1 Kings 8:16
कि जिस दिन से मैं अपनी प्रजा इस्राएल को मिस्र से निकाल लाया, तब से मैं ने किसी इस्राएली गोत्र का कोई नगर नहीं चुना, जिस में मेरे नाम के निवास के लिये भवन बनाया जाए; परन्तु मैं ने दाऊद को चुन लिया, कि वह मेरी प्रजा इस्राएल का अधिकारी हो।
1 Kings 8:16 in Other Translations
King James Version (KJV)
Since the day that I brought forth my people Israel out of Egypt, I chose no city out of all the tribes of Israel to build an house, that my name might be therein; but I chose David to be over my people Israel.
American Standard Version (ASV)
Since the day that I brought forth my people Israel out of Egypt, I chose no city out of all the tribes of Israel to build a house, that my name might be there; but I chose David to be over my people Israel.
Bible in Basic English (BBE)
From the day when I took my people Israel out of Egypt, no town in all the tribes of Israel has been marked out by me for the building of a house for the resting-place of my name; but I made selection of David to be king over my people Israel.
Darby English Bible (DBY)
Since the day that I brought forth my people Israel out of Egypt, I chose no city out of all the tribes of Israel to build a house in, that my name might be there; but I have chosen David to be over my people Israel.
Webster's Bible (WBT)
Since the day that I brought forth my people Israel from Egypt, I have chosen no city out of all the tribes of Israel to build a house, that my name might be therein; but I chose David to be over my people Israel.
World English Bible (WEB)
Since the day that I brought forth my people Israel out of Egypt, I chose no city out of all the tribes of Israel to build a house, that my name might be there; but I chose David to be over my people Israel.
Young's Literal Translation (YLT)
From the day that I brought out My people, even Israel, from Egypt, I have not fixed on a city out of all the tribes of Israel, to build a house for My name being there; and I fix on David to be over My people Israel.
| Since | מִן | min | meen |
| the day | הַיּ֗וֹם | hayyôm | HA-yome |
| that | אֲשֶׁ֨ר | ʾăšer | uh-SHER |
| forth brought I | הוֹצֵ֜אתִי | hôṣēʾtî | hoh-TSAY-tee |
| אֶת | ʾet | et | |
| my people | עַמִּ֣י | ʿammî | ah-MEE |
| אֶת | ʾet | et | |
| Israel | יִשְׂרָאֵל֮ | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
| out of Egypt, | מִמִּצְרַיִם֒ | mimmiṣrayim | mee-meets-ra-YEEM |
| I chose | לֹֽא | lōʾ | loh |
| no | בָחַ֣רְתִּי | bāḥartî | va-HAHR-tee |
| city | בְעִ֗יר | bĕʿîr | veh-EER |
| out of all | מִכֹּל֙ | mikkōl | mee-KOLE |
| tribes the | שִׁבְטֵ֣י | šibṭê | sheev-TAY |
| of Israel | יִשְׂרָאֵ֔ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
| to build | לִבְנ֣וֹת | libnôt | leev-NOTE |
| house, an | בַּ֔יִת | bayit | BA-yeet |
| that my name | לִֽהְי֥וֹת | lihĕyôt | lee-heh-YOTE |
| be might | שְׁמִ֖י | šĕmî | sheh-MEE |
| therein; | שָׁ֑ם | šām | shahm |
| but I chose | וָֽאֶבְחַ֣ר | wāʾebḥar | va-ev-HAHR |
| David | בְּדָוִ֔ד | bĕdāwid | beh-da-VEED |
| be to | לִֽהְי֖וֹת | lihĕyôt | lee-heh-YOTE |
| over | עַל | ʿal | al |
