Jeremiah 16:12 in Hindi

Hindi Hindi Bible Jeremiah Jeremiah 16 Jeremiah 16:12

Jeremiah 16:12
ओर जितनी बुराई तुम्हारे पुरखाओं ने की थी, उस से भी अधिक तुम करते हो, क्योंकि तुम अपने बुरे मन के हठ पर चलते हो और मेरी नहीं सुनते;

Jeremiah 16:11Jeremiah 16Jeremiah 16:13

Jeremiah 16:12 in Other Translations

King James Version (KJV)
And ye have done worse than your fathers; for, behold, ye walk every one after the imagination of his evil heart, that they may not hearken unto me:

American Standard Version (ASV)
and ye have done evil more than your fathers; for, behold, ye walk every one after the stubbornness of his evil heart, so that ye hearken not unto me:

Bible in Basic English (BBE)
And you have done worse evil than your fathers; for see, every one of you is guided by the pride of his evil heart, so as not to give ear to me:

Darby English Bible (DBY)
and you, ye have done still worse than your fathers; and there ye are walking every one after the stubbornness of his evil heart, not to hearken unto me:

World English Bible (WEB)
and you have done evil more than your fathers; for, behold, you walk every one after the stubbornness of his evil heart, so that you don't listen to me:

Young's Literal Translation (YLT)
Ye also have done evil above your fathers, And lo, ye are walking each after the stubbornness of his evil heart, So as not to hearken unto Me.

And
ye
וְאַתֶּ֛םwĕʾattemveh-ah-TEM
have
done
הֲרֵעֹתֶ֥םhărēʿōtemhuh-ray-oh-TEM
worse
לַעֲשׂ֖וֹתlaʿăśôtla-uh-SOTE
fathers;
your
than
מֵאֲבֽוֹתֵיכֶ֑םmēʾăbôtêkemmay-uh-voh-tay-HEM
for,
behold,
וְהִנְּכֶ֣םwĕhinnĕkemveh-hee-neh-HEM
ye
walk
הֹלְכִ֗יםhōlĕkîmhoh-leh-HEEM
every
one
אִ֚ישׁʾîšeesh
after
אַֽחֲרֵי֙ʾaḥărēyah-huh-RAY
the
imagination
שְׁרִר֣וּתšĕrirûtsheh-ree-ROOT
of
his
evil
לִבּֽוֹlibbôlee-boh
heart,
הָרָ֔עhārāʿha-RA
not
may
they
that
לְבִלְתִּ֖יlĕbiltîleh-veel-TEE
hearken
שְׁמֹ֥עַšĕmōaʿsheh-MOH-ah
unto
אֵלָֽי׃ʾēlāyay-LAI

Cross Reference

Jeremiah 13:10
इस दुष्ट जाति के लोग जो मेरे वचन सुनने से इनकार करते हैं जो अपने मन के हठ पर चलते, दूसरे देवताओं के पीछे चल कर उनकी उपासना करते ओर उन को दण्डवत करते हैं, वे इस पेटी के समान हो जाएंगे जो किसी काम की नहीं रही।

Jeremiah 7:26
परन्तु उन्होंने मेरी नहीं सुनी, न अपना कान लगाया; उन्होंने हठ किया, और अपने पुरखाओं से बढ़कर बुराइयां की हैं।

Jeremiah 9:14
वरन वे उपने हठ पर बाल नाम देवताओं के पीछे चले, जैसा उनके पुरखाओं ने उन को सिखलाया।

Ecclesiastes 9:3
जो कुछ सूर्य के नीचे किया जाता है उस में यह एक दोष है कि सब लोगों की एक सी दशा होती है; और मनुष्यों के मनों में बुराई भरी हुई है, और जब तक वे जीवित रहते हैं उनके मन में बावलापन रहता है, और उसके बाद वे मरे हुओं में जा मिलते हैं।

Mark 7:21
क्योंकि भीतर से अर्थात मनुष्य के मन से, बुरी बुरी चिन्ता, व्यभिचार।

Jeremiah 7:24
पर उन्होंने मेरी न सुनी और न मेरी बातों पर कान लगाया; वे अपनी ही युक्तियों और अपने बुरे मन के हठ पर चलते रहे और पीछे हट गए पर आगे न बढ़े।

1 Samuel 15:23
देख बलवा करना और भावी कहने वालों से पूछना एक ही समान पाप है, और हठ करना मूरतों और गृहदेवताओं की पूजा के तुल्य है। तू ने जो यहोवा की बात को तुच्छ जाना, इसलिये उसने तुझे राजा होने के लिये तुच्छ जाना है।

Judges 2:19
परन्तु जब न्यायी मर जाता, तब वे फिर पराये देवताओं के पीछे चलकर उनकी उपासना करते, और उन्हें दण्डवत करके अपने पुरखाओं से अधिक बिगड़ जाते थे; और अपने बुरे कामों और हठीली चाल को नहीं छोड़ते थे।

Hebrews 3:12
हे भाइयो, चौकस रहो, कि तुम में ऐसा बुरा और अविश्वासी मन न हो, जो जीवते परमेश्वर से दूर हट जाए।

2 Timothy 3:13
और दुष्ट, और बहकाने वाले धोखा देते हुए, और धोखा खाते हुए, बिगड़ते चले जाएंगे।

Jeremiah 17:9
मन तो सब वस्तुओं से अधिक धोखा देने वाला होता है, उस में असाध्य रोग लगा है; उसका भेद कौन समझ सकता है?

Ecclesiastes 8:12
चाहे पापी सौ बार पाप करे अपने दिन भी बढ़ाए, तौभी मुझे निश्चय है कि जो परमेश्वर से डरते हैं और अपने तईं उसको सम्मुख जानकर भय से चलते हैं, उनका भला ही होगा;

Deuteronomy 29:19
और ऐसा मनुष्य इस शाप के वचन सुनकर अपने को आशीर्वाद के योग्य माने, और यह सोचे कि चाहे मैं अपने मन के हठ पर चलूं, और तृप्त हो कर प्यास को मिटा डालूं, तौभी मेरा कुशल होगा।

Deuteronomy 9:27
अपने दास इब्राहीम, इसहाक, और याकूब को स्मरण कर; और इन लोगों की कठोरता, और दुष्टता, और पाप पर दृष्टि न कर,

Genesis 8:21
इस पर यहोवा ने सुखदायक सुगन्ध पाकर सोचा, कि मनुष्य के कारण मैं फिर कभी भूमि को शाप न दूंगा, यद्यपि मनुष्य के मन में बचपन से जो कुछ उत्पन्न होता है सो बुरा ही होता है; तौभी जैसा मैं ने सब जीवों को अब मारा है, वैसा उन को फिर कभी न मारूंगा।

Genesis 6:5
और यहोवा ने देखा, कि मनुष्यों की बुराई पृथ्वी पर बढ़ गई है, और उनके मन के विचार में जो कुछ उत्पन्न होता है सो निरन्तर बुरा ही होता है।