2 Corinthians 2:14
परन्तु परमेश्वर का धन्यवाद हो, जो मसीह में सदा हम को जय के उत्सव में लिये फिरता है, और अपने ज्ञान का सुगन्ध हमारे द्वारा हर जगह फैलाता है।
2 Corinthians 2:14 in Other Translations
King James Version (KJV)
Now thanks be unto God, which always causeth us to triumph in Christ, and maketh manifest the savour of his knowledge by us in every place.
American Standard Version (ASV)
But thanks be unto God, who always leadeth us in triumph in Christ, and maketh manifest through us the savor of his knowledge in every place.
Bible in Basic English (BBE)
But praise be to God who makes us strong to overcome in Christ, and makes clear through us in every place the value of the knowledge of him.
Darby English Bible (DBY)
But thanks [be] to God, who always leads us in triumph in the Christ, and makes manifest the odour of his knowledge through us in every place.
World English Bible (WEB)
Now thanks be to God, who always leads us in triumph in Christ, and reveals through us the sweet aroma of his knowledge in every place.
Young's Literal Translation (YLT)
and to God `are' thanks, who at all times is leading us in triumph in the Christ, and the fragrance of His knowledge He is manifesting through us in every place,
| Now | Τῷ | tō | toh |
| thanks | δὲ | de | thay |
| be unto | θεῷ | theō | thay-OH |
| God, | χάρις | charis | HA-rees |
| which | τῷ | tō | toh |
| always | πάντοτε | pantote | PAHN-toh-tay |
| causeth to triumph | θριαμβεύοντι | thriambeuonti | three-am-VAVE-one-tee |
| us | ἡμᾶς | hēmas | ay-MAHS |
| in | ἐν | en | ane |
| τῷ | tō | toh | |
| Christ, | Χριστῷ | christō | hree-STOH |
| and | καὶ | kai | kay |
| maketh manifest | τὴν | tēn | tane |
| the | ὀσμὴν | osmēn | oh-SMANE |
| savour | τῆς | tēs | tase |
| of his | γνώσεως | gnōseōs | GNOH-say-ose |
| αὐτοῦ | autou | af-TOO | |
| knowledge | φανεροῦντι | phanerounti | fa-nay-ROON-tee |
| by | δι' | di | thee |
| us | ἡμῶν | hēmōn | ay-MONE |
| in | ἐν | en | ane |
| every | παντὶ | panti | pahn-TEE |
| place. | τόπῳ· | topō | TOH-poh |
Cross Reference
2 Corinthians 9:15
परमेश्वर को उसके उस दान के लिये जो वर्णन से बाहर है, धन्यवाद हो॥
Romans 8:37
परन्तु इन सब बातों में हम उसके द्वारा जिस ने हम से प्रेम किया है, जयवन्त से भी बढ़कर हैं।
Ephesians 5:2
और प्रेम में चलो; जैसे मसीह ने भी तुम से प्रेम किया; और हमारे लिये अपने आप को सुखदायक सुगन्ध के लिये परमेश्वर के आगे भेंट करके बलिदान कर दिया।
2 Corinthians 8:16
और परमेश्वर का धन्यवाद हो, जिस ने तुम्हारे लिये वही उत्साह तितुस के हृदय में डाल दिया है।
2 Corinthians 2:15
क्योंकि हम परमेश्वर के निकट उद्धार पाने वालों, और नाश होने वालों, दोनो के लिये मसीह के सुगन्ध हैं।
Romans 6:17
परन्तु परमेश्वर का धन्यवाद हो, कि तुम जो पाप के दास थे तौभी मन से उस उपदेश के मानने वाले हो गए, जिस के सांचे में ढाले गए थे।
Song of Solomon 1:3
तेरे भांति भांति के इत्रों का सुगन्ध उत्तम है, तेरा नाम उंडेले हुए इत्र के तुल्य है; इसीलिये कुमारियां तुझ से प्रेम रखती हैं
Colossians 2:15
और उस ने प्रधानताओं और अधिक्कारों को अपने ऊपर से उतार कर उन का खुल्लमखुल्ला तमाशा बनाया और क्रूस के कारण उन पर जय-जय-कार की ध्वनि सुनाई॥
Colossians 1:23
यदि तुम विश्वास की नेव पर दृढ़ बने रहो, और उस सुसमाचार की आशा को जिसे तुम ने सुना है न छोड़ो, जिस का प्रचार आकाश के नीचे की सारी सृष्टि में किया गया; और जिस का मैं पौलुस सेवक बना॥
Colossians 1:6
जो तुम्हारे पास पहुंचा है और जैसा जगत में भी फल लाता, और बढ़ता जाता है; अर्थात जिस दिन से तुम ने उस को सुना, और सच्चाई से परमेश्वर का अनुग्रह पहिचाना है, तुम में भी ऐसा ही करता है।
Philippians 4:18
मेरे पास सब कुछ है, वरन बहुतायत से भी है: जो वस्तुएं तुम ने इपफ्रुदीतुस के हाथ से भेजी थीं उन्हें पाकर मैं तृप्त हो गया हूं, वह तो सुगन्ध और ग्रहण करने के योग्य बलिदान है, जो परमेश्वर को भाता है।
Romans 15:19
और चिन्हों और अदभुत कामों की सामर्थ से, और पवित्र आत्मा की सामर्थ से मेरे ही द्वारा किए: यहां तक कि मैं ने यरूशलेम से लेकर चारों ओर इल्लुरिकुस तक मसीह के सुसमाचार का पूरा पूरा प्रचार किया।
Psalm 106:47
हे हमारे परमेश्वर यहोवा, हमारा उद्धार कर, और हमें अन्यजातियों में से इकट्ठा कर ले, कि हम तेरे पवित्र नाम का धन्यवाद करें, और तेरी स्तुति करते हुए तेरे विषय में बड़ाई करें॥
Revelation 7:12
हमारे परमेश्वर की स्तुति, ओर महिमा, और ज्ञान, और धन्यवाद, और आदर, और सामर्थ, और शक्ति युगानुयुग बनी रहें। आमीन।
1 Thessalonians 3:9
और जैसा आनन्द हमें तुम्हारे कारण अपने परमेश्वर के साम्हने है, उसके बदले तुम्हारे विषय में हम किस रीति से परमेश्वर का धन्यवाद करें?
Ephesians 5:20
और सदा सब बातों के लिये हमारे प्रभु यीशु मसीह के नाम से परमेश्वर पिता का धन्यवाद करते रहो।
2 Corinthians 1:11
और तुम भी मिलकर प्रार्थना के द्वारा हमारी सहायता करोगे, कि जो वरदान बहुतों के द्वारा हमें मिला, उसके कारण बहुत लोग हमारी ओर से धन्यवाद करें॥
Psalm 148:14
और उसने अपनी प्रजा के लिये एक सींग ऊंचा किया है; यह उसके सब भक्तों के लिये अर्थात इस्राएलियों के लिये और उसके समीप रहने वाली प्रजा के लिये स्तुति करने का विषय है। याह की स्तुति करो।
1 Corinthians 15:37
ओर जो तू बोता है, यह वह देह नहीं जो उत्पन्न होनेवाली है, परन्तु निरा दाना है, चाहे गेहूं का, चाहे किसी और अनाज का।