Jeremiah 36:2
एक पुस्तक ले कर जितने वचन मैं ने तुझ से योशिय्याह के दिनों से ले कर अर्थात जब मैं तुझ से बातें करने लगा उस समय से आज के दिन तक इस्राएल और यहूदा और सब जातियों के विषय में कहे हैं, सब को उस में लिख।
Jeremiah 36:2 in Other Translations
King James Version (KJV)
Take thee a roll of a book, and write therein all the words that I have spoken unto thee against Israel, and against Judah, and against all the nations, from the day I spake unto thee, from the days of Josiah, even unto this day.
American Standard Version (ASV)
Take thee a roll of a book, and write therein all the words that I have spoken unto thee against Israel, and against Judah, and against all the nations, from the day I spake unto thee, from the days of Josiah, even unto this day.
Bible in Basic English (BBE)
Take a book and put down in it all the words I have said to you against Israel and against Judah and against all the nations, from the day when my word came to you in the days of Josiah till this day.
Darby English Bible (DBY)
Take thee a roll of a book, and write therein all the words that I have spoken unto thee against Israel, and against Judah, and against all the nations, from the day I spoke unto thee, from the days of Josiah, even unto this day.
World English Bible (WEB)
Take a scroll of a book, and write therein all the words that I have spoken to you against Israel, and against Judah, and against all the nations, from the day I spoke to you, from the days of Josiah, even to this day.
Young's Literal Translation (YLT)
`Take to thee a roll of a book, and thou hast written on it all the words that I have spoken unto thee concerning Israel, and concerning Judah, and concerning all the nations, from the day I spake unto thee, from the days of Josiah, even unto this day;
| Take | קַח | qaḥ | kahk |
| thee a roll | לְךָ֮ | lĕkā | leh-HA |
| book, a of | מְגִלַּת | mĕgillat | meh-ɡee-LAHT |
| and write | סֵפֶר֒ | sēper | say-FER |
| therein | וְכָתַבְתָּ֣ | wĕkātabtā | veh-ha-tahv-TA |
| אֵלֶ֗יהָ | ʾēlêhā | ay-LAY-ha | |
| all | אֵ֣ת | ʾēt | ate |
| the words | כָּל | kāl | kahl |
| that | הַדְּבָרִ֞ים | haddĕbārîm | ha-deh-va-REEM |
| spoken have I | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
| unto | דִּבַּ֧רְתִּי | dibbartî | dee-BAHR-tee |
| thee against | אֵלֶ֛יךָ | ʾēlêkā | ay-LAY-ha |
| Israel, | עַל | ʿal | al |
| against and | יִשְׂרָאֵ֥ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
| Judah, | וְעַל | wĕʿal | veh-AL |
| and against | יְהוּדָ֖ה | yĕhûdâ | yeh-hoo-DA |
| all | וְעַל | wĕʿal | veh-AL |
| nations, the | כָּל | kāl | kahl |
| from the day | הַגּוֹיִ֑ם | haggôyim | ha-ɡoh-YEEM |
| spake I | מִיּ֞וֹם | miyyôm | MEE-yome |
| unto | דִּבַּ֤רְתִּי | dibbartî | dee-BAHR-tee |
| thee, from the days | אֵלֶ֙יךָ֙ | ʾēlêkā | ay-LAY-HA |
| Josiah, of | מִימֵ֣י | mîmê | mee-MAY |
| even unto | יֹאשִׁיָּ֔הוּ | yōʾšiyyāhû | yoh-shee-YA-hoo |
| this | וְעַ֖ד | wĕʿad | veh-AD |
| day. | הַיּ֥וֹם | hayyôm | HA-yome |
| הַזֶּֽה׃ | hazze | ha-ZEH |
Cross Reference
Jeremiah 30:2
इस्राएल का परमेश्वर यहोवा तुझ से यों कहता है, जो वचन मैं ने तुझ से कहे हैं उन सभों को पुस्तक में लिख ले।
Jeremiah 25:3
आमोन के पुत्र यहूदा के राजा योशिय्याह के राज्य के तेरहवें वर्ष से ले कर आज के दिन तक अर्थात तेईस वर्ष से यहोवा का वचन मेरे पास पहुंचता आया है; और मैं उसे बड़े यत्न के साथ तुम से कहता आया हूँ; परन्तु तुम ने उसे नहीं सुना।
Jeremiah 1:10
सुन, मैं ने आज के दिन तुझे जातियों और राज्यों पर अधिकारी ठहराया है; उन्हें गिराने और ढा देने के लिये, नाश करने और काट डालने के लिये, या उन्हें बनाने और रोपने के लिये।
Exodus 17:14
तब यहोवा ने मूसा से कहा, स्मरणार्थ इस बात को पुस्तक में लिख ले और यहोशू को सुना दे, कि मैं आकाश के नीचे से अमालेक का स्मरण भी पूरी रीति से मिटा डालूंगा।
Isaiah 8:1
फिर यहोवा ने मुझ से कहा, एक बड़ी पटिया ले कर उस पर साधारण अक्षरों से यह लिख: महेर्शालाल्हाशबज के लिये।
Jeremiah 1:2
