Ezekiel 39:23
और जाति-जाति के लोग भी जान लेंगे कि इस्राएल का घराना अपने अधर्म के कारण बंधुआई में गया था; क्योंकि उन्होंने मुझ से ऐसा विश्वासघात किया कि मैं ने अपना मुंह उन से फेर लिया और उन को उनके बैरियों के वश कर दिया, और वे सब तलवार से मारे गए।
Ezekiel 39:23 in Other Translations
King James Version (KJV)
And the heathen shall know that the house of Israel went into captivity for their iniquity: because they trespassed against me, therefore hid I my face from them, and gave them into the hand of their enemies: so fell they all by the sword.
American Standard Version (ASV)
And the nations shall know that the house of Israel went into captivity for their iniquity; because they trespassed against me, and I hid my face from them: so I gave them into the hand of their adversaries, and they fell all of them by the sword.
Bible in Basic English (BBE)
And it will be clear to the nations that the children of Israel were taken away prisoners for their evil-doing; because they did wrong against me, and my face was covered from them: so I gave them up into the hands of their attackers, and they all came to their end by the sword.
Darby English Bible (DBY)
And the nations shall know that the house of Israel went into captivity for their iniquity, because they were unfaithful against me; and I hid my face from them, and gave them into the hand of their enemies, so that they fell all of them by the sword.
World English Bible (WEB)
The nations shall know that the house of Israel went into captivity for their iniquity; because they trespassed against me, and I hid my face from them: so I gave them into the hand of their adversaries, and they fell all of them by the sword.
Young's Literal Translation (YLT)
And known have the nations that for their iniquity, Removed have the house of Israel, Because they have trespassed against Me, And I do hide My face from them, And give them into the hand of their adversaries, And they fall by sword -- all of them.
| And the heathen | וְיָדְע֣וּ | wĕyodʿû | veh-yode-OO |
| shall know | הַ֠גּוֹיִם | haggôyim | HA-ɡoh-yeem |
| that | כִּ֣י | kî | kee |
| the house | בַעֲוֺנָ֞ם | baʿăwōnām | va-uh-voh-NAHM |
| of Israel | גָּל֣וּ | gālû | ɡa-LOO |
| captivity into went | בֵֽית | bêt | vate |
| for their iniquity: | יִשְׂרָאֵ֗ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
| because | עַ֚ל | ʿal | al |
| אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER | |
| they trespassed | מָֽעֲלוּ | māʿălû | MA-uh-loo |
| hid therefore me, against | בִ֔י | bî | vee |
| I my face | וָאַסְתִּ֥ר | wāʾastir | va-as-TEER |
| gave and them, from | פָּנַ֖י | pānay | pa-NAI |
| hand the into them | מֵהֶ֑ם | mēhem | may-HEM |
| of their enemies: | וָֽאֶתְּנֵם֙ | wāʾettĕnēm | va-eh-teh-NAME |
| fell so | בְּיַ֣ד | bĕyad | beh-YAHD |
| they all | צָרֵיהֶ֔ם | ṣārêhem | tsa-ray-HEM |
| by the sword. | וַיִּפְּל֥וּ | wayyippĕlû | va-yee-peh-LOO |
| בַחֶ֖רֶב | baḥereb | va-HEH-rev | |
| כֻּלָּֽם׃ | kullām | koo-LAHM |
Cross Reference
Jeremiah 22:8
और जाति जाति के लोग जब इस नगर के पास से निकलेंगे तब एक दूसरे से पूछेंगे, यहोवा ने इस बड़े नगर की ऐसी दशा क्यों की है?
Isaiah 59:2
परन्तु तुम्हारे अधर्म के कामों ने तुम को तुम्हारे परमेश्वर से अलग कर दिया है, और तुम्हारे पापों के कारण उस का मुँह तुम से ऐसा छिपा है कि वह नहीं सुनता।
Isaiah 1:15
जब तुम मेरी ओर हाथ फैलाओ, तब मैं तुम से मुंह फेर लूंगा; तुम कितनी ही प्रार्थना क्यों न करो, तौभी मैं तुम्हारी न सुनूंगा; क्योंकि तुम्हारे हाथ खून से भरे हैं।
Ezekiel 39:29
और उन से अपना मुंह फिर कभी न फेर लूंगा, क्योंकि मैं ने इस्राएल के घराने पर अपना आत्मा उण्डेला है, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है।
Leviticus 26:25
तो मैं तुम पर एक ऐसी तलवार चलवाऊंगा, जो वाचा तोड़ने का पूरा पूरा पलटा लेगी; और जब तुम अपने नगरों में जा जा कर इकट्ठे होगे तब मैं तुम्हारे बीच मरी फैलाऊंगा, और तुम अपने शत्रुओं के वश में सौंप दिए जाओगे।
Jeremiah 40:2
जल्लादों के प्रधान नबूजरदान ने यिर्मयाह को उस समय अपने पास बुला लिया, और कहा, इस स्थान पर यह जो विपत्ति पड़ी है वह तेरे परमेश्वर यहोवा की कही हुई थी।
Lamentations 1:8
यरूशलेम ने बड़ा पाप किया, इसलिये वह अशुद्ध स्त्री सी हो गई है; जितने उसका आदर करते थे वे उसका निरादर करते हैं, क्योंकि उन्होंने उसकी नंगाई देखी है; हां, वह कराहती हुई मुंह फेर लेती है।
Lamentations 2:15
सब बटोही तुझ पर ताली बजाते हैं; वे यरूशलेम की पुत्री पर यह कह कर ताली बजाते और सिर हिलाते हैं, क्या यह वही नगरी है जिसे परमसुन्दरी और सारी पृथ्वी के हर्ष का कारण कहते थे?
