1 Corinthians 10:23
सब वस्तुएं मेरे लिये उचित तो हैं, परन्तु सब लाभ की नहीं: सब वस्तुएं मेरे लिये उचित तो हैं, परन्तु सब वस्तुओं से उन्नित नहीं।
1 Corinthians 10:23 in Other Translations
King James Version (KJV)
All things are lawful for me, but all things are not expedient: all things are lawful for me, but all things edify not.
American Standard Version (ASV)
All things are lawful; but not all things are expedient. All things are lawful; but not all things edify.
Bible in Basic English (BBE)
We are free to do all things, but there are things which it is not wise to do. We are free to do all things, but not all things are for the common good.
Darby English Bible (DBY)
All things are lawful, but all are not profitable; all things are lawful, but all do not edify.
World English Bible (WEB)
"All things are lawful for me," but not all things are profitable. "All things are lawful for me," but not all things build up.
Young's Literal Translation (YLT)
All things to me are lawful, but all things are not profitable; all things to me are lawful, but all things do not build up;
| All things | Πάντα | panta | PAHN-ta |
| are lawful | μοι | moi | moo |
| me, for | ἔξεστιν | exestin | AYKS-ay-steen |
| but | ἀλλ' | all | al |
| all things | οὐ | ou | oo |
| are not | πάντα | panta | PAHN-ta |
| expedient: | συμφέρει· | sympherei | syoom-FAY-ree |
| all things | πάντα | panta | PAHN-ta |
| are lawful | μοί | moi | moo |
| me, for | ἔξεστιν | exestin | AYKS-ay-steen |
| but | ἀλλ' | all | al |
| all things | οὐ | ou | oo |
| edify | πάντα | panta | PAHN-ta |
| not. | οἰκοδομεῖ | oikodomei | oo-koh-thoh-MEE |
Cross Reference
1 Corinthians 6:12
सब वस्तुएं मेरे लिये उचित तो हैं, परन्तु सब वस्तुएं लाभ की नहीं, सब वस्तुएं मेरे लिये उचित हैं, परन्तु मैं किसी बात के आधीन न हूंगा।
1 Corinthians 8:9
परन्तु चौकस रहो, ऐसा न हो, कि तुम्हारी यह स्वतंत्रता कहीं निर्बलों के लिये ठोकर का कारण हो जाए।
Ephesians 4:29
कोई गन्दी बात तुम्हारे मुंह से न निकले, पर आवश्यकता के अनुसार वही जो उन्नति के लिये उत्तम हो, ताकि उस से सुनने वालों पर अनुग्रह हो।
1 Thessalonians 5:11
इस कारण एक दूसरे को शान्ति दो, और एक दूसरे की उन्नति के कारण बनो, निदान, तुम ऐसा करते भी हो॥
2 Corinthians 12:19
तुम अभी तक समझ रहे होगे कि हम तुम्हारे सामने प्रत्युत्तर दे रहे हैं, हम तो परमेश्वर को उपस्थित जान कर मसीह में बोलते हैं, और हे प्रियों, सब बातें तुम्हारी उन्नति ही के लिये कहते हैं।
1 Corinthians 14:26
इसलिये हे भाइयो क्या करना चाहिए? जब तुम इकट्ठे होते हो, तो हर एक के हृदय में भजन, या उपदेश, या अन्यभाषा, या प्रकाश, या अन्यभाषा का अर्थ बताना रहता है: सब कुछ आत्मिक उन्नति के लिये होना चाहिए।
1 Corinthians 14:17
तू तो भली भांति से धन्यवाद करता है, परन्तु दूसरे की उन्नति नहीं होती।
1 Corinthians 14:12
इसलिये तुम भी जब आत्मिक वरदानों की धुन में हो, तो ऐसा प्रयत्न करो, कि तुम्हारे वरदानों की उन्नति से कलीसिया की उन्नति हो।
1 Corinthians 8:1
अब मूरतों के साम्हने बलि की हुई वस्तुओं के विषय में हम जानते हैं, कि हम सब को ज्ञान है: ज्ञान घमण्ड उत्पन्न करता है, परन्तु प्रेम से उन्नति होती है।
Romans 15:1
निदान हम बलवानों को चाहिए, कि निर्बलों की निर्बलताओं को सहें; न कि अपने आप को प्रसन्न करें।
Romans 14:19
इसलिये हम उन बातों का प्रयत्न करें जिनसे मेल मिलाप और एक दूसरे का सुधार हो।
Romans 14:15
यदि तेरा भाई तेरे भोजन के कारण उदास होता है, तो फिर तू प्रेम की रीति से नहीं चलता: जिस के लिये मसीह मरा उस को तू अपने भोजन के द्वारा नाश न कर।
1 Timothy 1:4
और उन ऐसी कहानियों और अनन्त वंशावलियों पर मन न लगाएं, जिन से विवाद होते हैं; और परमेश्वर के उस प्रबन्ध के अनुसार नहीं, जो विश्वास से सम्बन्ध रखता है; वैसे ही फिर भी कहता हूं।
1 Corinthians 14:3
परन्तु जो भविष्यद्वाणी करता है, वह मनुष्यों से उन्नति, और उपदेश, और शान्ति की बातें कहता है।