| my people | עַמִּ֥י | ʿammî | ah-MEE |
| Israel. | יִשְׂרָאֵֽל׃ | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
Cross Reference
1 Samuel 16:1
और यहोवा ने शमूएल से कहा, मैं ने शाऊल को इस्राएल पर राज्य करने के लिये तुच्छ जाना है, तू कब तक उसके विषय विलाप करता रहेगा? अपने सींग में तेल भर के चल; मैं तुझ को बेतलेहेमी यिशै के पास भेजता हूं, क्योंकि मैं ने उसके पुत्रों में से एक को राजा होने के लिये चुना है।
Deuteronomy 12:11
और तुम निडर रहने पाओ, तब जो स्थान तुम्हारा परमेश्वर यहोवा अपने नाम का निवास ठहराने के लिये चुन ले उसी में तुम अपने होमबलि, और मेलबलि, और दशमांश, और उठाई हुईं भेंटें, और मन्नतों की सब उत्तम उत्तम वस्तुएं जो तुम यहोवा के लिये संकल्प करोगे, निदान जितनी वस्तुओं की आज्ञा मैं तुम को सुनाता हूं उन सभों को वहीं ले जाया करना।
1 Chronicles 28:4
तौभी इस्राएल के परमेश्वर यहोवा ने मेरे पिता के सारे घराने में से मुझी को चुन लिया, कि इस्राएल का राजा सदा बना रहूं: अर्थात उसने यहूदा को प्रधान होने के लिये और यहूदा के घराने में से मेरे पिता के घराने को चुन लिया और मेरे पिता के पुत्रों में से वह मुझी को सारे इस्राएल का राजा बनाने के लिये प्रसन्न हुआ।
1 Chronicles 17:5
क्योंकि जिस दिन से मैं इस्राएलियों को मिस्र से ले आया, आज के दिन तक मैं कभी घर में नहीं रहा; परन्तु एक तम्बू से दूसरे तम्बू को ओर एक निवास से दूसरे निवास को आया जाया करता हूँ।
1 Kings 8:29
कि तेरी आंख इस भवन की ओर अर्थात इसी स्थान की ओर जिसके विषय तू ने कहा है, कि मेरा नाम वहां रहेगा, रात दिन खुली रहें: और जो प्रार्थना तेरा दास इस स्थान की ओर करे, उसे तू सुन ले।
2 Samuel 7:4
उसी दिन रात को यहोवा का यह वचन नातान के पास पहुंचा,
Jeremiah 7:12
मेरा जो स्थान शीलो में था, जहां मैं ने पहिले अपने नाम का निवास ठहराया था, वहां जा कर देखो कि मैं ने अपनी प्रजा इस्राएल की बुराई के कारण उसकी क्या दशा कर दी है?
Psalm 132:13
क्योंकि यहोवा ने सिय्योन को अपनाया है, और उसे अपने निवास के लिये चाहा है॥
Psalm 89:19
एक समय तू ने अपने भक्त को दर्शन देकर बातें की; और कहा, मैं ने सहायता करने का भार एक वीर पर रखा है, और प्रजा में से एक को चुन कर बढ़ाया है।
Psalm 78:70
फिर उसने अपने दास दाऊद को चुन कर भेड़शालाओं में से ले लिया;
Nehemiah 1:9
परन्तु यदि तुम मेरी ओर फिरो, और मेरी आज्ञाएं मानो, और उन पर चलो, तो चाहे तुम में से निकाले हुए लोग आकाश की छोर में भी हों, तौभी मैं उन को वहां से इकट्ठा कर के उस स्थान में पहुंचाऊंगा, जिसे मैं ने अपने नाम के निवास के लिये चुन लिया है।
2 Chronicles 6:5
कि जिस दिन से मैं अपनी प्रजा को मिस्र देश से निकाल लाया, तब से मैं ने न तो इस्राएल के किसी गोत्र का कोई नगर चुना जिस में मेरे नाम के निवास के लिये भवन बनाया जाए, और न कोई मनुष्य चुना कि वह मेरी प्रजा इस्राएल पर प्रधान हो।
2 Kings 23:27
और यहोवा ने कहा था जेसे मैं ने इस्राएल को अपने साम्हने से दूर किया, वैसे ही यहूदा को भी दूर करूंगा; और इस यरूशलेम नगर से जिसे मैं ने चुना और इस भवन से जिसके विषय मैं ने कहा, कि यह मेरे नाम का निवास होगा, मैं हाथ उठाऊंगा।
1 Kings 11:36
और उसके पुत्र को मैं एक गोत्र दूंगा, इसलिये कि यरूशलेम अर्थात उस नगर में जिसे अपना नाम रखने को मैं ने चुना है, मेरे दास दाऊद का दीपक मेरे साम्हने सदैव बना रहे।
Deuteronomy 12:5
किन्तु जो स्थान तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारे सब गोत्रों में से चुन लेगा, कि वहां अपना नाम बनाए रखे, उसके उसी निवासस्थान के पास जाया करना;