Genesis 32:7
तब याकूब निपट डर गया, और संकट में पड़ा: और यह सोच कर, अपने संग वालों के, और भेड़-बकरियों, और गाय-बैलों, और ऊंटो के भी अलग अलग दो दल कर लिये,
Genesis 32:7 in Other Translations
King James Version (KJV)
Then Jacob was greatly afraid and distressed: and he divided the people that was with him, and the flocks, and herds, and the camels, into two bands;
American Standard Version (ASV)
Then Jacob was greatly afraid and was distressed: and he divided the people that were with him, and the flocks, and the herds, and the camels, into two companies;
Bible in Basic English (BBE)
Then Jacob was in great fear and trouble of mind: and he put all the people and the flocks and the herds and the camels into two groups;
Darby English Bible (DBY)
Then Jacob was greatly afraid, and was distressed; and he divided the people that were with him, and the sheep and the cattle and the camels, into two troops.
Webster's Bible (WBT)
Then Jacob was greatly afraid, and distressed: and he divided the people that were with him, and the flocks, and herds, and camels, into two bands;
World English Bible (WEB)
Then Jacob was greatly afraid and was distressed: and he divided the people who were with him, and the flocks, and the herds, and the camels, into two companies;
Young's Literal Translation (YLT)
and Jacob feareth exceedingly, and is distressed, and he divideth the people who `are' with him, and the flock, and the herd, and the camels, into two camps,
| Then Jacob | וַיִּירָ֧א | wayyîrāʾ | va-yee-RA |
| was greatly | יַֽעֲקֹ֛ב | yaʿăqōb | ya-uh-KOVE |
| afraid | מְאֹ֖ד | mĕʾōd | meh-ODE |
| and distressed: | וַיֵּ֣צֶר | wayyēṣer | va-YAY-tser |
| divided he and | ל֑וֹ | lô | loh |
| וַיַּ֜חַץ | wayyaḥaṣ | va-YA-hahts | |
| the people | אֶת | ʾet | et |
| that | הָעָ֣ם | hāʿām | ha-AM |
| with was | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
| him, and the flocks, | אִתּ֗וֹ | ʾittô | EE-toh |
| herds, and | וְאֶת | wĕʾet | veh-ET |
| and the camels, | הַצֹּ֧אן | haṣṣōn | ha-TSONE |
| into two | וְאֶת | wĕʾet | veh-ET |
| bands; | הַבָּקָ֛ר | habbāqār | ha-ba-KAHR |
| וְהַגְּמַלִּ֖ים | wĕhaggĕmallîm | veh-ha-ɡeh-ma-LEEM | |
| לִשְׁנֵ֥י | lišnê | leesh-NAY | |
| מַֽחֲנֽוֹת׃ | maḥănôt | MA-huh-NOTE |
Cross Reference
Genesis 35:3
और आओ, हम यहां से कूच करके बेतेल को जाएं; वहां मैं ईश्वर के लिये एक वेदी बनाऊंगा, जिसने संकट के दिन मेरी सुन ली, और जिस मार्ग से मैं चलता था, उस में मेरे संग रहा।
2 Timothy 3:12
पर जितने मसीह यीशु में भक्ति के साथ जीवन बिताना चाहते हैं वे सब सताए जाएंगे।
2 Corinthians 1:8
हे भाइयों, हम नहीं चाहते कि तुम हमारे उस क्लेश से अनजान रहो, जो आसिया में हम पर पड़ा, कि ऐसे भारी बोझ से दब गए थे, जो हमारी सामर्थ से बाहर था, यहां तक कि हम जीवन से भी हाथ धो बैठे थे।
2 Corinthians 1:4
वह हमारे सब क्लेशों में शान्ति देता है; ताकि हम उस शान्ति के कारण जो परमेश्वर हमें देता है, उन्हें भी शान्ति दे सकें, जो किसी प्रकार के क्लेश में हों।
Acts 14:22
और चेलों के मन को स्थिर करते रहे और यह उपदेश देते थे, कि हमें बड़े क्लेश उठाकर परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करना होगा।
John 16:33
मैं ने ये बातें तुम से इसलिये कही हैं, कि तुम्हें मुझ में शान्ति मिले; संसार में तुम्हें क्लेश होता है, परन्तु ढाढ़स बांधो, मैं ने संसार को जीन लिया है॥
Matthew 10:16
देखो, मैं तुम्हें भेड़ों की नाईं भेडिय़ों के बीच में भेजता हूं सो सांपों की नाईं बुद्धिमान और कबूतरों की नाईं भोले बनो।
Matthew 8:26
उस ने उन से कहा; हे अल्पविश्वासियों, क्यों डरते हो? तब उस ने उठकर आन्धी और पानी को डांटा, और सब शान्त हो गया।
Isaiah 28:26
क्योंकि उसका परमेश्वर उसको ठीक ठीक काम करना सिखलाता और बतलाता है॥
Proverbs 2:11
विवेक तुझे सुरक्षित रखेगा; और समझ तेरी रक्षक होगी;
Psalm 142:4
मैं ने दाहिनी ओर देखा, परन्तु कोई मुझे नहीं देखता है। मेरे लिये शरण कहीं नहीं रही, न मुझ को कोई पूछता है॥
Psalm 112:5
जो पुरूष अनुग्रह करता और उधार देता है, उसका कल्याण होता है, वह न्याय में अपने मुकद्दमें को जीतेगा।
Psalm 107:6
तब उन्होंने संकट में यहोवा की दोहाई दी, और उसने उन को सकेती से छुड़ाया;
Psalm 61:2
मूर्छा खाते समय मैं पृथ्वी की छोर से भी तुझे पुकारूंगा, जो चट्टान मेरे लिये ऊंची है, उस पर मुझ को ले चला;
Psalm 55:4
मेरा मन भीतर ही भीतर संकट में है, और मृत्यु का भय मुझ में समा गया है।
Psalm 31:13
मैं ने बहुतों के मुंह से अपना अपवाद सुना, चारों ओर भय ही भय है! जब उन्होंने मेरे विरुद्ध आपस में सम्मति की तब मेरे प्राण लेने की युक्ति की॥
Psalm 18:4
मृत्यु की रस्सियों से मैं चारो ओर से घिर गया हूं, और अधर्म की बाढ़ ने मुझ को भयभीत कर दिया;
Exodus 14:10
जब फिरौन निकट आया, तब इस्राएलियों ने आंखे उठा कर क्या देखा, कि मिस्री हमारा पीछा किए चले आ रहे हैं; और इस्राएली अत्यन्त डर गए, और चिल्लाकर यहोवा की दोहाई दी।
Genesis 32:11
मेरी विनती सुन कर मुझे मेरे भाई ऐसाव के हाथ से बचा: मैं तो उससे डरता हूं, कहीं ऐसा ने हो कि वह आकर मुझे और मां समेत लड़कों को भी मार डाले।