Zephaniah 3:18 in Hindi

Hindi Hindi Bible Zephaniah Zephaniah 3 Zephaniah 3:18

Zephaniah 3:18
जो लोग नियत पर्वो में सम्मिलित न होने के कारण खेदित रहते हैं, उन को मैं इकट्ठा करूंगा, क्योंकि वे तेरे हैं; और उसकी नामधराई उन को बोझ जान पड़ती है।

Zephaniah 3:17Zephaniah 3Zephaniah 3:19

Zephaniah 3:18 in Other Translations

King James Version (KJV)
I will gather them that are sorrowful for the solemn assembly, who are of thee, to whom the reproach of it was a burden.

American Standard Version (ASV)
I will gather them that sorrow for the solemn assembly, who were of thee; `to whom' the burden upon her was a reproach.

Bible in Basic English (BBE)
I will take away your troubles, lifting up your shame from off you.

Darby English Bible (DBY)
I will gather them that sorrow for the solemn assemblies, who were of thee: the reproach of it was a burden [unto them].

World English Bible (WEB)
Those who are sad for the appointed feasts, I will remove from you. They are a burden and a reproach to you.

Young's Literal Translation (YLT)
Mine afflicted from the appointed place I have gathered, from thee they have been, Bearing for her sake reproach.

I
will
gather
נוּגֵ֧יnûgênoo-ɡAY
sorrowful
are
that
them
מִמּוֹעֵ֛דmimmôʿēdmee-moh-ADE
for
the
solemn
assembly,
אָסַ֖פְתִּיʾāsaptîah-SAHF-tee
are
who
מִמֵּ֣ךְmimmēkmee-MAKE
of
הָי֑וּhāyûha-YOO
reproach
the
whom
to
thee,
מַשְׂאֵ֥תmaśʾētmahs-ATE
of
עָלֶ֖יהָʿālêhāah-LAY-ha
it
was
a
burden.
חֶרְפָּֽה׃ḥerpâher-PA

Cross Reference

Lamentations 1:4
सिय्योन के मार्ग विलाप कर रहे हैं, क्योंकि नियत पर्वों में कोई नहीं आता है; उसके सब फाटक सुनसान पड़े हैं, उसके याजक कराहते हैं; उसकी कुमारियां शोकित हैं, और वह आप कठिन दु:ख भोग रही है।

Psalm 42:2
जीवते ईश्वर परमेश्वर का मैं प्यासा हूं, मैं कब जाकर परमेश्वर को अपना मुंह दिखाऊंगा?

Romans 11:25
हे भाइयों, कहीं ऐसा न हो, कि तुम अपने आप को बुद्धिमान समझ लो; इसलिये मैं नहीं चाहता कि तुम इस भेद से अनजान रहो, कि जब तक अन्यजातियां पूरी रीति से प्रवेश न कर लें, तब तक इस्त्राएल का एक भाग ऐसा ही कठोर रहेगा।

Zephaniah 3:20
उसी समय मैं तुम्हें ले जाऊंगा, और उसी समय मैं तुम्हें इकट्ठा करूंगा; और जब मैं तुम्हारे साम्हने तुम्हारे बंधुओं को लौटा लाऊंगा, तब पृथ्वी की सारी जातियों के बीच में तुम्हारी कीर्त्ति और प्रशंसा फैला दूंगा, यहोवा का यही वचन है॥

Hosea 9:5
नियत समय के पर्व और यहोवा के उत्सव के दिन तुम क्या करोगे?

Hosea 1:11
तब यहूदी और इस्राएली दोनों इकट्ठे हो अपना एक प्रधान ठहरा कर देश से चले आएंगे; क्योंकि यिज्रेल का दिन प्रसिद्ध होगा।

Ezekiel 36:24
मैं तुम को जातियों में से ले लूंगा, और देशों में से इकट्ठा करूंगा; और तुम को तुम्हारे निज देश में पहुंचा दूंगा।

Ezekiel 34:13
और मैं उन्हें देश देश के लोगों में से निकालूंगा, और देश देश से इकट्ठा करूंगा, और उन्हीं के निज भूमि में ले आऊंगा; और इस्राएल के पहाड़ों पर ओर नालों में और उस देश के सब बसे हुए स्थानों में चराऊंगा।

Lamentations 2:6
उसने अपना मण्डप बारी के मचान की नाईं अचानक गिरा दिया, अपने मिलापस्थान को उसने नाश किया है; यहोवा ने सिय्योन में नियत पर्व और विश्रामदिन दोनों को भुला दिया है, और अपने भड़के हुए कोप से राजा और याजक दोनों का तिरस्कार किया है।

Lamentations 1:7
यरूशलेम ने, इन दु:ख भरे और संकट के दिनों में, जब उसके लोग द्रोहियों के हाथ में पड़े और उसका कोई सहायक न रहा, तब अपनी सब मनभावनी वस्तुओं को जो प्राचीनकाल से उसकी थीं, स्मरण किया है। उसके द्रोहियों ने उसको उजड़ा देखकर ठट्ठों में उड़ाया है।

Jeremiah 31:8
देखो, मैं उन को उत्तर देश से ले आऊंगा, और पृथ्वी के कोने कोने से इकट्ठे करूंगा, और उनके बीच अन्धे, लंगड़े, गर्भवती, और जच्चा स्त्रियां भी आएंगी; एक बड़ी मण्डली यहां लौट आएगी।

Jeremiah 23:3
तब मेरी भेड़-बकरियां जो बची हैं, उन को मैं उन सब देशों में से जिन में मैं ने उन्हें बरबस भेज दिया है, स्वयं ही उन्हें लौटा लाकर उन्हीं की भेड़शाला में इकट्ठा करूंगा, और वे फिर फूलें-फलेंगी।

Psalm 137:3
क्योंकि जो हम को बन्धुए करके ले गए थे, उन्होंने वहां हम से गीत गवाना चाहा, और हमारे रूलाने वालों ने हम से आनन्द चाह कर कहा, सिय्योन के गीतों में से हमारे लिये कोई गीत गाओ!

Psalm 84:1
हे सेनाओं के यहोवा, तेरे निवास क्या ही प्रिय हैं!

Psalm 63:1
हे परमेश्वर, तू मेरा ईश्वर है, मैं तुझे यत्न से ढूंढूंगा; सूखी और निर्जल ऊसर भूमि पर, मेरा मन तेरा प्यासा है, मेरा शरीर तेरा अति अभिलाषी है।

Psalm 43:3
अपने प्रकाश और अपनी सच्चाई को भेज; वे मेरी अगुवाई करें, वे ही मुझ को तेरे पवित्र पर्वत पर और तेरे निवास स्थान में पहुंचाएँ!