यहोवा का वचन उसके पास आमोन के पुत्र यहूदा के राजा योशिय्याह के दिनों में उसके राज्य के तेरहवें वर्ष में पहुंचा।
Jeremiah 1:5
गर्भ में रचने से पहिले ही मैं ने तुझ पर चित्त लगाया, और उत्पन्न होने से पहिले ही मैं ने तुझे अभिषेक किया; मैं ने तुझे जातियों का भविष्यद्वक्ता ठहराया।
Jeremiah 3:3
इसी कारण झडिय़ां और बरसात की पिछली वर्षा नहीं होती; तौभी तेरा माथा वेश्या का सा है, तू लज्जित होना ही नहीं जानती।
Jeremiah 23:13
शोमरोन के भविष्यद्वक्ताओं में मैं ने यह मूर्खता देखी थी कि वे बाल के नाम से भविष्यद्वाणी करते और मेरी प्रजा इस्राएल को भटका देते थे।
Jeremiah 25:9
इसलिये सुनो, मैं उत्तर में रहने वाले सब कुलों को बुलाऊंगा, और अपने दास बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर को बुलवा भेजूंगा; और उन सभों को इस देश और इसके निवासियों के विरुद्ध और इसके आस पास की सब जातियों के विरुद्ध भी ले आऊंगा; और इन सब देशों का मैं सत्यानाश कर के उन्हें ऐसा उजाड़ दूंगा कि लोग इन्हें देख कर ताली बजाएंगे; वरन ये सदा उजड़े ही रहेंगे, यहोवा की यही वाणी है।
Jeremiah 36:6
सो तु उपवास के दिन यहोवा के भवन में जा कर उसके जो वचन तू ने मुझ से सुन कर लिखे हैं, पुस्तक में से लोगों को पढ़ कर सुनाना, और जितने यहूदी लोग अपने अपने नगरों से आएंगे, उन को भी पढ़ कर सुनाना।
Jeremiah 36:23
जब यहूदी तीन चार पृष्ठ पढ़ चुका, तब उसने उसे चाकू से काटा और जो आग अंगीठी में थी उस में फेंक दिया; सो अंगीठी की आग में पूरी पूस्तक जल कर भस्म हो गई।
Jeremiah 51:60
तब यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता ने उसको ये बातें बताई अर्थात वे सब बातें जो बाबुल पर पड़ने वाली विपत्ति के विषय लिखी हुई हैं, उन्हें यिर्मयाह ने पुस्तक में लिख दिया।
Ezekiel 2:9
तब मैं ने दृष्टि की और क्या देख, कि मेरी ओर एक हाथ बढ़ा हुआ है और उस में एक पुस्तक है।
Psalm 40:7
तब मैं ने कहा, देख, मैं आया हूं; क्योंकि पुस्तक में मेरे विषय ऐसा ही लिखा हुआ है।
Ezra 6:2
और मादे नाम प्रान्त के अहमता नगर के राजगढ़ में एक पुस्तक मिली, जिस में यह वृत्तान्त लिखा था:
2 Kings 17:18
इस कारण यहोवा इस्राएल से अति क्रोधित हुआ, और उन्हें अपने साम्हने से दूर कर दिया; यहूदा का गोत्र छोड़ और कोई बचा न रहा।
Job 31:35
भला होता कि मेरा कोई सुनने वाला होता! (सर्वशक्तिमान अभी मेरा न्याय चुकाए! देखो मेरा दस्तखत यही है)। भला होता कि जो शिकायतनामा मेरे मुद्दई ने लिखा है वह मेरे पास होता!
Isaiah 30:8
अब जाकर इस को उनके साम्हने पत्थर पर खोद, और पुस्तक में लिख, कि वह भविष्य के लिये वरन सदा के लिये साक्षी बनी रहे।
Jeremiah 2:4
हे याकूब के घराने, हे इस्राएल के घराने के कुलों के लोगो, यहोवा का वचन सुनो!
Jeremiah 32:30
क्योंकि इस्राएल और यहूदा, जो काम मुझे बुरा लगता है, वही लड़कपन से करते आए हैं; इस्राएली अपनी बनाई हुई वस्तुओं से मुझ को रिस ही रिस दिलाते आए हैं, यहोवा की यह वाणी है।
Jeremiah 36:29
और यहूदा के राजा यहोयाकीम के विषय में कह कि यहोवा यों कहता है, तू ने उस पुस्तक को यह कह कर जला दिया है कि तू ने उस में यह क्यों लिखा है कि बाबुल का राजा निश्चय आकर इस देश को नाश करेगा, और उस में न तो मनुष्य को छोड़ेगा और न पशु को।
Jeremiah 45:1
योशिय्याह के पुत्र यहूदा के राजा यहोयाकीम के राज्य के चौथे वर्ष में, जब नेरिय्याह का पुत्र बारूक यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता से भविष्यद्वाणी के ये वचन सुन कर पुस्तक में लिख चुका था,
Jeremiah 47:1
फिरोन के गज़्जा नगर को जीत लेने से पहिले यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता के पास पलिश्तियों के विषय यहोवा का यह वचन पहुंचा:
Ezekiel 3:1
तब उसने मुझ से कहा हे मनुष्य के सन्तान, जो तुझे मिला है उसे खा ले; अर्थात इस पुस्तक को खा, तब जा कर इस्राएल के घराने से बातें कर।
Hosea 8:12
मैं तो उनके लिये अपनी व्यवस्था की लाखों बातें लिखता आया हूं, परन्तु वे उन्हें पराया समझते हैं।
Habakkuk 2:2
यहोवा ने मुझ से कहा, दर्शन की बातें लिख दे; वरन पटियाओं पर साफ साफ लिख दे कि दौड़ते हुए भी वे सहज से पढ़ी जाएं।
Zechariah 5:1
मैं ने फिर आंखें उठाईं तो क्या देखा, कि एक लिखा हुआ पत्र उड़ रहा है।
Revelation 5:1
और जो सिंहासन पर बैठा था, मैं ने उसके दाहिने हाथ में एक पुस्तक देखी, जो भीतर और बाहर लिखी हुई भी, और वह सात मुहर लगा कर बन्द की गई थी।
Deuteronomy 31:24
जब मूसा इस व्यवस्था के वचन को आदि से अन्त तक पुस्तक में लिख चुका,