2 Chronicles 34:33
और योशिय्याह ने इस्राएलियों के सब देशों में से सब घिनौनी वस्तुओं को दूर कर के जितने इस्राएल में मिले, उन सभों से उपासना कराई; अर्थात उनके परमेश्वर यहोवा की उपासना कराई। और उसके जीवन भर उन्होंने अपने पूवजों के परमेश्वर यहोवा के पीछे चलना न छोड़ा।
And Josiah | וַיָּ֨סַר | wayyāsar | va-YA-sahr |
took away | יֹֽאשִׁיָּ֜הוּ | yōʾšiyyāhû | yoh-shee-YA-hoo |
אֶת | ʾet | et | |
all | כָּל | kāl | kahl |
the abominations | הַתֹּעֵב֗וֹת | hattōʿēbôt | ha-toh-ay-VOTE |
all of out | מִֽכָּל | mikkol | MEE-kole |
the countries | הָאֲרָצוֹת֮ | hāʾărāṣôt | ha-uh-ra-TSOTE |
that | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
children the to pertained | לִבְנֵ֣י | libnê | leev-NAY |
of Israel, | יִשְׂרָאֵל֒ | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
made and | וַֽיַּעֲבֵ֗ד | wayyaʿăbēd | va-ya-uh-VADE |
all | אֵ֤ת | ʾēt | ate |
that were present | כָּל | kāl | kahl |
Israel in | הַנִּמְצָא֙ | hannimṣāʾ | ha-neem-TSA |
to serve, | בְּיִשְׂרָאֵ֔ל | bĕyiśrāʾēl | beh-yees-ra-ALE |
even to serve | לַֽעֲב֖וֹד | laʿăbôd | la-uh-VODE |
אֶת | ʾet | et | |
Lord the | יְהוָ֣ה | yĕhwâ | yeh-VA |
their God. | אֱלֹֽהֵיהֶ֑ם | ʾĕlōhêhem | ay-loh-hay-HEM |
And all | כָּל | kāl | kahl |
days his | יָמָ֕יו | yāmāyw | ya-MAV |
they departed | לֹ֣א | lōʾ | loh |
not | סָ֔רוּ | sārû | SA-roo |
from following | מֵֽאַחֲרֵ֕י | mēʾaḥărê | may-ah-huh-RAY |
Lord, the | יְהוָ֖ה | yĕhwâ | yeh-VA |
the God | אֱלֹהֵ֥י | ʾĕlōhê | ay-loh-HAY |
of their fathers. | אֲבֽוֹתֵיהֶֽם׃ | ʾăbôtêhem | uh-VOH-tay-HEM |