Deuteronomy 7:17 in Hindi

Hindi Hindi Bible Deuteronomy Deuteronomy 7 Deuteronomy 7:17

Deuteronomy 7:17
यदि तू अपने मन में सोचे, कि वे जातियां जो मुझ से अधिक हैं; तो मैं उन को क्योंकर देश से निकाल सकूंगा?

Deuteronomy 7:16Deuteronomy 7Deuteronomy 7:18

Deuteronomy 7:17 in Other Translations

King James Version (KJV)
If thou shalt say in thine heart, These nations are more than I; how can I dispossess them?

American Standard Version (ASV)
If thou shalt say in thy heart, These nations are more than I; how can I dispossess them?

Bible in Basic English (BBE)
If you say in your hearts, These nations are greater in number than we are: how are we to take their land from them?

Darby English Bible (DBY)
If thou shouldest say in thy heart, These nations are greater than I; how can I dispossess them?

Webster's Bible (WBT)
If thou shalt say in thy heart, These nations are more than I, how can I dispossess them?

World English Bible (WEB)
If you shall say in your heart, These nations are more than I; how can I dispossess them?

Young's Literal Translation (YLT)
`When thou sayest in thine heart, These nations `are' more numerous than I, how am I able to dispossess them? --

If
כִּ֤יkee
thou
shalt
say
תֹאמַר֙tōʾmartoh-MAHR
heart,
thine
in
בִּלְבָ֣בְךָ֔bilbābĕkābeel-VA-veh-HA
These
רַבִּ֛יםrabbîmra-BEEM
nations
הַגּוֹיִ֥םhaggôyimha-ɡoh-YEEM
more
are
הָאֵ֖לֶּהhāʾēlleha-A-leh
than
מִמֶּ֑נִּיmimmennîmee-MEH-nee
I;
how
אֵיכָ֥הʾêkâay-HA
can
אוּכַ֖לʾûkaloo-HAHL
I
dispossess
לְהֽוֹרִישָֽׁם׃lĕhôrîšāmleh-HOH-ree-SHAHM

Cross Reference

Numbers 33:53
और उस देश को अपने अधिकार में ले कर उस में निवास करना, क्योंकि मैं ने वह देश तुम्हीं को दिया है कि तुम उसके अधिकारी हो।

Numbers 13:32
और उन्होंने इस्त्राएलियों के साम्हने उस देश की जिसका भेद उन्होंने लिया था यह कहकर निन्दा भी की, कि वह देश जिसका भेद लेने को हम गये थे ऐसा है, जो अपने निवासियों निगल जाता है; और जितने पुरूष हम ने उस में देखे वे सब के सब बड़े डील डौल के हैं।

Luke 9:47
पर यीशु ने उन के मन का विचार जान लिया : और एक बालक को लेकर अपने पास खड़ा किया।

Jeremiah 13:22
और यदि तू अपने मन में सोचे कि ये बातें किस कारण मुझ पर पड़ी हैं, तो तेरे बड़े अधर्म के कारण तेरा आंचल उठाया गया है और तेरी एडिय़ां बरियाई से नंगी की गई हैं।

Isaiah 49:21
तब तू मन में कहेगी, किस ने इन को मेरे लिये जन्माया? मैं तो पुत्रहीन और बांझ हो गई थी, दासत्व में और यहां वहां मैं घूमती रही, इन को किस ने पाला? देख, मैं अकेली रह गई थी; फिर ये कहां थे?

Isaiah 47:8
इसलिये सुन, तू जो राग-रंग में उलझी हुई निडर बैठी रहती है और मन में कहती है कि मैं ही हूं, और मुझे छोड़ कोई दूसरा नहीं; मैं विधवा की नाईं न बैठूंगी और न मेरे लड़के-बोले मिटेंगे।

Isaiah 14:13
तू मन में कहता तो था कि मैं स्वर्ग पर चढूंगा; मैं अपने सिंहासन को ईश्वर के तारागण से अधिक ऊंचा करूंगा; और उत्तर दिशा की छोर पर सभा के पर्वत पर बिराजूंगा;

Joshua 17:16
यूसुफ की सन्तान ने कहा, वह पहाड़ी देश हमारे लिये छोटा है; और क्या बेतसान और उसके नगरों में रहने वाले, क्या यिज्रेल की तराई में रहेन वाले, जितने कनानी नीचे के देश में रहते हैं, उन सभों के पास लोहे के रथ हैं।

Deuteronomy 18:21
और यदि तू अपने मन में कहे, कि जो वचन यहोवा ने नहीं कहा उसको हम किस रीति से पहिचानें?

Deuteronomy 15:9
सचेत रह कि तेरे मन में ऐसी अधम चिन्ता न समाए, कि सातवां वर्ष जो छुटकारे का वर्ष है वह निकट है, और अपनी दृष्टि तू अपने उस दरिद्र भाई की ओर से क्रूर करके उसे कुछ न दे, और वह तेरे विरुद्ध यहोवा की दुहाई दे, तो यह तेरे लिये पाप ठहरेगा।

Deuteronomy 8:17
और कहीं ऐसा न हो कि तू सोचने लगे, कि यह सम्पत्ति मेरे ही सामर्थ्य और मेरे ही भुजबल से मुझे प्राप्त हुई।