Jeremiah 15:6 in Hindi

Hindi Hindi Bible Jeremiah Jeremiah 15 Jeremiah 15:6

Jeremiah 15:6
यहोवा की यह वाणी है कि तू मुझ को त्यागकर पीछे हट गई है, इसलिये मैं तुझ पर हाथ बढ़ाकर तेरा नाश करूंगा; क्योंकि, मैं तरस खाते खाते उकता गया हूँ।

Jeremiah 15:5Jeremiah 15Jeremiah 15:7

Jeremiah 15:6 in Other Translations

King James Version (KJV)
Thou hast forsaken me, saith the LORD, thou art gone backward: therefore will I stretch out my hand against thee, and destroy thee; I am weary with repenting.

American Standard Version (ASV)
Thou hast rejected me, saith Jehovah, thou art gone backward: therefore have I stretched out my hand against thee, and destroyed thee; I am weary with repenting.

Bible in Basic English (BBE)
You have given me up, says the Lord, you have gone back: so my hand is stretched out against you for your destruction; I am tired of changing my purpose.

Darby English Bible (DBY)
Thou hast cast me off, saith Jehovah, thou art gone backward; and I have stretched out my hand against thee, and will destroy thee: I am become weary of repenting.

World English Bible (WEB)
You have rejected me, says Yahweh, you are gone backward: therefore have I stretched out my hand against you, and destroyed you; I am weary with repenting.

Young's Literal Translation (YLT)
Thou -- thou hast left Me -- an affirmation of Jehovah, Backward thou goest, And I stretch out My hand against thee, And I destroy thee, I have been weary of repenting,

Thou
אַ֣תְּʾatat
hast
forsaken
נָטַ֥שְׁתְּnāṭašĕtna-TA-shet
me,
saith
אֹתִ֛יʾōtîoh-TEE
Lord,
the
נְאֻםnĕʾumneh-OOM
thou
art
gone
יְהוָ֖הyĕhwâyeh-VA
backward:
אָח֣וֹרʾāḥôrah-HORE
out
stretch
I
will
therefore
תֵּלֵ֑כִיtēlēkîtay-LAY-hee

וָאַ֨טwāʾaṭva-AT
my
hand
אֶתʾetet
against
יָדִ֤יyādîya-DEE
destroy
and
thee,
עָלַ֙יִךְ֙ʿālayikah-LA-yeek
thee;
I
am
weary
וָֽאַשְׁחִיתֵ֔ךְwāʾašḥîtēkva-ash-hee-TAKE
with
repenting.
נִלְאֵ֖יתִיnilʾêtîneel-A-tee
הִנָּחֵֽם׃hinnāḥēmhee-na-HAME

Cross Reference

Jeremiah 7:24
पर उन्होंने मेरी न सुनी और न मेरी बातों पर कान लगाया; वे अपनी ही युक्तियों और अपने बुरे मन के हठ पर चलते रहे और पीछे हट गए पर आगे न बढ़े।

Zephaniah 1:4
मैं यहूदा पर और यरूशलेम के सब रहने वालों पर हाथ उठाऊंगा, और इस स्थान में बाल के बचे हुओं को और याजकों समेत देवताओं के पुजारियों के नाम को नाश कर दूंगा।

Isaiah 1:4
हाय, यह जाति पाप से कैसी भरी है! यह समाज अधर्म से कैसा लदा हुआ है! इस वंश के लोग कैसे कुकर्मी हैं, ये लड़के-बाले कैसे बिगड़े हुए हैं! उन्होंने यहोवा को छोड़ दिया, उन्होंने इस्राएल के पवित्र को तुच्छ जाना है! वे पराए बनकर दूर हो गए हैं॥

Jeremiah 6:11
इस कारण यहोवा का कोप मेरे मन में भर गया हे; मैं उसे रोकते रोकते उकता गया हूँ। बाज़ारों में बच्चों पर और जवानों की सभा में भी उसे उंडेल दे; क्योंकि पति अपनी पत्नी के साथ और अधेड़ बूढ़े के साथ पकड़ा जाएगा।

Ezekiel 25:7
इस कारण देख, मैं ने अपना हाथ तेरे ऊपर बढ़ाया है; और तुझ को जाति जाति की लूट कर दूंगा, और देश देश के लोगों में से तुझे मिटाऊंगा; और देश देश में से नाश करूंगा। मैं तेरा सत्यानाश कर डालूंगा; तब तू जान लेगा कि मैं यहोवा हूँ।