Ezekiel 36:18
सो जो हत्या उन्होंने देश में की, और देश को अपनी मूरतों के द्वारा अशुद्ध किया, इसके कारण मैं ने उन पर अपनी जलजलाहट भड़काई।
Ezekiel 36:36
तब जो जातियां तुम्हारे आस पास बची रहेंगी, सो जान लेंगी कि मुझ यहोवा ने ढाए हुए को फिर बनाया, और उजाड़ में पेड़ रोपे हैं, मुझ यहोवा ने यह कहा, और ऐसा ही करूंगा।
Jeremiah 33:5
कसदियों से युद्ध करने को वे लोग आते तो हैं, परन्तु मैं क्रोध और जलजलाहट में आकर उन को मरवाऊंगा और उनकी लोथें उसी स्थान में भर दूंगा; क्योंकि उनकी दुष्टता के कारण मैं ने इस नगर से मुख फेर लिया है।
Isaiah 64:7
कोई भी तुझ से प्रार्थना नहीं करता, न कोई तुझ से सहायता लेने के लिये चौकसी करता है कि तुझ से लिपटा रहे; क्योंकि हमारे अधर्म के कामों के कारण तू ने हम से अपना मुंह छिपा लिया है, और हमें हमारी बुराइयों के वश में छोड़ दिया है॥
Isaiah 42:24
किस ने याकूब को लुटवाया और इस्राएल को लुटेरों के वश में कर दिया? क्या यहोवा ने यह नहीं किया जिसके विरुद्ध हम ने पाप किया, जिसके मार्गों पर उन्होंने चलना न चाहा और न उसकी व्यवस्था को माना?
Deuteronomy 32:20
तब उसने कहा, मैं उन से अपना मुख छिपा लूंगा, और देखूंगा कि उनका अन्त कैसा होगा, क्योंकि इस जाति के लोग बहुत टेढ़े हैं और धोखा देने वाले पुत्र हैं।
Deuteronomy 32:30
यदि उनकी चट्टान ही उन को न बेच देती, और यहोवा उन को औरों के हाथ में न कर देता; तो यह क्योंकर हो सकता कि उनके हजार का पीछा एक मनुष्य करता, और उनके दस हजार को दो मनुष्य भगा देते?
Judges 2:14
इसलिये यहोवा का कोप इस्राएलियों पर भड़क उठा, और उसने उन को लुटेरों के हाथ में कर दिया जो उन्हें लूटने लगे; और उसने उन को चारों ओर के शत्रुओं के आधीन कर दिया; और वे फिर अपने शत्रुओं के साम्हने ठहर न सके।
Judges 3:8
तब यहोवा का क्रोध इस्राएलियों पर भड़का, और उसने उन को अरम्नहरैम के राजा कूशत्रिशातैम के आधीन कर दिया; सो इस्राएली आठ वर्ष तक कूशत्रिशातैम के आधीन में रहे।
2 Chronicles 7:21
और यह भवन जो इतना विशाल है, उसके पास से आने जाने वाले चकित हो कर पूछेंगे कि यहोवा ने इस देश और इस भवन से ऐसा क्यों किया है।
Psalm 10:1
हे यहोवा तू क्यों दूर खड़ा रहता है? संकट के समय में क्यों छिपा रहता है?
Psalm 30:7
हे यहोवा अपनी प्रसन्नता से तू ने मेरे पहाड़ को दृढ़ और स्थिर किया था; जब तू ने अपना मुख फेर लिया तब मैं घबरा गया॥
Psalm 106:41
तब उसने उन को अन्यजातियों के वश में कर दिया, और उनके बैरियों ने उन पर प्रभुता की।
Isaiah 8:17
मैं उस यहोवा की बाट जोहता रहूंगा जो अपने मुंख को याकूब के घराने से छिपाये है, और मैं उसी पर आशा लगाए रहूंगा।
Deuteronomy 31:17
उस समय मेरा कोप इन पर भड़केगा, और मैं भी इन्हें त्यागकर इन से अपना मुंह छिपा लूंगा, और ये आहार हो जाएंगे; और बहुत सी विपत्तियां और क्लेश इन पर आ पड़ेंगे, यहां तक कि ये उस समय कहेंगे, क्या ये विपत्तियां हम पर इस कारण तो नहीं आ पड़ीं, क्योंकि हमारा परमेश्वर हमारे मध्य में नहीं रहा?