैं तेरी व्यवस्था के कारण सुखी हूं।

Psalm 119:77
तेरी दया मुझ पर हो, तब मैं जीवित रहूंगा; क्योंकि मैं तेरी व्यवस्था से सुखी हूं।

Psalm 119:174
हे यहोवा, मैं तुझ से उद्धार पाने की अभिलाषा करता हूं, मैं तेरी व्यवस्था से सुखी हूं।

Isaiah 6:9
उसने कहा, जा, और इन लोगों से कह, सुनते ही रहो, परन्तु न समझो; देखते ही रहो, परन्तु न बूझो।

Isaiah 28:9
वह किस को ज्ञान सिखाएगा, और किस को अपने समाचार का अर्थ समझाएगा? क्या उन को जो दूध छुड़ाए हुए और स्तन से अलगाए हुए हैं? क्योंकि आज्ञा पर आज्ञा, आज्ञा पर आज्ञा,

Isaiah 42:23
तुम में से कौन इस पर कान लगाएगा? कौन ध्यान धर के होनहार के लिये सुनेगा?

Jeremiah 4:4
हे यहूदा के लोगो और यरूशलेम के निवासियों, यहोवा के लिये अपना खतना करो; हां, अपने मन का खतना करो; नहीं तो तुम्हारे बुरे कामों के कारण मेरा क्रोध आग की नाईं भड़केगा, और ऐसा होगा की कोई उसे बुझा न सकेगा।

Jeremiah 5:4
फिर मैं ने सोचा, ये लोग तो कंगाल और अबोध ही हैं; क्योंकि ये यहोवा का मार्ग और अपने परमेश्वर का नियम नहीं जानते।

Jeremiah 20:8
क्योंकि जब मैं बातें करता हूँ, तब मैं जोर से पुकार पुकारकर ललकारता हूँ कि उपद्रव और उत्पात हुआ, हां उत्पात! क्योंकि यहोवा का वचन दिन भर मेरे लिये निन्दा और ठट्ठा का कारण होता रहता है।

Deuteronomy 29:4
परन्तु यहोवा ने आज तक तुम को न तो समझने की बुद्धि, और न देखने की आंखें, और न सुनने के कान दिए हैं।