Jeremiah 14:8
हे इस्राएल के आधार, संकट के समय उसका बचाने वाला तू ही है, तू क्यों इस देश में परदेशी की नाईं है? तू क्यों उस बटोही के समान है जो रात भर रहने के लिये कहीं टिकता हो?
Jeremiah 14:8 in Other Translations
King James Version (KJV)
O the hope of Israel, the saviour thereof in time of trouble, why shouldest thou be as a stranger in the land, and as a wayfaring man that turneth aside to tarry for a night?
American Standard Version (ASV)
O thou hope of Israel, the Saviour thereof in the time of trouble, why shouldest thou be as a sojourner in the land, and as a wayfaring man that turneth aside to tarry for a night?
Bible in Basic English (BBE)
O you hope of Israel, its saviour in time of trouble, why are you like one who is strange in the land, and like a traveller putting up his tent for a night?
Darby English Bible (DBY)
Thou hope of Israel, its Saviour in the time of trouble, why wilt thou be as a stranger in the land, and as a traveller that turneth aside to stay a night?
World English Bible (WEB)
You hope of Israel, the Savior of it in the time of trouble, why should you be as a foreigner in the land, and as a wayfaring man who turns aside to stay for a night?
Young's Literal Translation (YLT)
O Hope of Israel -- its saviour in time of trouble, Why art Thou as a sojourner in the land? And as a traveller turned aside to lodge?
| O the hope | מִקְוֵה֙ | miqwēh | meek-VAY |
| of Israel, | יִשְׂרָאֵ֔ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
| the saviour | מֽוֹשִׁיע֖וֹ | môšîʿô | moh-shee-OH |
| time in thereof | בְּעֵ֣ת | bĕʿēt | beh-ATE |
| of trouble, | צָרָ֑ה | ṣārâ | tsa-RA |
| why | לָ֤מָּה | lāmmâ | LA-ma |
| shouldest thou be | תִֽהְיֶה֙ | tihĕyeh | tee-heh-YEH |
| stranger a as | כְּגֵ֣ר | kĕgēr | keh-ɡARE |
| in the land, | בָּאָ֔רֶץ | bāʾāreṣ | ba-AH-rets |
| man wayfaring a as and | וּכְאֹרֵ֖חַ | ûkĕʾōrēaḥ | oo-heh-oh-RAY-ak |
| that turneth aside | נָטָ֥ה | nāṭâ | na-TA |
| tarry to night? | לָלֽוּן׃ | lālûn | la-LOON |
Cross Reference
Jeremiah 17:13
हे यहोवा, हे इस्राएल के आधार, जितने तुझे छोड देते हैं वे सब लज्जित होंगे; जो तुझ से भटक जाते हैं उनके नाम भूमि ही पर लिखे जाएंगे, क्योंकि उन्होंने बहते जल के सोते यहोवा को त्याग दिया है।
Isaiah 43:3
क्योंकि मैं यहोवा तेरा परमेश्वर हूं, इस्राएल का पवित्र मैं तेरा उद्धारकर्ता हूं। तेरी छुड़ौती में मैं मिस्र को और तेरी सन्ती कूश और सबा को देता हूं।
Psalm 50:15
और संकट के दिन मुझे पुकार; मैं तुझे छुड़ाऊंगा, और तू मेरी महिमा करने पाएगा॥
Jeremiah 50:7
जितनों ने उन्हें पाया वे उनको खा गए; और उनके सताने वालों ने कहा, इस में हमारा कुछ दोष नहीं, क्योंकि उन्होंने यहोवा के विरुद्ध पाप किया है जो धर्म का आधार है, और उनके पूर्वजों का आश्रय था।
Isaiah 45:21
तुम प्रचार करो और उन को लाओ; हां, वे आपस में सम्मति करें किस ने प्राचीनकाल से यह प्रगट किया? किस ने प्राचीनकाल में इसकी सूचना पहिले ही से दी? क्या मैं यहोवा ही ने यह नहीं किया? इसलिये मुझे छोड़ कोई और दूसरा परमेश्वर नहीं है, धर्मी और उद्धारकर्ता ईश्वर मुझे छोड़ और कोई नहीं है॥
Isaiah 43:11
मैं ही यहोवा हूं और मुझे छोड़ कोई उद्धारकर्ता नहीं।
Psalm 37:39
धर्मियों की मुक्ति यहोवा की ओर से होती है; संकट के समय वह उनका दृढ़ गढ़ है।
Psalm 9:9
यहोवा पिसे हुओं के लिये ऊंचा गढ़ ठहरेगा, वह संकट के समय के लिये भी ऊंचा गढ़ ठहरेगा।
1 Timothy 1:1
पौलुस की ओर से जो हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर, और हमारी आशा-स्थान मसीह यीशु की आज्ञा से मसीह यीशु का प्रेरित है, तिमुथियुस के नाम जो विश्वास में मेरा सच्चा पुत्र है॥
2 Corinthians 1:4
वह हमारे सब क्लेशों में शान्ति देता है; ताकि हम उस शान्ति के कारण जो परमेश्वर हमें देता है, उन्हें भी शान्ति दे सकें, जो किसी प्रकार के क्लेश में हों।
Acts 28:20
इसलिये मैं ने तुम को बुलाया है, कि तुम से मिलूं और बातचीत करूं; क्योंकि इस्त्राएल की आशा के लिये मैं इस जंजीर से जकड़ा हुआ हूं।
Joel 3:16
और यहोवा सिय्योन से गरजेगा, और यरूशलेम से बड़ा शब्द सुनाएगा; और आकाश और पृथ्वी थरथराएंगे। परन्तु यहोवा अपनी प्रजा के लिये शरणस्थान और इस्राएलियों के लिये गढ़ ठहरेगा॥
Isaiah 45:15
हे इस्राएल के परमेश्वर, हे उद्धारकर्त्ता! निश्चय तू ऐसा ईश्वर है जो अपने को गुप्त रखता है।
Psalm 138:7
चाहे मैं संकट के बीच में रहूं तौभी तू मुझे जिलाएगा, तू मेरे क्रोधित शत्रुओं के विरुद्ध हाथ बढ़ाएगा, और अपने दाहिने हाथ से मेरा उद्धार करेगा।
Psalm 91:15
जब वह मुझ को पुकारे, तब मैं उसकी सुनूंगा; संकट में मैं उसके संग रहूंगा, मैं उसको बचा कर उसकी महिमा बढ़ाऊंगा।
Psalm 46:1
परमेश्वर हमारा शरणस्थान और बल है, संकट में अति सहज से मिलने वाला सहायक।
Psalm 10:1
हे यहोवा तू क्यों दूर खड़ा रहता है? संकट के समय में क्यों छिपा रहता है?
Judges 19:17
उसने आंखें उठा कर उस यात्री को नगर के चौक में बैठे देखा; और उस बूढ़े ने पूछा, तू किधर जाता, और कहां से आता है?