1 Corinthians 9:27
परन्तु मैं अपनी देह को मारता कूटता, और वश में लाता हूं; ऐसा न हो कि औरों को प्रचार करके, मैं आप ही किसी रीति से निकम्मा ठहरूं॥
1 Corinthians 9:27 in Other Translations
King James Version (KJV)
But I keep under my body, and bring it into subjection: lest that by any means, when I have preached to others, I myself should be a castaway.
American Standard Version (ASV)
but I buffet my body, and bring it into bondage: lest by any means, after that I have preached to others, I myself should be rejected.
Bible in Basic English (BBE)
But I give blows to my body, and keep it under control, for fear that, after having given the good news to others, I myself might not have God's approval.
Darby English Bible (DBY)
But I buffet my body, and lead it captive, lest [after] having preached to others I should be myself rejected.
World English Bible (WEB)
but I beat my body and bring it into submission, lest by any means, after I have preached to others, I myself should be rejected.
Young's Literal Translation (YLT)
but I chastise my body, and bring `it' into servitude, lest by any means, having preached to others -- I myself may become disapproved.
| But | ἀλλ' | all | al |
| I keep under | ὑπωπιάζω | hypōpiazō | yoo-poh-pee-AH-zoh |
| my | μου | mou | moo |
| τὸ | to | toh | |
| body, | σῶμα | sōma | SOH-ma |
| and | καὶ | kai | kay |
| bring into subjection: | δουλαγωγῶ | doulagōgō | thoo-la-goh-GOH |
| means, any by that lest it | μήπως, | mēpōs | MAY-pose |
| when I have preached | ἄλλοις | allois | AL-loos |
| others, to | κηρύξας | kēryxas | kay-RYOO-ksahs |
| I myself | αὐτὸς | autos | af-TOSE |
| should be | ἀδόκιμος | adokimos | ah-THOH-kee-mose |
| a castaway. | γένωμαι | genōmai | GAY-noh-may |
Cross Reference
2 Corinthians 13:5
अपने आप को परखो, कि विश्वास में हो कि नहीं; अपने आप को जांचो, क्या तुम अपने विषय में यह नहीं जानते, कि यीशु मसीह तुम में है नहीं तो तुम निकम्मे निकले हो।
1 Corinthians 8:13
इस कारण यदि भोजन मेरे भाई को ठोकर खिलाए, तो मैं कभी किसी रीति से मांस न खाऊंगा, न हो कि मैं अपने भाई के ठोकर का कारण बनूं।
Romans 8:13
क्योंकि यदि तुम शरीर के अनुसार दिन काटोगे, तो मरोगे, यदि आत्मा से देह की क्रीयाओं को मारोगे, तो जीवित रहोगे।
Colossians 3:5
इसलिये अपने उन अंगो को मार डालो, जो पृथ्वी पर हैं, अर्थात व्यभिचार, अशुद्धता, दुष्कामना, बुरी लालसा और लोभ को जो मूर्ति पूजा के बराबर है।
1 Corinthians 9:25
और हर एक पहलवान सब प्रकार का संयम करता है, वे तो एक मुरझाने वाले मुकुट को पाने के लिये यह सब करते हैं, परन्तु हम तो उस मुकुट के लिये करते हैं, जो मुरझाने का नहीं।
Romans 6:18
और पाप से छुड़ाए जाकर धर्म के दास हो गए।
1 Corinthians 6:12
सब वस्तुएं मेरे लिये उचित तो हैं, परन्तु सब वस्तुएं लाभ की नहीं, सब वस्तुएं मेरे लिये उचित हैं, परन्तु मैं किसी बात के आधीन न हूंगा।
1 Peter 2:11
हे प्रियों मैं तुम से बिनती करता हूं, कि तुम अपने आप को परदेशी और यात्री जान कर उस सांसारिक अभिलाषाओं से जो आत्मा से युद्ध करती हैं, बचे रहो।
2 Timothy 2:22
जवानी की अभिलाषाओं से भाग; और जो शुद्ध मन से प्रभु का नाम लेते हैं, उन के साथ धर्म, और विश्वास, और प्रेम, और मेल-मिलाप का पीछा कर।
Luke 9:25
यदि मनुष्य सारे जगत को प्राप्त करे, और अपना प्राण खो दे, या उस की हानि उठाए, तो उसे क्या लाभ होगा?
Matthew 7:21
जो मुझ से, हे प्रभु, हे प्रभु कहता है, उन में से हर एक स्वर्ग के राज्य में प्रवेश न करेगा, परन्तु वही जो मेरे स्वर्गीय पिता की इच्छा पर चलता है।
2 Peter 2:15
वे सीधे मार्ग को छोड़कर भटक गए हैं, और बओर के पुत्र बिलाम के मार्ग पर हो लिए हैं; जिस ने अधर्म की मजदूरी को प्रिय जाना।
Jeremiah 6:30
उनका नाम खोटी चान्दी पड़ेगा, क्योंकि यहोवा ने उन को खोटा पाया है।
Psalm 50:16
परन्तु दुष्ट से परमेश्वर कहता है: तुझे मेरी विधियों का वर्णन करने से क्या काम? तू मेरी वाचा की चर्चा क्यों करता है?
Luke 13:26
तब तुम कहने लगोगे, कि हम ने तेरे साम्हने खाया पीया और तू ने हमारे बजारों में उपदेश किया।
1 Corinthians 4:11
हम इस घड़ी तक भूखे-प्यासे और नंगे हैं, और घूंसे खाते हैं और मारे मारे फिरते हैं;
1 Corinthians 13:1
यदि मैं मनुष्यों, और सवर्गदूतों की बोलियां बोलूं, और प्रेम न रखूं, तो मैं ठनठनाता हुआ पीतल, और झंझनाती हुई झांझ हूं।
2 Corinthians 6:4
परन्तु हर बात से परमेश्वर के सेवकों की नाईं अपने सद्गुणों को प्रगट करते हैं, बड़े धैर्य से, क्लेशों से, दिरद्रता से, संकटो से।
2 Corinthians 11:27
परिश्रम और कष्ट में; बार बार जागते रहने में; भूख-पियास में; बार बार उपवास करने में; जाड़े में; उघाड़े रहने में।
Luke 12:45
परन्तु यदि वह दास सोचने लगे, कि मेरा स्वामी आने में देर कर रहा है, और दासों और दासियों मारने पीटने और खाने पीने और पियक्कड़ होने लगे।