Acts 17:25
न किसी वस्तु का प्रयोजन रखकर मनुष्यों के हाथों की सेवा लेता है, क्योंकि वह तो आप ही सब को जीवन और स्वास और सब कुछ देता है।
Neither | οὐδὲ | oude | oo-THAY |
is worshipped | ὑπὸ | hypo | yoo-POH |
with | χειρῶν | cheirōn | hee-RONE |
men's | ἀνθρώπων | anthrōpōn | an-THROH-pone |
hands, | θεραπεύεται | therapeuetai | thay-ra-PAVE-ay-tay |
needed he though as | προσδεόμενός | prosdeomenos | prose-thay-OH-may-NOSE |
any thing, | τινος | tinos | tee-nose |
he seeing | αὐτὸς | autos | af-TOSE |
giveth | διδοὺς | didous | thee-THOOS |
to all | πάσιν | pasin | PA-seen |
life, | ζωὴν | zōēn | zoh-ANE |
and | καὶ | kai | kay |
breath, | πνοὴν | pnoēn | pnoh-ANE |
and | κατὰ | kata | ka-TA |
all things; | πάντα· | panta | PAHN-ta |