Acts 28:18
उन्होंने मुझे जांच कर छोड़ देना चाहा, क्योंकि मुझ में मृत्यु के योग्य कोई दोष न था।
Who, | οἵτινες | hoitines | OO-tee-nase |
when they had examined | ἀνακρίναντές | anakrinantes | ah-na-KREE-nahn-TASE |
me, | με | me | may |
would have | ἐβούλοντο | eboulonto | ay-VOO-lone-toh |
go, let | ἀπολῦσαι | apolysai | ah-poh-LYOO-say |
me because | διὰ | dia | thee-AH |
there was | τὸ | to | toh |
μηδεμίαν | mēdemian | may-thay-MEE-an | |
no | αἰτίαν | aitian | ay-TEE-an |
cause | θανάτου | thanatou | tha-NA-too |
of death | ὑπάρχειν | hyparchein | yoo-PAHR-heen |
in | ἐν | en | ane |
me. | ἐμοί· | emoi | ay-MOO |
Cross Reference
Acts 26:31
और अलग जाकर आपस में कहने लगे, यह मनुष्य ऐसा तो कुछ नहीं करता, जो मृत्यु या बन्धन के योग्य हो।
Acts 22:24
तो पलटन के सूबेदार ने कहा; कि इसे गढ़ में ले जाओ; और कोड़े मार कर जांचो, कि मैं जानूं कि लोग किस कारण उसके विरोध में ऐसा चिल्ला रहे हैं।
Acts 22:30
दूसरे दिन वह ठीक ठीक जानने की इच्छा से कि यहूदी उस पर क्यों दोष लगाते हैं, उसके बन्धन खोल दिए; और महायाजकों और सारी महासभा को इकट्ठे होने की आज्ञा दी, और पौलुस को नीचे ले जाकर उन के साम्हने खड़ा कर दिया॥
Acts 23:29
तब मैं ने जान लिया, कि वे अपनी व्यवस्था के विवादों के विषय में उस पर दोष लगाते हैं, परन्तु मार डाले जाने या बान्धे जाने के योग्य उस में कोई दोष नहीं।
Acts 24:10
तब हाकिम ने पौलुस को बोलने के लिये सैन किया तो उस ने उत्तर दिया, मैं यह जानकर कि तू बहुत वर्षों से इस जाति का न्याय करता है, आनन्द से अपना प्रत्युत्तर देता हूं।
Acts 24:22
फेलिक्स ने जो इस पन्थ की बातें ठीक ठीक जानता था, उन्हें यह कहकर टाल दिया, कि जब पलटन का सरदार लूसियास आएगा, तो तुम्हारी बात का निर्णय करूंगा।
Acts 25:7
जब वह आया, तो जो यहूदी यरूशलेम से आए थे, उन्होंने आस पास खड़े होकर उस पर बहुतेरे भारी दोष लगाए, जिन का प्रमाण वे नहीं दे सकते थे।