Ezra 10:1
जब एज्रा परमेश्वर के भवन के साम्हने पड़ा, रोता हुआ प्रार्थना और पाप का अंगीकार कर रहा था, तब इस्राएल में से पुरुषों, स्त्रियों और लड़के वालों की एक बहुत बड़ी मणडली उसके पास इकट्ठी हुई; और लोग बिलक बिलक कर रो रहे थे।
Ezra 10:1 in Other Translations
King James Version (KJV)
Now when Ezra had prayed, and when he had confessed, weeping and casting himself down before the house of God, there assembled unto him out of Israel a very great congregation of men and women and children: for the people wept very sore.
American Standard Version (ASV)
Now while Ezra prayed and made confession, weeping and casting himself down before the house of God, there was gathered together unto him out of Israel a very great assembly of men and women and children; for the people wept very sore.
Bible in Basic English (BBE)
Now while Ezra was making his prayer and his statement of wrongdoing, weeping and falling down before the house of God, a very great number of men and women and children out of Israel came together round him: for the people were weeping bitterly.
Darby English Bible (DBY)
And while Ezra prayed, and made confession, weeping and falling down before the house of God, there were gathered to him out of Israel a very great congregation of men and women and children; for the people wept very much.
Webster's Bible (WBT)
Now when Ezra had prayed, and when he had confessed, weeping and casting himself down before the house of God, there assembled to him out of Israel a very great congregation of men and women and children: for the people wept very bitterly.
World English Bible (WEB)
Now while Ezra prayed and made confession, weeping and casting himself down before the house of God, there was gathered together to him out of Israel a very great assembly of men and women and children; for the people wept very sore.
Young's Literal Translation (YLT)
And at Ezra's praying, and at his making confession, weeping and casting himself down before the house of God, there have been gathered unto him out of Israel an assembly very great -- men and women and children -- for the people have wept, multiplying weeping.
| Now when Ezra | וּכְהִתְפַּלֵּ֤ל | ûkĕhitpallēl | oo-heh-heet-pa-LALE |
| had prayed, | עֶזְרָא֙ | ʿezrāʾ | ez-RA |
| had he when and confessed, | וּכְ֨הִתְוַדֹּת֔וֹ | ûkĕhitwaddōtô | oo-HEH-heet-va-doh-TOH |
| weeping | בֹּכֶה֙ | bōkeh | boh-HEH |
| and casting himself down | וּמִתְנַפֵּ֔ל | ûmitnappēl | oo-meet-na-PALE |
| before | לִפְנֵ֖י | lipnê | leef-NAY |
| house the | בֵּ֣ית | bêt | bate |
| of God, | הָֽאֱלֹהִ֑ים | hāʾĕlōhîm | ha-ay-loh-HEEM |
| assembled there | נִקְבְּצוּ֩ | niqbĕṣû | neek-beh-TSOO |
| unto | אֵלָ֨יו | ʾēlāyw | ay-LAV |
| Israel of out him | מִיִּשְׂרָאֵ֜ל | miyyiśrāʾēl | mee-yees-ra-ALE |
| a very | קָהָ֣ל | qāhāl | ka-HAHL |
| great | רַב | rab | rahv |
| congregation | מְאֹ֗ד | mĕʾōd | meh-ODE |
| men of | אֲנָשִׁ֤ים | ʾănāšîm | uh-na-SHEEM |
| and women | וְנָשִׁים֙ | wĕnāšîm | veh-na-SHEEM |
| and children: | וִֽילָדִ֔ים | wîlādîm | vee-la-DEEM |
| for | כִּֽי | kî | kee |
| the people | בָכ֥וּ | bākû | va-HOO |
| wept | הָעָ֖ם | hāʿām | ha-AM |
| very | הַרְבֵּה | harbē | hahr-BAY |
| sore. | בֶֽכֶה׃ | beke | VEH-heh |
Cross Reference
Daniel 9:20
इस प्रकार मैं प्रार्थना करता, और अपने और अपने इस्राएली जाति भाइयों के पाप का अंगीकार करता हुआ, अपने परमेश्वर यहोवा के सम्मुख उसके पवित्र पर्वत के लिये गिड़गिड़ाकर बिनती करता ही था,
Psalm 119:136
मेरी आंखों से जल की धारा बहती रहती है, क्योंकि लोग तेरी व्यवस्था को नहीं मानते॥