Hosea 11:7
मेरी प्रजा मुझ से फिर जाने में लगी रहती है; यद्यपि वे उन को परमप्रधान की ओर बुलाते हैं, तौभी उन में से कोई भी मेरी महिमा नहीं करता॥

Hosea 13:14
मैं उसको अधोलोक के वश से छुड़ा लूंगा और मृत्यु से उसको छुटकारा दूंगा। हे मृत्यु, तेरी मारने की शक्ति कहां रही? हे अधोलोक, तेरी नाश करने की शक्ति कहां रहीं? मैं फिर कभी नहीं पछताऊंगा॥

Zechariah 7:11
परन्तु उन्होंने चित्त लगाना न चाहा, और हठ किया, और अपने कानों को मूंद लिया ताकि सुन न सकें।

Amos 7:3
इसके विषय में यहोवा पछताया, और उस से कहा, ऐसी बात अब न होगी॥

Hosea 4:16
क्योंकि इस्राएल ने हठीली कलोर की नाईं हठ किया है, क्या अब यहोवा उन्हें भेड़ के बच्चे की नाईं लम्बे चौड़े मैदान में चराएगा?

Ezekiel 14:9
और यदि भविष्यद्वक्ता ने धोखा खाकर कोई वचन कहा हो, तो जानो कि मुझ यहोवा ने उस भविष्यद्वक्ता को धोखा दिया है; और मैं अपना हाथ उसके विरुद्ध बढ़ा कर उसे अपनी प्रजा इस्राएल में से नाश करूंगा।

Ezekiel 12:26
फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा,

Isaiah 28:13
इसलिये यहोवा का वचन उनके पास आज्ञा पर आज्ञा, आज्ञा पर आज्ञा, नियम पर नियम, नियम पर नियम है, थोड़ा यहां, थोड़ा वहां, जिस से वे ठोकर खाकर चित्त गिरें और घायल हो जाएं, और फंदे में फंस कर पकड़े जाएं॥

Jeremiah 1:16
और उनकी सारी बुराई के कारण मैं उन पर दण्ड की आज्ञा दूंगा; क्योंकि उन्होंने मुझे त्यागकर दूसरे देवताओं के लिये धूप जलाया और अपनी बनाई हुई वस्तुओं को दण्डवत किया है।

Jeremiah 2:13
क्योंकि मेरी प्रजा ने दो बुराइयां की हैं: उन्होंने मुझ बहते जल के सोते को त्याग दिया है, और, उन्होंने हौद बना लिए, वरन ऐसे हौद जो टूट गए हैं, और जिन में जल नहीं रह सकता।

Jeremiah 2:17
क्या यह तेरी ही करनी का फल नहीं, जो तू ने अपने परमेश्वर यहोवा को छोड़ दिया जो तुझे मार्ग में लिए चला?

Jeremiah 2:19
तेरी बुराई ही तेरी ताड़ना करेगी, और तेरा भटक जाना तुझे उलाहना देगा। जान ले और देख कि अपने परमेश्वर यहोवा को त्यागना, यह बुरी और कड़वी बात है; तुझे मेरा भय ही नहीं रहा, प्रभु सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है।

Jeremiah 6:19
हे पृथ्वी, सुन; देख, कि मैं इस जाति पर वह विपत्ति ले आऊंगा जो उनकी कल्पनाओं का फल है, क्योंकि इन्होंने मेरे वचनों पर ध्यान नहीं लगाया, और मेरी शिक्षा को इन्होंने निकम्मी जाना है।

Jeremiah 8:5
जब कोई भटक जाता है तो क्या वह लौट नहीं आता? फिर क्या कारण है कि ये यरूशलेमी सदा दूर ही दूर भटकते जाते हैं? ये छल नहीं छोड़ते, और फिर लौटने से इनकार करते हैं।

Jeremiah 20:9
यदि मैं कहूं, मैं उसकी चर्चा न करूंगा न उसके नाम से बोलूंगा, तो मेरे हृदय की ऐसी दशा होगी मानो मेरी हड्डियों में धधकती हुई आग हो, और मैं अपने को रोकते रोकते थक गया पर मुझ से रहा नहीं जाता।

Psalm 78:38
परन्तु वह जो दयालु है, वह अधर्म को ढांपता, और नाश नहीं करता; वह बारबार अपने क्रोध को ठण्डा करता है, और अपनी जलजलाहट को पूरी रीति से भड़कने नहीं देता।