Jeremiah 12:1 in Hindi

Hindi Hindi Bible Jeremiah Jeremiah 12 Jeremiah 12:1

Jeremiah 12:1
हे यहोवा, यदि मैं तुझ से मुक़द्दमा लड़ूं, तौभी तू धमीं है; मुझे अपने साथ इस विषय पर वादविवाद करने दे। दुष्टों की चाल क्यों सफल होती है? क्या कारण है कि विश्वासघाती बहुत सुख से रहते हैं?

Jeremiah 12Jeremiah 12:2

Jeremiah 12:1 in Other Translations

King James Version (KJV)
Righteous art thou, O LORD, when I plead with thee: yet let me talk with thee of thy judgments: Wherefore doth the way of the wicked prosper? wherefore are all they happy that deal very treacherously?

American Standard Version (ASV)
Righteous art thou, O Jehovah, when I contend with thee; yet would I reason the cause with thee: wherefore doth the way of the wicked prosper? wherefore are all they at ease that deal very treacherously?

Bible in Basic English (BBE)
You are in the right, O Lord, when I put my cause before you: still let me take up with you the question of your decisions: why does the evil-doer do well? why are the workers of deceit living in comfort?

Darby English Bible (DBY)
Righteous art thou, Jehovah, when I plead with thee; yet will I speak with thee of [thy] judgments. Wherefore doth the way of the wicked prosper? [wherefore] are all they at ease that deal very treacherously?

World English Bible (WEB)
Righteous are you, Yahweh, when I contend with you; yet would I reason the cause with you: why does the way of the wicked prosper? why are all they at ease who deal very treacherously?

Young's Literal Translation (YLT)
Righteous `art' Thou, O Jehovah, When I plead towards thee, Only, judgments do I speak with Thee, Wherefore did the way of the wicked prosper? At rest have been all treacherous dealers.

Righteous
צַדִּ֤יקṣaddîqtsa-DEEK
art
thou,
אַתָּה֙ʾattāhah-TA
O
Lord,
יְהוָ֔הyĕhwâyeh-VA
when
כִּ֥יkee
I
plead
אָרִ֖יבʾārîbah-REEV
with
אֵלֶ֑יךָʾēlêkāay-LAY-ha
thee:
yet
אַ֤ךְʾakak
let
me
talk
מִשְׁפָּטִים֙mišpāṭîmmeesh-pa-TEEM
with
אֲדַבֵּ֣רʾădabbēruh-da-BARE
judgments:
thy
of
thee
אֹתָ֔ךְʾōtākoh-TAHK
Wherefore
מַדּ֗וּעַmaddûaʿMA-doo-ah
doth
the
way
דֶּ֤רֶךְderekDEH-rek
of
the
wicked
רְשָׁעִים֙rĕšāʿîmreh-sha-EEM
prosper?
צָלֵ֔חָהṣālēḥâtsa-LAY-ha
wherefore
are
all
שָׁל֖וּšālûsha-LOO
they
happy
כָּלkālkahl
that
deal
very
בֹּ֥גְדֵיbōgĕdêBOH-ɡeh-day
treacherously?
בָֽגֶד׃bāgedVA-ɡed

Cross Reference

Malachi 3:15
अब से हम अभिमानी लोगों को धन्य कहते हैं; क्योंकि दुराचारी तो सफल बन गए हैं, वरन वे परमेश्वर की परीक्षा करने पर भी बच गए हैं॥

Job 12:6
डाकुओं के डेरे कुशल क्षेम से रहते हैं, और जो ईश्वर को क्रोध दिलाते हैं, वह बहुत ही निडर रहते हैं; और उनके हाथ में ईश्वर बहुत देता है।

Psalm 92:7
कि दुष्ट जो घास की नाईं फूलते- फलते हैं, और सब अनर्थकारी जो प्रफुल्लित होते हैं, यह इसलिये होता है, कि वे सर्वदा के लिये नाश हो जाएं,

Psalm 51:4
मैं ने केवल तेरे ही विरुद्ध पाप किया, और जो तेरी दृष्टि में बुरा है, वही किया है, ताकि तू बोलने में धर्मी और न्याय करने में निष्कलंक ठहरे।

Psalm 37:1
कुकर्मियों के कारण मत कुढ़, कुटिल काम करने वालों के विषय डाह न कर!

Psalm 94:3
हे यहोवा, दुष्ट लोग कब तक, दुष्ट लोग कब तक डींग मारते रहेंगे?