2 Chronicles 20:9
कि यदि तलवार या मरी अथवा अकाल वा और कोई विपत्ति हम पर पड़े, तौभी हम इसी भवन के साम्हने और तेरे साम्हने (तेरा नाम तो इस भवन में बसा है) खड़े हो कर, अपने क्लेश के कारण तेरी दोहाई देंगे और तू सुन कर बचाएगा।
1 Kings 8:30
और तू अपने दास, और अपनी प्रजा इस्राएल की प्रार्थना जिस को वे इस स्थान की ओर गिड़गिड़ा के करें उसे सुनना, वरन स्वर्ग में से जो तेरा निवासस्थान है सुन लेना, और सुनकर क्षमा करना।
Luke 19:41
जब वह निकट आया तो नगर को देखकर उस पर रोया।
Romans 9:2
कि मुझे बड़ा शोक है, और मेरा मन सदा दुखता रहता है।
1 John 1:8
यदि हम कहें, कि हम में कुछ भी पाप नहीं, तो अपने आप को धोखा देते हैं: और हम में सत्य नहीं।
Zechariah 12:10
और मैं दाऊद के घराने और यरूशलेम के निवासियों पर अपना अनुग्रह करने वाली और प्रार्थना सिखाने वाली आत्मा उण्डेलूंगा, तब वे मुझे ताकेंगे अर्थात जिसे उन्होंने बेधा है, और उसके लिये ऐसे रोएंगे जैसे एकलौते पुत्र के लिये रोते-पीटते हैं, और ऐसा भारी शोक करेंगे, जैसा पहिलौठे के लिये करते हैं।
Joel 2:16
लोगों को इकट्ठा करो। सभा को पवित्र करो; पुरनियों को बुला लो; बच्चों और दूधपीउवों को भी इकट्ठा करो। दुल्हा अपनी कोठरी से, और दुल्हिन भी अपने कमरे से निकल आएं॥
Hosea 14:2
बातें सीख कर और यहोवा की ओर फिर कर, उस से कह, सब अधर्म दूर कर; अनुग्रह से हम को ग्रहण कर; तब हम धन्यवाद रूपी बलि चढ़ाएंगे।
Daniel 9:3
तब मैं अपना मुख परमेश्वर की ओर कर के गिड़गिड़ाहट के साथ प्रार्थना करने लगा, और उपवास कर, टाट पहिन, राख में बैठ कर वरदान मांगने लगा।
Jeremiah 13:17
और यदि तुम इसे न सुनो, तो मैं अकेले में तुम्हारे गर्व के कारण रोऊंगा, और मेरी आंखों से आंसुओं की धारा बहती रहेगी, क्योंकि यहोवा की भेड़ें बंधुआ कर ली गई हैं।
Jeremiah 9:1
भला होता, कि मेरा सिर जल ही जल, और मेरी आंखें आँसुओं का सोता होतीं, कि मैं रात दिन अपने मारे हुए लोगों के लिये रोता रहता।
Leviticus 26:40
तब वे अपने और अपने पितरों के अधर्म को मान लेंगे, अर्थात उस विश्वासघात को जो वे मेरा करेंगे, और यह भी मान लेंगे, कि हम यहोवा के विरुद्ध चले थे,
Deuteronomy 31:12
क्या पुरूष, क्या स्त्री, क्या बालक, क्या तुम्हारे फाटकों के भीतर के परदेशी, सब लोगों को इकट्ठा करना कि वे सुनकर सीखें, और तुम्हारे परमेश्वर यहोवा का भय मानकर, इस व्यवस्था के सारे वचनों के पालन करने में चौकसी करें,
1 Kings 9:3
और यहोवा ने उस से कहा, जो प्रार्थना गिड़गिड़ाहट के साथ तू ने मुझ से की है, उसको मैं ने सुना है, यह जो भवन तू ने बनाया है, उस में मैं ने अपना नाम सदा के लिये रख कर उसे पवित्र किया है; और मेरी आंखें और मेरा मन नित्य वहीं लगे रहेंगे।
Nehemiah 8:9
तब नहेमायाह जो अधिपति था, और एज्रा जो याजक और शास्त्री था, और जो लेवीय लोगों को समझा रहे थे, उन्होंने सब लोगों से कहा, आज का दिन तुम्हारे परमेश्वर यहोवा के लिये पवित्र है; इसलिये विलाप न करो और न रोओ। क्योंकि सब लोग व्यवस्था के वचन सुनकर रोते रहे।
Nehemiah 10:28
शेष लोग अर्थात याजक, लेवीय, द्वारपाल, गवैये और नतीन लोग, निदान जितने परमेश्वर की व्यवस्था मानने के लिये देश देश के लोगों से अलग हुए थे, उन सभें ने अपनी स्त्रियों और उन बेटें-बेटियों समेत जो समझने वाले थे,
Psalm 32:5
जब मैं ने अपना पाप तुझ पर प्रगट किया और अपना अधर्म न छिपाया, और कहा, मैं यहोवा के साम्हने अपने अपराधों को मान लूंगा; तब तू ने मेरे अधर्म और पाप को क्षमा कर दिया॥
Acts 21:5
जब वे दिन पूरे हो गए, तो हम वहां से चल दिए; ओर सब स्त्रियों और बालकों समेत हमें नगर के बाहर तक पहुंचाया और हम ने किनारे पर घुटने टेककर प्रार्थना की।
Acts 10:30
कुरनेलियुस ने कहा; कि इस घड़ी पूरे चार दिन हुए, कि मैं अपने घर में तीसरे पहर को प्रार्थना कर रहा था; कि देखो, एक पुरूष चमकीला वस्त्र पहिने हुए, मेरे साम्हने आ खड़ा हुआ।
2 Chronicles 20:13
और सब यहूदी अपने अपने बाल-बच्चों, स्त्रिीयों और पुत्रों समेत यहोवा के सम्मुख खड़े रहे।
Judges 2:4
जब यहोवा के दूत ने सारे इस्राएलियों से ये बातें कहीं, तब वे लोग चिल्ला चिल्लाकर रोने लगे।