Isaiah 28:10
नियम पर नियम, नियम पर नियम थोड़ा यहां, थोड़ा वहां॥
Isaiah 28:10 in Other Translations
King James Version (KJV)
For precept must be upon precept, precept upon precept; line upon line, line upon line; here a little, and there a little:
American Standard Version (ASV)
For it is precept upon precept, precept upon precept; line upon line, line upon line; here a little, there a little.
Bible in Basic English (BBE)
For it is one rule after another; one line after another; here a little, there a little.
Darby English Bible (DBY)
For [it is] precept upon precept, precept upon precept; line upon line, line upon line; here a little, there a little. ...
World English Bible (WEB)
For it is precept on precept, precept on precept; line on line, line on line; here a little, there a little.
Young's Literal Translation (YLT)
For rule `is' on rule, rule on rule, line on line, line on line, A little here, a little there,
| For | כִּ֣י | kî | kee |
| precept | צַ֤ו | ṣǎw | tsahv |
| precept, upon be must | לָצָו֙ | lāṣāw | la-TSAHV |
| precept | צַ֣ו | ṣǎw | tsahv |
| upon precept; | לָצָ֔ו | lāṣāw | la-TSAHV |
| line | קַ֥ו | qǎw | kahv |
| line, upon | לָקָ֖ו | lāqāw | la-KAHV |
| line | קַ֣ו | qǎw | kahv |
| upon line; | לָקָ֑ו | lāqāw | la-KAHV |
| here | זְעֵ֥יר | zĕʿêr | zeh-ARE |
| little, a | שָׁ֖ם | šām | shahm |
| and there | זְעֵ֥יר | zĕʿêr | zeh-ARE |
| a little: | שָֽׁם׃ | šām | shahm |
Cross Reference
Jeremiah 25:3
आमोन के पुत्र यहूदा के राजा योशिय्याह के राज्य के तेरहवें वर्ष से ले कर आज के दिन तक अर्थात तेईस वर्ष से यहोवा का वचन मेरे पास पहुंचता आया है; और मैं उसे बड़े यत्न के साथ तुम से कहता आया हूँ; परन्तु तुम ने उसे नहीं सुना।
Isaiah 28:13
इसलिये यहोवा का वचन उनके पास आज्ञा पर आज्ञा, आज्ञा पर आज्ञा, नियम पर नियम, नियम पर नियम है, थोड़ा यहां, थोड़ा वहां, जिस से वे ठोकर खाकर चित्त गिरें और घायल हो जाएं, और फंदे में फंस कर पकड़े जाएं॥
2 Chronicles 36:15
और उनके पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा ने बड़ा यत्न कर के अपने दूतों से उन के पास कहला भेजा, क्योंकि वह अपनी प्रजा और अपने धाम पर तरस खाता था;
Hebrews 5:12
समय के विचार से तो तुम्हें गुरू हो जाना चाहिए था, तौभी क्या यह आवश्यक है, कि कोई तुम्हें परमेश्वर के वचनों की आदि शिक्षा फिर से सिखाए ओर ऐसे हो गए हो, कि तुम्हें अन्न के बदले अब तक दूध ही चाहिए।
2 Timothy 3:7
और सदा सीखती तो रहती हैं पर सत्य की पहिचान तक कभी नहीं पहुंचतीं।
Philippians 3:1
निदान, हे मेरे भाइयो, प्रभु में आनन्दित रहो: वे ही बातें तुम को बार बार लिखने में मुझे तो कोई कष्ट नहीं होता, और इस में तुम्हारी कुशलता है।
Matthew 21:34
जब फल का समय निकट आया, तो उस ने अपने दासों को उसका फल लेने के लिये किसानों के पास भेजा।
Jeremiah 11:7
क्योंकि जिस समय से मैं तुम्हारे पुरखाओं को मिस्र देश से छुड़ा ले आया तब से आज के दिन तक उन को दृढ़ता से चिताता आया हूँ, मेरी बात सुनो।
Isaiah 5:4
मेरी दाख की बारी के लिये और क्या करना रह गया जो मैं ने उसके लिये न किया हो? फिर क्या कारण है कि जब मैं ने दाख की आशा की तब उस में निकम्मी दाखें लगीं?
Nehemiah 9:29
और उन को चिताता था कि उन को फिर अपनी व्यवस्था के आधीन कर दे। परन्तु वे अभिमान करते रहे और तेरी आज्ञाएं नहीं मानते थे, और तेरे नियम, जिन को यदि मनुष्य माने, तो उनके कारण जीवित रहे, उनके विरुद्ध पाप करते, और हठ कर के अपना कन्धा हटाते और न सुनते थे।
Deuteronomy 6:1
यह वह आज्ञा, और वे विधियां और नियम हैं जो तुम्हें सिखाने की तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने आज्ञा दी है, कि तुम उन्हें उस देश में मानो जिसके अधिकारी होने को पार जाने पर हो;