Jeremiah 5:11
यहोवा की यह वाणी है कि इस्राएल और यहूदा के घरानों ने मुझ से बड़ा विश्वासघात किया है।

Jeremiah 5:27
जैसा पिंजड़ा चिडिय़ों से भरा हो, वैसे ही उनके घर छल से भरे रहते हैं; इसी प्रकार वे बढ़ गए और धनी हो गए हैं।

Jeremiah 11:20
परन्तु, अब हे सेनाओं के यहोवा, हे धमीं न्यायी, हे अन्त:करण की बातों के ज्ञाता, तू उनका पलटा ले और मुझे दिखा, क्योंकि मैं ने अपना मुक़द्दमा तेरे हाथ में छोड़ दिया है।

Daniel 9:7
हे प्रभु, तू धर्मी है, परन्तु हम लोगों को आज के दिन लज्जित होना पड़ता है, अर्थात यरूशलेम के निवासी आदि सब यहूदी, क्या समीप क्या दूर के सब इस्राएली लोग जिन्हें तू ने उस विश्वासघात के कारण जो उन्होंने तेरा किया था, देश देश में बरबस कर दिया है, उन सभों को लज्जित होना पड़ता है।

Habakkuk 1:4
इसलिये व्यवस्था ढीली हो गई और न्याय कभी नहीं प्रगट होता। दुष्ट लोग धर्मी को घेर लेते हैं; सो न्याय का खून हो रहा है॥

Habakkuk 1:13
तेरी आंखें ऐसी शुद्ध हैं कि तू बुराई को देख ही नहीं सकता, और उत्पात को देखकर चुप नहीं रह सकता; फिर तू विश्वासघातियों को क्यों देखता रहता, और जब दुष्ट निर्दोष को निगल जाता है, तब तू क्यों चुप रहता है?

Zephaniah 3:5
यहोवा जो उसके बीच में है, वह धर्मी है, वह कुटिलता न करेगा; वह अपना न्याय प्रति भोर प्रगट करता है और चूकता नहीं; परन्तु कुटिल जन को लज्जा आती ही नहीं।

Psalm 37:35
मैं ने दुष्ट को बड़ा पराक्रमी और ऐसा फैलता हुए देखा, जैसा कोई हरा पेड़ अपने निज भूमि में फैलता है।

Job 21:7
क्या कारण है कि दुष्ट लोग जीवित रहते हैं, वरन बूढ़े भी हो जाते, और उनका धन बढ़ता जाता है?

Job 13:3
मैं तो सर्वशक्तिमान से बातें करूंगा, और मेरी अभिलाषा ईश्वर से वादविवाद करने की है।

Ezra 9:15
हे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा! तू तो धमीं है, हम बचकर मुक्त हुए हैं जैसे कि आज वर्तमान हैं। देख, हम तेरे साम्हने दोषी हैं, इस कारण कोई तेरे साम्हने खड़ा नहीं रह सकता।

Deuteronomy 32:4
वह चट्टान है, उसका काम खरा है; और उसकी सारी गति न्याय की है। वह सच्चा ईश्वर है, उस में कुटिलता नहीं, वह धर्मी और सीधा है॥

Psalm 73:3
क्योंकि जब मैं दुष्टों का कुशल देखता था, तब उन घमण्डियों के विषय डाह करता था॥

Psalm 119:75
हे यहोवा, मैं जान गया कि तेरे नियम धर्ममय हैं, और तू ने अपने सच्चाई के अनुसार मुझे दु:ख दिया है।

Psalm 119:137
हे यहोवा तू धर्मी है, और तेरे नियम सीधे हैं।

Psalm 145:17
यहोवा अपनी सब गति में धर्मी और अपने सब कामों में करूणामय है।

Proverbs 1:32
क्योंकि भोले लोगों का भटक जाना, उनके घात किए जाने का कारण होगा, और निश्चिन्त रहने के कारण मूढ़ लोग नाश होंगे;

Isaiah 41:21
यहोवा कहता है, अपना मुकद्दमा लड़ो; याकूब का राजा कहता है, अपने प्रमाण दो।

Isaiah 48:8
हां निश्चय तू ने उन्हें न तो सुना, न जाना, न इस से पहिले तेरे कान ही खुले थे। क्योंकि मैं जानता था कि तू निश्चय विश्वासघात करेगा, और गर्भ ही से तेरा नाम अपराधी पड़ा है॥

Jeremiah 12:6
क्योंकि तेरे भाई और तेरे घराने के लोगों ने भी तेरा विश्वासघात किया है; वे तेरे पीछे ललकारते हैं, यदि वे तुझ से मीठी बातें भी कहें, तौभी उनकी प्रतीति न करना।

Hosea 6:7
परन्तु उन लोगों ने आदम की नाईं वाचा को तोड़ दिया; उन्होंने वहां मुझ से विश्वासघात किया है।

Romans 3:5
सो यदि हमारा अधर्म परमेश्वर की धामिर्कता ठहरा देता है, तो हम क्या कहें ?क्या यह कि परमेश्वर जो क्रोध करता है अन्यायी है? यह तो मैं मनुष्य की रीति पर कहता हूं।

Genesis 18:25
इस प्रकार का काम करना तुझ से दूर रहे कि दुष्ट के संग धर्मी को भी मार डाले और धर्मी और दुष्ट दोनों की एक ही दशा हो। यह तुझ से दूर रहे: क्या सारी पृथ्वी का न्यायी न्याय न करे?