1 Corinthians 15:32
यदि मैं मनुष्य की रीति पर इफिसुस में वन-पशुओं से लड़ा, तो मुझे क्या लाभ हुआ? यदि मुर्दे जिलाए नहीं जाएंगे, तो आओ, खाए-पीए, क्योंकि कल तो मर ही जाएंगे।
1 Corinthians 15:32 in Other Translations
King James Version (KJV)
If after the manner of men I have fought with beasts at Ephesus, what advantageth it me, if the dead rise not? let us eat and drink; for to morrow we die.
American Standard Version (ASV)
If after the manner of men I fought with beasts at Ephesus, what doth it profit me? If the dead are not raised, let us eat and drink, for to-morrow we die.
Bible in Basic English (BBE)
If, after the way of men, I was fighting with beasts at Ephesus, what profit is it to me? If the dead do not come to life again, let us take our pleasure in feasting, for tomorrow we come to an end.
Darby English Bible (DBY)
If, [to speak] after the manner of man, I have fought with beasts in Ephesus, what is the profit to me if [those that are] dead do not rise? let us eat and drink; for to-morrow we die.
World English Bible (WEB)
If I fought with animals at Ephesus for human purposes, what does it profit me? If the dead are not raised, then "let us eat and drink, for tomorrow we die."
Young's Literal Translation (YLT)
if after the manner of a man with wild beasts I fought in Ephesus, what the advantage to me if the dead do not rise? let us eat and drink, for to-morrow we die!
| If | εἰ | ei | ee |
| after the manner | κατὰ | kata | ka-TA |
| of men | ἄνθρωπον | anthrōpon | AN-throh-pone |
| beasts with fought have I | ἐθηριομάχησα | ethēriomachēsa | ay-thay-ree-oh-MA-hay-sa |
| at | ἐν | en | ane |
| Ephesus, | Ἐφέσῳ | ephesō | ay-FAY-soh |
| what | τί | ti | tee |
| advantageth | μοι | moi | moo |
| it | τὸ | to | toh |
| me, | ὄφελος | ophelos | OH-fay-lose |
| if | εἰ | ei | ee |
| the dead | νεκροὶ | nekroi | nay-KROO |
| rise | οὐκ | ouk | ook |
| not? | ἐγείρονται | egeirontai | ay-GEE-rone-tay |
| eat us let | Φάγωμεν | phagōmen | FA-goh-mane |
| and | καὶ | kai | kay |
| drink; | πίωμεν | piōmen | PEE-oh-mane |
| for | αὔριον | aurion | A-ree-one |
| to morrow | γὰρ | gar | gahr |
| we die. | ἀποθνῄσκομεν | apothnēskomen | ah-poh-THNAY-skoh-mane |
Cross Reference
Isaiah 22:13
परन्तु क्या देखा कि हर्ष और आनन्द मनाया जा रहा है, गाय-बैल का घात और भेड़-बकरी का वध किया जा रहा है, मांस खाया और दाखमधु पीया जा रहा है। और कहते हैं, आओ खाएं-पीएं, क्योंकि कल तो हमें मरना है।
Luke 12:19
और वहां अपना सब अन्न और संपत्ति रखूंगा: और अपने प्राण से कहूंगा, कि प्राण, तेरे पास बहुत वर्षों के लिये बहुत संपत्ति रखी है; चैन कर, खा, पी, सुख से रह।
Isaiah 56:12
वे कहते हैं कि आओ, हम दाखमधु ले आएं, आओ मदिरा पीकर छक जाएं; कल का दिन भी तो आज ही के समान अत्यन्त सुहावना होगा॥
Jude 1:10
पर ये लोग जिन बातों को नहीं जानते, उन को बुरा भला कहते हैं; पर जिन बातों को अचेतन पशुओं की नाईं स्वभाव ही से जानते हैं, उन में अपने आप को नाश करते हैं।
2 Peter 2:12
पर ये लोग निर्बुद्धि पशुओं ही के तुल्य हैं, जो पकड़े जाने और नाश होने के लिये उत्पन्न हुए हैं; और जिन बातों को जानते ही नहीं, उन के विषय में औरों को बुरा भला कहते हैं, वे अपनी सड़ाहट में आप ही सड़ जाएंगे।
Galatians 3:15
हे भाइयों, मैं मनुष्य की रीति पर कहता हूं, कि मनुष्य की वाचा भी जो पक्की हो जाती है, तो न कोई उसे टालता है और न उस में कुछ बढ़ाता है।
2 Corinthians 1:8
हे भाइयों, हम नहीं चाहते कि तुम हमारे उस क्लेश से अनजान रहो, जो आसिया में हम पर पड़ा, कि ऐसे भारी बोझ से दब गए थे, जो हमारी सामर्थ से बाहर था, यहां तक कि हम जीवन से भी हाथ धो बैठे थे।
Romans 6:19
मैं तुम्हारी शारीरिक दुर्बलता के कारण मनुष्यों की रीति पर कहता हूं, जैसे तुम ने अपने अंगो को कुकर्म के लिये अशुद्धता और कुकर्म के दास करके सौंपा था, वैसे ही अब अपने अंगों को पवित्रता के लिये धर्म के दास करके सौंप दो।
Acts 19:23
उस समय उस पन्थ के विषय में बड़ा हुल्लड़ हुआ।
Acts 19:1
और जब अपुल्लोस कुरिन्थुस में था, तो पौलुस ऊपर से सारे देश से होकर इफिसुस में आया, और कई चेलों को देख कर।
Acts 18:19
और उस ने इफिसुस में पहुंचकर उन को वहां छोड़ा, और आप ही अराधनालय में जाकर यहूदियों से विवाद करने लगा।
Luke 9:25
यदि मनुष्य सारे जगत को प्राप्त करे, और अपना प्राण खो दे, या उस की हानि उठाए, तो उसे क्या लाभ होगा?
Malachi 3:14
तुम ने कहा है कि परमेश्वर की सेवा करनी व्यर्थ है। हम ने जो उसके बताए हुए कामों को पूरा किया और सेनाओं के यहोवा के डर के मारे शोक का पहिरावा पहिने हुए चले हैं, इस से क्या लाभ हुआ?
Ecclesiastes 11:9
हे जवान, अपनी जवानी में आनन्द कर, और अपनी जवानी के दिनों के मगन रह; अपनी मनमानी कर और अपनी आंखों की दृष्टि के अनुसार चल। परन्तु यह जान रख कि इन सब बातों के विषय में परमेश्वर तेरा न्याय करेगा॥
Ecclesiastes 2:24
मनुष्य के लिये खाने-पीने और परिश्रम करते हुए अपने जीव को सुखी रखने के सिवाय और कुछ भी अच्छा नहीं। मैं ने देखा कि यह भी परमेश्वर की ओर से मिलता है।
Psalm 73:13
निश्चय, मैं ने अपने हृदय को व्यर्थ शुद्ध किया और अपने हाथों को निर्दोषता में धोया है;
Job 35:3
जो तू कहता है कि मुझे इस से क्या लाभ? और मुझे पापी होने में और न होने में कौन सा अधिक अन्तर है?